दिल में बसा था कोई
सपनों में हंसा था कोई
बिजलियां देह पर गिराता,
रुप का नशा था कोई।
चांद को छूने की तमन्ना थी,
ठीक उसके ही जैसा था कोई।
कृष्ण चतुर्वेदी
दिल में बसा था कोई
सपनों में हंसा था कोई
बिजलियां देह पर गिराता,
रुप का नशा था कोई।
चांद को छूने की तमन्ना थी,
ठीक उसके ही जैसा था कोई।
कृष्ण चतुर्वेदी
किस्मत किस्मत में तुम नहीं थे।
उनके आने से किस्मत बदल गई।
किस्मत ने साथ दिया ही नहीं,
आने से कुछ पहले वो निकल गई।
13 Love
रैना यादों के बगुले पाखंडी
हमसे छल करते है
अमा निशा में हमीं अकेले
आहें और सिसकियां भरते हैं
डस लेती है ये काली रातें
जहरीली नागिन बन हमको
हमसे अच्छे ये परवाने
अपनी लौ में जल मरते हैं
रैना यादों के बगुले पाखंडी
हमसे छल करते है
अमा निशा में हमीं अकेले
आहें और सिसकियां भरते हैं
डस लेती है ये काली रातें
जहरीली नागिन बन हमको
हमसे अच्छे ये परवाने
अपनी लौ में जल मरते हैं
13 Love
हूर नहीं जन्नत में तुम जैसी।
सौन्दर्य नहीं है धरती पर।
तुम रहती मेरे दिल में हो,
जब चाहूं तुम्हें प्यार करु।।
डॉ कृष्ण चतुर्वेदी
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