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White रंग-बिरंगी उम्मीदों का जाल, दिल में बुनती हर सवाल, कभी जीतने का जुनून चढ़ता, कभी हार में भी सुकून मिलता। ©aditi the writer

#शायरी #good_night  White 

रंग-बिरंगी उम्मीदों का जाल,
दिल में बुनती हर सवाल,
कभी जीतने का जुनून चढ़ता,
कभी हार में भी सुकून मिलता।

©aditi the writer

#good_night @Niaz (Harf) आगाज़ @shraddha.meera @it's_ficklymoonlight

19 Love

White दर्पण जो देखा एक दिन सच पता चल गया दर्पण जो देखा एक दिन, सच पता चल गया, चेहरे पर हँसी थी लेकिन, मन का रंग बदल गया। आँखों की चमक तो थी, पर आंसू भी छिपे थे, जो सोचा था सजीव था, वो तो बस सपने थे। चेहरे पर थे नक़ाब कई, हँसी थी अधूरी, आत्मा की पुकार थी, दिल में छिपी मजबूरी। जीवन की इस दौड़ में, खो दिया था ख़ुद को, भीड़ में ढूँढा ख़ुद को, पर कोई ना मिला था वो। सपनों के पीछे भागते, हकीकत भूल बैठे, दर्पण ने दिखा दिया, हम कहाँ से गुजर बैठे। असली ख़ुशी वो नहीं, जो बाहरी रूप में दिखती, ख़ुशी तो वही होती है, जो दिल की गहराई से उठती। अब जाना ये सच्चाई, जो दर्पण ने सिखाई, ख़ुद से प्यार करना है, यही तो है सफ़ाई। चेहरे के पीछे की रौनक, मन से ही आती है, दर्पण जो देखा एक दिन, सच्चाई समझ आती है। ©aditi the writer

#कविता #दर्पण  White दर्पण जो देखा एक दिन सच पता चल गया

दर्पण जो देखा एक दिन, सच पता चल गया,
चेहरे पर हँसी थी लेकिन, मन का रंग बदल गया।
आँखों की चमक तो थी, पर आंसू भी छिपे थे,
जो सोचा था सजीव था, वो तो बस सपने थे।

चेहरे पर थे नक़ाब कई, हँसी थी अधूरी,
आत्मा की पुकार थी, दिल में छिपी मजबूरी।
जीवन की इस दौड़ में, खो दिया था ख़ुद को,
भीड़ में ढूँढा ख़ुद को, पर कोई ना मिला था वो।

सपनों के पीछे भागते, हकीकत भूल बैठे,
दर्पण ने दिखा दिया, हम कहाँ से गुजर बैठे।
असली ख़ुशी वो नहीं, जो बाहरी रूप में दिखती,
ख़ुशी तो वही होती है, जो दिल की गहराई से उठती।

अब जाना ये सच्चाई, जो दर्पण ने सिखाई,
ख़ुद से प्यार करना है, यही तो है सफ़ाई।
चेहरे के पीछे की रौनक, मन से ही आती है,
दर्पण जो देखा एक दिन, सच्चाई समझ आती है।

©aditi the writer

White **खत मेरे सपनों को** खत लिखूं मैं अपने सपनों को, जो हर रात मेरे संग चलते हैं। चुपचाप आकर मेरे दिल में, अनकही बातें कहते हैं। कभी वो रंगीन परिंदों से, आकाश में उड़ते जाते हैं। कभी वो चुपचाप किनारे पे, बैठकर लहरों से खेलते हैं। उनमें कभी इक गांव का रस्ता, जहां मिट्टी की खुशबू होती है। कभी शहर की चकाचौंध में, अधूरी कहानी सोती है। सपने हैं ये कुछ अनजाने से, पर अपने से लगते हैं। हर बार मुझे वो दूर कहीं, खुद से मिलने ले चलते हैं। खत लिखूं मैं अपने सपनों को, शायद ये बातें समझाएं। कभी तो वो हकीकत बनें, और मेरी दुनिया में आ जाएं। ©aditi the writer

#कविता #खत  White **खत मेरे सपनों को**  

खत लिखूं मैं अपने सपनों को,  
जो हर रात मेरे संग चलते हैं।  
चुपचाप आकर मेरे दिल में,  
अनकही बातें कहते हैं।  

कभी वो रंगीन परिंदों से,  
आकाश में उड़ते जाते हैं।  
कभी वो चुपचाप किनारे पे,  
बैठकर लहरों से खेलते हैं।  

उनमें कभी इक गांव का रस्ता,  
जहां मिट्टी की खुशबू होती है।  
कभी शहर की चकाचौंध में,  
अधूरी कहानी सोती है।  

सपने हैं ये कुछ अनजाने से,  
पर अपने से लगते हैं।  
हर बार मुझे वो दूर कहीं,  
खुद से मिलने ले चलते हैं।  

खत लिखूं मैं अपने सपनों को,  
शायद ये बातें समझाएं।  
कभी तो वो हकीकत बनें,  
और मेरी दुनिया में आ जाएं।

©aditi the writer

White कोशिश क्यों न करूं जीने की, क्यों हार मान लूं मैं, अभी तो रास्ते बचे हैं बहुत, क्यों रुक जाऊं थक कर यहाँ? हर एक चुनौती, हर एक कठिनाई, सिखाने आई है मुझको कुछ नया, जो गिर के उठना सीखा है मैंने, वो हार कहाँ जानता है भला? तूफ़ान आएं, आंधियां चलें, मेरे हौसले न डिगने पाएंगे, कदम-कदम पर रुकावटें मिलें, फिर भी मेरे सपने सजते जाएंगे। जीवन की राह है अनजान सही, पर हर मोड़ पर है एक आस नई, हर अंधेरे में छुपा है उजाला कहीं, मैं क्यों न चलूं, क्यों थमूं यहीं? इसलिए कोशिश करूं जीने की मैं, हर पल को जिऊं, हर क्षण को सजाऊं, रास्ते चाहे जैसे हों कठिन, हिम्मत से हर बाधा को हराऊं। ©aditi the writer

#कविता #love_shayari  White कोशिश क्यों न करूं जीने की,  
क्यों हार मान लूं मैं,  
अभी तो रास्ते बचे हैं बहुत,  
क्यों रुक जाऊं थक कर यहाँ?

हर एक चुनौती, हर एक कठिनाई,  
सिखाने आई है मुझको कुछ नया,  
जो गिर के उठना सीखा है मैंने,  
वो हार कहाँ जानता है भला?

तूफ़ान आएं, आंधियां चलें,  
मेरे हौसले न डिगने पाएंगे,  
कदम-कदम पर रुकावटें मिलें,  
फिर भी मेरे सपने सजते जाएंगे।

जीवन की राह है अनजान सही,  
पर हर मोड़ पर है एक आस नई,  
हर अंधेरे में छुपा है उजाला कहीं,  
मैं क्यों न चलूं, क्यों थमूं यहीं?

इसलिए कोशिश करूं जीने की मैं,  
हर पल को जिऊं, हर क्षण को सजाऊं,  
रास्ते चाहे जैसे हों कठिन,  
हिम्मत से हर बाधा को हराऊं।

©aditi the writer

#love_shayari @Niaz (Harf) @vineetapanchal आगाज़

14 Love

#कविता #बाबा  White हाथ में एक सिक्का दिया आज बाबा ने
जीवन का एक किस्सा बताया आज बाबा ने
सिक्के से खरीदूं दुनिया कैसे
सिखाया बाबा ने
जीवन का पाठ आज मुझको पढ़ाया बाबा ने
सिक्के से खरीदे सपने आज नींद में हमने
हर ख्वाब पूरा किया आज बाबा संग मिलके हमने
जीवन की कठिन परीक्षा पास कर ली हमने
बाबा के दिए सिक्के ने कर्म बदल दिए इतने
न पहचान पाए खुदको
पहचान दी बाबा ने
उम्मीद को जगाना सिखाया हमको बाबा ने

©aditi the writer

#बाबा जादूगर @Kundan Dubey आगाज़ @vineetapanchal

135 View

#आगाज_ए_मोहब्बत #शायरी #Joker  आगाज़- ए -मोहब्बत का अंजाम इतना हैं।
कोई दिल उतर जाता है,कोई दिल से उतर जाता है।।

©Kumar Shashank

White रंग-बिरंगी उम्मीदों का जाल, दिल में बुनती हर सवाल, कभी जीतने का जुनून चढ़ता, कभी हार में भी सुकून मिलता। ©aditi the writer

#शायरी #good_night  White 

रंग-बिरंगी उम्मीदों का जाल,
दिल में बुनती हर सवाल,
कभी जीतने का जुनून चढ़ता,
कभी हार में भी सुकून मिलता।

©aditi the writer

#good_night @Niaz (Harf) आगाज़ @shraddha.meera @it's_ficklymoonlight

19 Love

White दर्पण जो देखा एक दिन सच पता चल गया दर्पण जो देखा एक दिन, सच पता चल गया, चेहरे पर हँसी थी लेकिन, मन का रंग बदल गया। आँखों की चमक तो थी, पर आंसू भी छिपे थे, जो सोचा था सजीव था, वो तो बस सपने थे। चेहरे पर थे नक़ाब कई, हँसी थी अधूरी, आत्मा की पुकार थी, दिल में छिपी मजबूरी। जीवन की इस दौड़ में, खो दिया था ख़ुद को, भीड़ में ढूँढा ख़ुद को, पर कोई ना मिला था वो। सपनों के पीछे भागते, हकीकत भूल बैठे, दर्पण ने दिखा दिया, हम कहाँ से गुजर बैठे। असली ख़ुशी वो नहीं, जो बाहरी रूप में दिखती, ख़ुशी तो वही होती है, जो दिल की गहराई से उठती। अब जाना ये सच्चाई, जो दर्पण ने सिखाई, ख़ुद से प्यार करना है, यही तो है सफ़ाई। चेहरे के पीछे की रौनक, मन से ही आती है, दर्पण जो देखा एक दिन, सच्चाई समझ आती है। ©aditi the writer

#कविता #दर्पण  White दर्पण जो देखा एक दिन सच पता चल गया

दर्पण जो देखा एक दिन, सच पता चल गया,
चेहरे पर हँसी थी लेकिन, मन का रंग बदल गया।
आँखों की चमक तो थी, पर आंसू भी छिपे थे,
जो सोचा था सजीव था, वो तो बस सपने थे।

चेहरे पर थे नक़ाब कई, हँसी थी अधूरी,
आत्मा की पुकार थी, दिल में छिपी मजबूरी।
जीवन की इस दौड़ में, खो दिया था ख़ुद को,
भीड़ में ढूँढा ख़ुद को, पर कोई ना मिला था वो।

सपनों के पीछे भागते, हकीकत भूल बैठे,
दर्पण ने दिखा दिया, हम कहाँ से गुजर बैठे।
असली ख़ुशी वो नहीं, जो बाहरी रूप में दिखती,
ख़ुशी तो वही होती है, जो दिल की गहराई से उठती।

अब जाना ये सच्चाई, जो दर्पण ने सिखाई,
ख़ुद से प्यार करना है, यही तो है सफ़ाई।
चेहरे के पीछे की रौनक, मन से ही आती है,
दर्पण जो देखा एक दिन, सच्चाई समझ आती है।

©aditi the writer

White **खत मेरे सपनों को** खत लिखूं मैं अपने सपनों को, जो हर रात मेरे संग चलते हैं। चुपचाप आकर मेरे दिल में, अनकही बातें कहते हैं। कभी वो रंगीन परिंदों से, आकाश में उड़ते जाते हैं। कभी वो चुपचाप किनारे पे, बैठकर लहरों से खेलते हैं। उनमें कभी इक गांव का रस्ता, जहां मिट्टी की खुशबू होती है। कभी शहर की चकाचौंध में, अधूरी कहानी सोती है। सपने हैं ये कुछ अनजाने से, पर अपने से लगते हैं। हर बार मुझे वो दूर कहीं, खुद से मिलने ले चलते हैं। खत लिखूं मैं अपने सपनों को, शायद ये बातें समझाएं। कभी तो वो हकीकत बनें, और मेरी दुनिया में आ जाएं। ©aditi the writer

#कविता #खत  White **खत मेरे सपनों को**  

खत लिखूं मैं अपने सपनों को,  
जो हर रात मेरे संग चलते हैं।  
चुपचाप आकर मेरे दिल में,  
अनकही बातें कहते हैं।  

कभी वो रंगीन परिंदों से,  
आकाश में उड़ते जाते हैं।  
कभी वो चुपचाप किनारे पे,  
बैठकर लहरों से खेलते हैं।  

उनमें कभी इक गांव का रस्ता,  
जहां मिट्टी की खुशबू होती है।  
कभी शहर की चकाचौंध में,  
अधूरी कहानी सोती है।  

सपने हैं ये कुछ अनजाने से,  
पर अपने से लगते हैं।  
हर बार मुझे वो दूर कहीं,  
खुद से मिलने ले चलते हैं।  

खत लिखूं मैं अपने सपनों को,  
शायद ये बातें समझाएं।  
कभी तो वो हकीकत बनें,  
और मेरी दुनिया में आ जाएं।

©aditi the writer

White कोशिश क्यों न करूं जीने की, क्यों हार मान लूं मैं, अभी तो रास्ते बचे हैं बहुत, क्यों रुक जाऊं थक कर यहाँ? हर एक चुनौती, हर एक कठिनाई, सिखाने आई है मुझको कुछ नया, जो गिर के उठना सीखा है मैंने, वो हार कहाँ जानता है भला? तूफ़ान आएं, आंधियां चलें, मेरे हौसले न डिगने पाएंगे, कदम-कदम पर रुकावटें मिलें, फिर भी मेरे सपने सजते जाएंगे। जीवन की राह है अनजान सही, पर हर मोड़ पर है एक आस नई, हर अंधेरे में छुपा है उजाला कहीं, मैं क्यों न चलूं, क्यों थमूं यहीं? इसलिए कोशिश करूं जीने की मैं, हर पल को जिऊं, हर क्षण को सजाऊं, रास्ते चाहे जैसे हों कठिन, हिम्मत से हर बाधा को हराऊं। ©aditi the writer

#कविता #love_shayari  White कोशिश क्यों न करूं जीने की,  
क्यों हार मान लूं मैं,  
अभी तो रास्ते बचे हैं बहुत,  
क्यों रुक जाऊं थक कर यहाँ?

हर एक चुनौती, हर एक कठिनाई,  
सिखाने आई है मुझको कुछ नया,  
जो गिर के उठना सीखा है मैंने,  
वो हार कहाँ जानता है भला?

तूफ़ान आएं, आंधियां चलें,  
मेरे हौसले न डिगने पाएंगे,  
कदम-कदम पर रुकावटें मिलें,  
फिर भी मेरे सपने सजते जाएंगे।

जीवन की राह है अनजान सही,  
पर हर मोड़ पर है एक आस नई,  
हर अंधेरे में छुपा है उजाला कहीं,  
मैं क्यों न चलूं, क्यों थमूं यहीं?

इसलिए कोशिश करूं जीने की मैं,  
हर पल को जिऊं, हर क्षण को सजाऊं,  
रास्ते चाहे जैसे हों कठिन,  
हिम्मत से हर बाधा को हराऊं।

©aditi the writer

#love_shayari @Niaz (Harf) @vineetapanchal आगाज़

14 Love

#कविता #बाबा  White हाथ में एक सिक्का दिया आज बाबा ने
जीवन का एक किस्सा बताया आज बाबा ने
सिक्के से खरीदूं दुनिया कैसे
सिखाया बाबा ने
जीवन का पाठ आज मुझको पढ़ाया बाबा ने
सिक्के से खरीदे सपने आज नींद में हमने
हर ख्वाब पूरा किया आज बाबा संग मिलके हमने
जीवन की कठिन परीक्षा पास कर ली हमने
बाबा के दिए सिक्के ने कर्म बदल दिए इतने
न पहचान पाए खुदको
पहचान दी बाबा ने
उम्मीद को जगाना सिखाया हमको बाबा ने

©aditi the writer

#बाबा जादूगर @Kundan Dubey आगाज़ @vineetapanchal

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#आगाज_ए_मोहब्बत #शायरी #Joker  आगाज़- ए -मोहब्बत का अंजाम इतना हैं।
कोई दिल उतर जाता है,कोई दिल से उतर जाता है।।

©Kumar Shashank
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