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New पिता पुत्री कविता Status, Photo, Video

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#शायरी  इधर जाते हैं ना उधर जाते हैं,
हर तरफ वो ही नज़र आते हैं।

कमाने जो निकल जाते घर से,
मौत से भी नहीं वो घबराते हैं।

ज़ख्म पे ज़ख्म चाहे लगता रहें,
दर्द सारा हँसी में ही छिपाते हैं।

ग़म की बदली न छाये परिवार में,
ये सोच कर तूफ़ानो से टकराते हैं।

अपने सपन सारे तोड़ कर 'उजाला',
ये ज़िंदगी को मुस्कुराना सिखाते हैं।

©अनिल कसेर "उजाला"

पिता

117 View

ग़मों की काली परछाई को रख हमसे दूर ख़ुद दुःख सहकर भी जो हमें दे ख़ुशी की खनक, वो खुशियों से झिलमिलाती सुनहरी धूप है 'पिता'। ©Sonal Panwar

#कविता #father #pita  ग़मों की काली परछाई को रख हमसे दूर
ख़ुद दुःख सहकर भी जो हमें दे ख़ुशी की खनक, 
वो खुशियों से झिलमिलाती सुनहरी धूप है 'पिता'।

©Sonal Panwar

सुनहरी धूप है पिता 🥰❤✨ #father #pita #Poetry #Nojoto कविता कोश कविताएं हिंदी कविता हिंदी कविता

14 Love

#कविता  जब भी सीने की धड़कन बढ़ती है,

वो पिता अपने परिवार की सोच रहा होता है।

आंखो के आंसू की कीमत कितनी है,,

बेटा अंगुलियां गिन के बालों को नोच रहा होता है।


पिता के अंदर कितनी जरूरतों का बोझ है,

उसी बोझ तले पिता दब जाता है।

वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,,

और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।।


एक पिता ही है जनाब जो मां की ममता को,

अपने परिवार के ऊपर न्यौछावर कर देता है।

और लाड प्यार का सारा हिस्सा जो उन्हें मिला,,

अपने परिवार पर चंद लम्हों में लुटा देता है।


पिता का हाथ जब तक माथे पर रहता है,

संतान को कभी दुख महसूस नहीं हो पाता है।

वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,,

और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।।

©Satish Kumar Meena

पिता

108 View

White पिता वो शख्स है जो अपने बच्चो के भविष्य के लिए खुद बच्चो के नजरो में सक्त इंसान बन जाता है। ©SarkaR

#शायरी #पिता  White पिता वो शख्स है जो 
अपने बच्चो के भविष्य के लिए
खुद बच्चो के नजरो में
सक्त इंसान बन जाता है।

©SarkaR

#पिता

12 Love

थका हारा जब जब तू दफ्तर से घर आता है मुश्किलोमे, संकटोमें जब जब तू घिर जाता हैं । ऐसे में क्या करे तब कुछ समझ नहीं आता है  आंख से आसू बहता हैं और पापा याद आता है।। जिम्मेदारियों का बोझ जब जब सरपें आता हैं कोशिशोंके बावजूद भी तू संभाल नहीं पाता है। अकेलेपनका अहसास जब जब तुझे सताता है आंख से आसू बहता है और पापा याद आता है।। अनिल ©Anil Sapkal

#कविता #foryoupapa  थका हारा जब जब तू दफ्तर से घर आता है
मुश्किलोमे, संकटोमें जब जब तू घिर जाता हैं ।
ऐसे में क्या करे तब कुछ समझ नहीं आता है 
आंख से आसू बहता हैं और पापा याद आता है।।


जिम्मेदारियों का बोझ जब जब सरपें आता हैं
कोशिशोंके बावजूद भी तू संभाल नहीं पाता है।
अकेलेपनका अहसास जब जब तुझे सताता है
आंख से आसू बहता है और पापा याद आता है।।










अनिल

©Anil Sapkal

#foryoupapa पिता जीवन का संगीत है, पिता हैं तो जित है ll # कविता कोश# प्यार पर कविता# हिंदी कविता# कविताएं# प्रेरणादायी कविता हिंदी

10 Love

पिता ज़िम्मेदारियों की कसौटी पर वो बैठा ख्वाहिशें अपनी अंदर ही रौंदाता, सर पर मेरेउसके आशीष का पहरा दुःख क्लेश पर उनके प्रेम का परदा, परेशानियाँ खुद की खुद तक छिपाये संकट संतान के वो खुद पर ले आये, जैसे पास कोई उनके रामबाण हो समस्या उनके लिए कोई आम बात हो, जो भी मुसीबत आये चाहे जब भी दिखाये जैसे कुछ हुआ ही नहीं, पता नहीं कैसे करते ये सब अब भी हर पल बिताता होगा बस चिंता में ही, नींद -चैन जो अपने दिन- रात गँवाए तो दर्द कोई हमको कैसे छु पाए..? पिता की उन पावन चरणों की हम तो भाग्यशाली धूल माटी.., प्रणाम है ऐसे संकट मोचन को..! जो मोती बनाया हम धूल कणों को । ©Deepali Singh

#Motivational  पिता

ज़िम्मेदारियों की कसौटी पर वो बैठा
ख्वाहिशें अपनी अंदर ही रौंदाता, 
सर पर मेरेउसके आशीष का पहरा
दुःख क्लेश पर उनके प्रेम का परदा, 
परेशानियाँ खुद की खुद तक छिपाये
संकट संतान के वो खुद पर ले आये, 
जैसे पास कोई उनके रामबाण हो
समस्या उनके लिए कोई आम बात हो, 
जो भी मुसीबत आये चाहे जब भी
दिखाये जैसे कुछ हुआ ही नहीं, 
पता नहीं कैसे करते ये सब अब भी
हर पल बिताता होगा बस चिंता में ही, 
नींद -चैन जो अपने दिन- रात गँवाए
तो दर्द कोई हमको कैसे छु पाए..? 
पिता की उन पावन चरणों की
हम तो भाग्यशाली धूल माटी.., 
प्रणाम है ऐसे संकट मोचन को..! 
जो मोती बनाया हम धूल कणों को ।

©Deepali Singh

पिता

12 Love

#शायरी  इधर जाते हैं ना उधर जाते हैं,
हर तरफ वो ही नज़र आते हैं।

कमाने जो निकल जाते घर से,
मौत से भी नहीं वो घबराते हैं।

ज़ख्म पे ज़ख्म चाहे लगता रहें,
दर्द सारा हँसी में ही छिपाते हैं।

ग़म की बदली न छाये परिवार में,
ये सोच कर तूफ़ानो से टकराते हैं।

अपने सपन सारे तोड़ कर 'उजाला',
ये ज़िंदगी को मुस्कुराना सिखाते हैं।

©अनिल कसेर "उजाला"

पिता

117 View

ग़मों की काली परछाई को रख हमसे दूर ख़ुद दुःख सहकर भी जो हमें दे ख़ुशी की खनक, वो खुशियों से झिलमिलाती सुनहरी धूप है 'पिता'। ©Sonal Panwar

#कविता #father #pita  ग़मों की काली परछाई को रख हमसे दूर
ख़ुद दुःख सहकर भी जो हमें दे ख़ुशी की खनक, 
वो खुशियों से झिलमिलाती सुनहरी धूप है 'पिता'।

©Sonal Panwar

सुनहरी धूप है पिता 🥰❤✨ #father #pita #Poetry #Nojoto कविता कोश कविताएं हिंदी कविता हिंदी कविता

14 Love

#कविता  जब भी सीने की धड़कन बढ़ती है,

वो पिता अपने परिवार की सोच रहा होता है।

आंखो के आंसू की कीमत कितनी है,,

बेटा अंगुलियां गिन के बालों को नोच रहा होता है।


पिता के अंदर कितनी जरूरतों का बोझ है,

उसी बोझ तले पिता दब जाता है।

वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,,

और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।।


एक पिता ही है जनाब जो मां की ममता को,

अपने परिवार के ऊपर न्यौछावर कर देता है।

और लाड प्यार का सारा हिस्सा जो उन्हें मिला,,

अपने परिवार पर चंद लम्हों में लुटा देता है।


पिता का हाथ जब तक माथे पर रहता है,

संतान को कभी दुख महसूस नहीं हो पाता है।

वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,,

और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।।

©Satish Kumar Meena

पिता

108 View

White पिता वो शख्स है जो अपने बच्चो के भविष्य के लिए खुद बच्चो के नजरो में सक्त इंसान बन जाता है। ©SarkaR

#शायरी #पिता  White पिता वो शख्स है जो 
अपने बच्चो के भविष्य के लिए
खुद बच्चो के नजरो में
सक्त इंसान बन जाता है।

©SarkaR

#पिता

12 Love

थका हारा जब जब तू दफ्तर से घर आता है मुश्किलोमे, संकटोमें जब जब तू घिर जाता हैं । ऐसे में क्या करे तब कुछ समझ नहीं आता है  आंख से आसू बहता हैं और पापा याद आता है।। जिम्मेदारियों का बोझ जब जब सरपें आता हैं कोशिशोंके बावजूद भी तू संभाल नहीं पाता है। अकेलेपनका अहसास जब जब तुझे सताता है आंख से आसू बहता है और पापा याद आता है।। अनिल ©Anil Sapkal

#कविता #foryoupapa  थका हारा जब जब तू दफ्तर से घर आता है
मुश्किलोमे, संकटोमें जब जब तू घिर जाता हैं ।
ऐसे में क्या करे तब कुछ समझ नहीं आता है 
आंख से आसू बहता हैं और पापा याद आता है।।


जिम्मेदारियों का बोझ जब जब सरपें आता हैं
कोशिशोंके बावजूद भी तू संभाल नहीं पाता है।
अकेलेपनका अहसास जब जब तुझे सताता है
आंख से आसू बहता है और पापा याद आता है।।










अनिल

©Anil Sapkal

#foryoupapa पिता जीवन का संगीत है, पिता हैं तो जित है ll # कविता कोश# प्यार पर कविता# हिंदी कविता# कविताएं# प्रेरणादायी कविता हिंदी

10 Love

पिता ज़िम्मेदारियों की कसौटी पर वो बैठा ख्वाहिशें अपनी अंदर ही रौंदाता, सर पर मेरेउसके आशीष का पहरा दुःख क्लेश पर उनके प्रेम का परदा, परेशानियाँ खुद की खुद तक छिपाये संकट संतान के वो खुद पर ले आये, जैसे पास कोई उनके रामबाण हो समस्या उनके लिए कोई आम बात हो, जो भी मुसीबत आये चाहे जब भी दिखाये जैसे कुछ हुआ ही नहीं, पता नहीं कैसे करते ये सब अब भी हर पल बिताता होगा बस चिंता में ही, नींद -चैन जो अपने दिन- रात गँवाए तो दर्द कोई हमको कैसे छु पाए..? पिता की उन पावन चरणों की हम तो भाग्यशाली धूल माटी.., प्रणाम है ऐसे संकट मोचन को..! जो मोती बनाया हम धूल कणों को । ©Deepali Singh

#Motivational  पिता

ज़िम्मेदारियों की कसौटी पर वो बैठा
ख्वाहिशें अपनी अंदर ही रौंदाता, 
सर पर मेरेउसके आशीष का पहरा
दुःख क्लेश पर उनके प्रेम का परदा, 
परेशानियाँ खुद की खुद तक छिपाये
संकट संतान के वो खुद पर ले आये, 
जैसे पास कोई उनके रामबाण हो
समस्या उनके लिए कोई आम बात हो, 
जो भी मुसीबत आये चाहे जब भी
दिखाये जैसे कुछ हुआ ही नहीं, 
पता नहीं कैसे करते ये सब अब भी
हर पल बिताता होगा बस चिंता में ही, 
नींद -चैन जो अपने दिन- रात गँवाए
तो दर्द कोई हमको कैसे छु पाए..? 
पिता की उन पावन चरणों की
हम तो भाग्यशाली धूल माटी.., 
प्रणाम है ऐसे संकट मोचन को..! 
जो मोती बनाया हम धूल कणों को ।

©Deepali Singh

पिता

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