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New justice saqib nisar Status, Photo, Video

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#विचार #justice  नेह नीर रक्त बहे,
 क्षित विक्षत हे कंचन देह। 
 कुदृष्टि नोच खाए,
वसुंधरा के झड़ गए मेह।।

©Manisha Maru

#justice

90 View

Where is the justice? Mutual understanding means justice? Justice by torture is justice? One who transgresses is not worthy, one who errs. Is it fair to judge him? Why only the bad man wins in Kalyuga? We say there is God, even God helps demons these days. Why not help someone who really deserves justice..... ©Meena Prajapati

#કવિતા #justice  Where is the justice?

Mutual understanding means justice?

Justice by torture is justice?

One who transgresses is not worthy, one who errs. 
Is it fair to judge him?
Why only the bad man wins in Kalyuga?

We say there is God, even God helps demons these days. 
Why not help someone who really deserves justice.....

©Meena Prajapati

#justice

15 Love

#शायरी #justice  रो रोके अब आखों के अश्क़ सुख गये है
इतने बलात्कार आज की तारीख में हो रहे है। 

पर हमें क्या, हमें तो मोमबत्तियां जला कर
सडकों पर रोशनी करनी है, 
नामर्द सी नस्ल हैं हमारी गर्दन झुका कर दिखानी है। 
 आग लगी है दिलों में वो भी बुझ जाती है सवेरे में
फिर वही चिकारी सुनाई देती है अपने मोहल्ले में

©Amol M. Bodke

#justice

108 View

#कविता #justice  कब तक भारत माँ साँसे लेगी केवल भारत माता की जय के नारों में....
भारत माँ की हत्या  हो रही हर रोज़ इन अखबारों में....
कैसे जय होगी भारत माता की जब रोज देश मे नारी मारी जाती है......
 हर रोज किसी की अस्मत लूटी जाती है..... 
लेकर वोट हम ही से ये नेता हर रोज़ बतोले बाज़ी करते हैं....
नारी सुरक्षा पे  केवल इनसे बस भाषण ही मिलते हैं..... 
बलात्कारी जेहादी इनके संरक्षण मे ही तो पलते हैं... 
नन्ही बच्चियों तक को हवस का शिकार बनाया जाता है.... 
तब मेरा अंतरमन  आँसुओं से भर जाता है.... 
लाशों के आगे अब किसी की मुहब्बत की दुकान नहीं खुलती है.....
 राजनीतिक स्वार्थ के कारण अब किसी की जुबान नही खुलती है..... 
मानवता के आगे खड़ी ये सबसे बड़ी चुनौती है..... 
मुझको तो अब लगता है की लोकतंत्र ही सबसे बड़ी पनौती है... 
जेहादियों के कातिल मंसूबों के आगे ये दण्ड संहिता बौनी लगती है..... 
लचर है कानून व्यवस्था जो न्याय दिलाने का दम भरती है.... 
इनकी बर्बरता के आगे फांसी की सजा भी कम से कम लगती है..... 

लोकतंत्र में अब स्त्री का भक्षण बंद करो.... 
और बलत्कारियों के मानव अधिकारों का संरक्षण बंद करो .... 
दण्ड संहिता में बस इक संसोधन  और करवा दो..... 
बलात्कार करने वालों को २ फीट नीचे मिट्टी में जिंदा गडवा दो.... 
हत्या करने पर हाथ पैर कटवाकर बीच सड़क पर रखवा दो....
—Shashank

©Shashank

#justice

90 View

कब तक भारत माँ साँसे लेगी केवल भारत माता की जय के नारों में.... भारत माँ की हत्या हो रही हर रोज़ इन अखबारों में.... कैसे जय होगी भारत माता की जब रोज देश मे नारी मारी जाती है...... हर रोज किसी की अस्मत लूटी जाती है..... लेकर वोट हम ही से ये नेता हर रोज़ बतोले बाज़ी करते हैं.... नारी सुरक्षा पे केवल इनसे बस भाषण ही मिलते हैं..... बलात्कारी जेहादी इनके संरक्षण मे ही तो पलते हैं... नन्ही बच्चियों तक को हवस का शिकार बनाया जाता है.... तब मेरा अंतरमन आँसुओं से भर जाता है.... लाशों के आगे अब किसी की मुहब्बत की दुकान नहीं खुलती है..... राजनीतिक स्वार्थ के कारण अब किसी की जुबान नही खुलती है..... मानवता के आगे खड़ी ये सबसे बड़ी चुनौती है..... मुझको तो अब लगता है की लोकतंत्र ही सबसे बड़ी पनौती है... जेहादियों के कातिल मंसूबों के आगे ये दण्ड संहिता बौनी लगती है..... लचर है कानून व्यवस्था जो न्याय दिलाने का दम भरती है.... इनकी बर्बरता के आगे फ़ासी की सजा भी कम से कम लगती है..... लोकतंत्र में अब स्त्री का भक्षण बंद करो.... और बलत्कारियों के मानव अधिकारों का संरक्षण बंद करो .... दण्ड संहिता में बस इक संसोधन और करवा दो..... बलात्कार करने वालों को २ फीट नीचे मिट्टी में जिंदा गडवा दो.... हत्या करने पर हाथ पैर कटवाकर बीच सड़क पर रखवा दो.... —Shashank ©Shashank

#कविता #justice  कब तक भारत माँ साँसे लेगी केवल भारत माता की जय के नारों में....
भारत माँ की हत्या  हो रही हर रोज़ इन अखबारों में....
कैसे जय होगी भारत माता की जब रोज देश मे नारी मारी जाती है......
 हर रोज किसी की अस्मत लूटी जाती है..... 
लेकर वोट हम ही से ये नेता हर रोज़ बतोले बाज़ी करते हैं....
नारी सुरक्षा पे  केवल इनसे बस भाषण ही मिलते हैं..... 
बलात्कारी जेहादी इनके संरक्षण मे ही तो पलते हैं... 
नन्ही बच्चियों तक को हवस का शिकार बनाया जाता है.... 
तब मेरा अंतरमन  आँसुओं से भर जाता है.... 
लाशों के आगे अब किसी की मुहब्बत की दुकान नहीं खुलती है.....
 राजनीतिक स्वार्थ के कारण अब किसी की जुबान नही खुलती है..... 
मानवता के आगे खड़ी ये सबसे बड़ी चुनौती है..... 
मुझको तो अब लगता है की लोकतंत्र ही सबसे बड़ी पनौती है... 
जेहादियों के कातिल मंसूबों के आगे ये दण्ड संहिता बौनी लगती है..... 
लचर है कानून व्यवस्था जो न्याय दिलाने का दम भरती है.... 
इनकी बर्बरता के आगे फ़ासी की सजा भी कम से कम लगती है..... 

लोकतंत्र में अब स्त्री का भक्षण बंद करो.... 
और बलत्कारियों के मानव अधिकारों का संरक्षण बंद करो .... 
दण्ड संहिता में बस इक संसोधन  और करवा दो..... 
बलात्कार करने वालों को २ फीट नीचे मिट्टी में जिंदा गडवा दो.... 
हत्या करने पर हाथ पैर कटवाकर बीच सड़क पर रखवा दो....
—Shashank

©Shashank

#justice

12 Love

#justice

we want justice#Rape #justice

27 View

#विचार #justice  नेह नीर रक्त बहे,
 क्षित विक्षत हे कंचन देह। 
 कुदृष्टि नोच खाए,
वसुंधरा के झड़ गए मेह।।

©Manisha Maru

#justice

90 View

Where is the justice? Mutual understanding means justice? Justice by torture is justice? One who transgresses is not worthy, one who errs. Is it fair to judge him? Why only the bad man wins in Kalyuga? We say there is God, even God helps demons these days. Why not help someone who really deserves justice..... ©Meena Prajapati

#કવિતા #justice  Where is the justice?

Mutual understanding means justice?

Justice by torture is justice?

One who transgresses is not worthy, one who errs. 
Is it fair to judge him?
Why only the bad man wins in Kalyuga?

We say there is God, even God helps demons these days. 
Why not help someone who really deserves justice.....

©Meena Prajapati

#justice

15 Love

#शायरी #justice  रो रोके अब आखों के अश्क़ सुख गये है
इतने बलात्कार आज की तारीख में हो रहे है। 

पर हमें क्या, हमें तो मोमबत्तियां जला कर
सडकों पर रोशनी करनी है, 
नामर्द सी नस्ल हैं हमारी गर्दन झुका कर दिखानी है। 
 आग लगी है दिलों में वो भी बुझ जाती है सवेरे में
फिर वही चिकारी सुनाई देती है अपने मोहल्ले में

©Amol M. Bodke

#justice

108 View

#कविता #justice  कब तक भारत माँ साँसे लेगी केवल भारत माता की जय के नारों में....
भारत माँ की हत्या  हो रही हर रोज़ इन अखबारों में....
कैसे जय होगी भारत माता की जब रोज देश मे नारी मारी जाती है......
 हर रोज किसी की अस्मत लूटी जाती है..... 
लेकर वोट हम ही से ये नेता हर रोज़ बतोले बाज़ी करते हैं....
नारी सुरक्षा पे  केवल इनसे बस भाषण ही मिलते हैं..... 
बलात्कारी जेहादी इनके संरक्षण मे ही तो पलते हैं... 
नन्ही बच्चियों तक को हवस का शिकार बनाया जाता है.... 
तब मेरा अंतरमन  आँसुओं से भर जाता है.... 
लाशों के आगे अब किसी की मुहब्बत की दुकान नहीं खुलती है.....
 राजनीतिक स्वार्थ के कारण अब किसी की जुबान नही खुलती है..... 
मानवता के आगे खड़ी ये सबसे बड़ी चुनौती है..... 
मुझको तो अब लगता है की लोकतंत्र ही सबसे बड़ी पनौती है... 
जेहादियों के कातिल मंसूबों के आगे ये दण्ड संहिता बौनी लगती है..... 
लचर है कानून व्यवस्था जो न्याय दिलाने का दम भरती है.... 
इनकी बर्बरता के आगे फांसी की सजा भी कम से कम लगती है..... 

लोकतंत्र में अब स्त्री का भक्षण बंद करो.... 
और बलत्कारियों के मानव अधिकारों का संरक्षण बंद करो .... 
दण्ड संहिता में बस इक संसोधन  और करवा दो..... 
बलात्कार करने वालों को २ फीट नीचे मिट्टी में जिंदा गडवा दो.... 
हत्या करने पर हाथ पैर कटवाकर बीच सड़क पर रखवा दो....
—Shashank

©Shashank

#justice

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कब तक भारत माँ साँसे लेगी केवल भारत माता की जय के नारों में.... भारत माँ की हत्या हो रही हर रोज़ इन अखबारों में.... कैसे जय होगी भारत माता की जब रोज देश मे नारी मारी जाती है...... हर रोज किसी की अस्मत लूटी जाती है..... लेकर वोट हम ही से ये नेता हर रोज़ बतोले बाज़ी करते हैं.... नारी सुरक्षा पे केवल इनसे बस भाषण ही मिलते हैं..... बलात्कारी जेहादी इनके संरक्षण मे ही तो पलते हैं... नन्ही बच्चियों तक को हवस का शिकार बनाया जाता है.... तब मेरा अंतरमन आँसुओं से भर जाता है.... लाशों के आगे अब किसी की मुहब्बत की दुकान नहीं खुलती है..... राजनीतिक स्वार्थ के कारण अब किसी की जुबान नही खुलती है..... मानवता के आगे खड़ी ये सबसे बड़ी चुनौती है..... मुझको तो अब लगता है की लोकतंत्र ही सबसे बड़ी पनौती है... जेहादियों के कातिल मंसूबों के आगे ये दण्ड संहिता बौनी लगती है..... लचर है कानून व्यवस्था जो न्याय दिलाने का दम भरती है.... इनकी बर्बरता के आगे फ़ासी की सजा भी कम से कम लगती है..... लोकतंत्र में अब स्त्री का भक्षण बंद करो.... और बलत्कारियों के मानव अधिकारों का संरक्षण बंद करो .... दण्ड संहिता में बस इक संसोधन और करवा दो..... बलात्कार करने वालों को २ फीट नीचे मिट्टी में जिंदा गडवा दो.... हत्या करने पर हाथ पैर कटवाकर बीच सड़क पर रखवा दो.... —Shashank ©Shashank

#कविता #justice  कब तक भारत माँ साँसे लेगी केवल भारत माता की जय के नारों में....
भारत माँ की हत्या  हो रही हर रोज़ इन अखबारों में....
कैसे जय होगी भारत माता की जब रोज देश मे नारी मारी जाती है......
 हर रोज किसी की अस्मत लूटी जाती है..... 
लेकर वोट हम ही से ये नेता हर रोज़ बतोले बाज़ी करते हैं....
नारी सुरक्षा पे  केवल इनसे बस भाषण ही मिलते हैं..... 
बलात्कारी जेहादी इनके संरक्षण मे ही तो पलते हैं... 
नन्ही बच्चियों तक को हवस का शिकार बनाया जाता है.... 
तब मेरा अंतरमन  आँसुओं से भर जाता है.... 
लाशों के आगे अब किसी की मुहब्बत की दुकान नहीं खुलती है.....
 राजनीतिक स्वार्थ के कारण अब किसी की जुबान नही खुलती है..... 
मानवता के आगे खड़ी ये सबसे बड़ी चुनौती है..... 
मुझको तो अब लगता है की लोकतंत्र ही सबसे बड़ी पनौती है... 
जेहादियों के कातिल मंसूबों के आगे ये दण्ड संहिता बौनी लगती है..... 
लचर है कानून व्यवस्था जो न्याय दिलाने का दम भरती है.... 
इनकी बर्बरता के आगे फ़ासी की सजा भी कम से कम लगती है..... 

लोकतंत्र में अब स्त्री का भक्षण बंद करो.... 
और बलत्कारियों के मानव अधिकारों का संरक्षण बंद करो .... 
दण्ड संहिता में बस इक संसोधन  और करवा दो..... 
बलात्कार करने वालों को २ फीट नीचे मिट्टी में जिंदा गडवा दो.... 
हत्या करने पर हाथ पैर कटवाकर बीच सड़क पर रखवा दो....
—Shashank

©Shashank

#justice

12 Love

#justice

we want justice#Rape #justice

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