White आज का ज्ञान
अर्थात सच्चाई
आधुनिक श्लोक -:
टका धर्मः , टका कर्मः , टका अस्ति सर्वे सुखम् !
यस्य नास्ति स्वयं टका ,ते फिरंति टकटकानी !!
अर्थात ...पैसा ही धर्म है ,पैसा ही कर्म है ,
और पैसे में ही दुनिया के सभी सुख विराजमान हैं ,
जिस व्यक्ति के पास पैसा नही होता है ,वह बाजार में सिर्फ इधर उधर टकटकी लगाकर घूमता फिरता रहता है ..!!
.. जो इस श्लोक के अनुसार चलेंगे उनका जीवन सदैव सुखमय रहेगा !
क्योंकि सिर्फ पैसा ही वो देवता है जो की ..
पग बिन चले ,सुने बिन काना !
कर बिन करे ,करम विधि नाना !!
अर्थात ..जो बिन पैरो के चलता है , बिन कानो के सुनता है , बिन हाथों के सारे कार्य करता है !
मैं ऐसे पैसे के क्यों न गुन गाऊँ और क्यों न उसके आगे शीष झुकाऊँ !!
©Andy Mann
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