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White वृक्ष बिन वृक्षों के कभी नहीं बरसेगा पानी । बिना वृक्ष के हवा ना देगी जिन्दगानी।। बिन वृक्षों के न छाएंगे शीतल बादल । बिन वृक्ष जगत जलेगा उष्ण अग्नि में प्रतिपल ।। वृक्ष बिना जन जीवन होगा काहिल। मत बन जान बनकर बुझ कर तू जाहिल ।। ©Hari Verma

#कोट्स #sad_quotes  White  वृक्ष 
बिन वृक्षों के  कभी नहीं बरसेगा पानी ।
बिना वृक्ष के हवा ना देगी जिन्दगानी।।
 बिन वृक्षों के न छाएंगे शीतल बादल ।
बिन वृक्ष जगत जलेगा उष्ण अग्नि में प्रतिपल ।।
वृक्ष बिना जन जीवन होगा काहिल।
 मत बन जान बनकर बुझ कर तू  जाहिल ।।

©Hari Verma

#sad_quotes वृक्ष

13 Love

White जैसे जैसे वक्त बीता और वक्त बदलता गया.. हम लोगो ने भी इबादत और पूजा के त्तथाकथित ढंग मे बदलाव कर दिया हैँ क्योंकि इबादत के ढंग बदलने से पहले हमारे धर्म और मज़हबो ने भी अपना रूप बदल लिया है तभी तो आज आये दिन हमें खून खराबो और नफरतों के हिंसक रूप से मुख़ातिब होना पड़ता है झूझना पडता है ©Parasram Arora

#कविता  White जैसे जैसे वक्त बीता और वक्त बदलता गया.. हम लोगो ने भी इबादत और  पूजा के त्तथाकथित  ढंग मे  बदलाव कर दिया हैँ

क्योंकि इबादत के ढंग बदलने से पहले हमारे धर्म और मज़हबो ने भी अपना रूप बदल लिया है  तभी तो आज आये दिन हमें 
खून खराबो और नफरतों के हिंसक रूप से मुख़ातिब  होना पड़ता है 
 झूझना  पडता है

©Parasram Arora

बदलता रूप

15 Love

White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं , सहकार सारे आंधी तूफान और धूप इंसानों के काम आता हूं। अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो कभी शमशानों में जलाया जाता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, फिर भी मेरी जरूरत समझ नहीं पता है। बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को अपना दर्द छुपा लेता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता है मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी। बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी करोगे मेरी देखभाल तो, प्रकृति में संकट नहीं आएगी l अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l ©Akriti Tiwari

#कविता  White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द 


जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं ,
सहकार सारे आंधी तूफान और धूप 
इंसानों के काम आता हूं। 


अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, 
जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर 
मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो 
कभी शमशानों में जलाया जाता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं 


बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, 
फिर भी मेरी जरूरत  समझ नहीं पता है।
बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को
अपना दर्द छुपा लेता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता है 


मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, 
कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी।
बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी 
तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो 
तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी 
करोगे मेरी देखभाल तो, 
प्रकृति में संकट नहीं आएगी l
अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l

©Akriti Tiwari

वृक्ष के ऊपर कविता। प्रेरणादायी कविता हिंदी

7 Love

रूप सुहाना कर देती है दूर ठिकाना कर देती है माँग की ये सिंदूरी रेखा कितनों को बेगाना कर देती है ©Ghumnam Gautam

#सिन्दूर #ghumnamgautam #रूप #Quotes  रूप सुहाना कर देती है दूर ठिकाना कर देती है
माँग की ये सिंदूरी रेखा कितनों को बेगाना कर देती है

©Ghumnam Gautam
#शेयर_जरूर_करें #💕💕💕💕💕 #कविता #आओ  White मन बड़ा बैचेन है,
सब ईश्वर की देन है।
दिल लंबी आहें भरता है,
दुनियादारी से डरता है।
सूखा वृक्ष देखकर मन दुखी होता है,
दिल बड़ा फिर रोता है।
आंखें आसमान की ओर देख रही है,
कब वर्षा होगी कह रही है।
एक दिन वृक्ष हरा होगा,
हरियाली से भरा होगा ।
रखो दिल में हजारों आशाएं,
आओ निराशा को भगाएं।
वृक्ष प्रकृति का अमूल्य धरोहर है,
सबका जीवन बड़ा कठोर है।
आओ धरा को हरा भरा बनाएं,
खुशियां ही खुशियां लेकर आएं।
अपना मानव धर्म निभाएं,
लुप्त होती प्रकृति और पर्यावरण को बचाएं।

©Shishpal Chauhan

#आओ वृक्ष बचाएं #शेयर_जरूर_करें #🎋🌴🌳🌲🎄

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#कविता #शब्द

#शब्द

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White वृक्ष बिन वृक्षों के कभी नहीं बरसेगा पानी । बिना वृक्ष के हवा ना देगी जिन्दगानी।। बिन वृक्षों के न छाएंगे शीतल बादल । बिन वृक्ष जगत जलेगा उष्ण अग्नि में प्रतिपल ।। वृक्ष बिना जन जीवन होगा काहिल। मत बन जान बनकर बुझ कर तू जाहिल ।। ©Hari Verma

#कोट्स #sad_quotes  White  वृक्ष 
बिन वृक्षों के  कभी नहीं बरसेगा पानी ।
बिना वृक्ष के हवा ना देगी जिन्दगानी।।
 बिन वृक्षों के न छाएंगे शीतल बादल ।
बिन वृक्ष जगत जलेगा उष्ण अग्नि में प्रतिपल ।।
वृक्ष बिना जन जीवन होगा काहिल।
 मत बन जान बनकर बुझ कर तू  जाहिल ।।

©Hari Verma

#sad_quotes वृक्ष

13 Love

White जैसे जैसे वक्त बीता और वक्त बदलता गया.. हम लोगो ने भी इबादत और पूजा के त्तथाकथित ढंग मे बदलाव कर दिया हैँ क्योंकि इबादत के ढंग बदलने से पहले हमारे धर्म और मज़हबो ने भी अपना रूप बदल लिया है तभी तो आज आये दिन हमें खून खराबो और नफरतों के हिंसक रूप से मुख़ातिब होना पड़ता है झूझना पडता है ©Parasram Arora

#कविता  White जैसे जैसे वक्त बीता और वक्त बदलता गया.. हम लोगो ने भी इबादत और  पूजा के त्तथाकथित  ढंग मे  बदलाव कर दिया हैँ

क्योंकि इबादत के ढंग बदलने से पहले हमारे धर्म और मज़हबो ने भी अपना रूप बदल लिया है  तभी तो आज आये दिन हमें 
खून खराबो और नफरतों के हिंसक रूप से मुख़ातिब  होना पड़ता है 
 झूझना  पडता है

©Parasram Arora

बदलता रूप

15 Love

White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं , सहकार सारे आंधी तूफान और धूप इंसानों के काम आता हूं। अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो कभी शमशानों में जलाया जाता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, फिर भी मेरी जरूरत समझ नहीं पता है। बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को अपना दर्द छुपा लेता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता है मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी। बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी करोगे मेरी देखभाल तो, प्रकृति में संकट नहीं आएगी l अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l ©Akriti Tiwari

#कविता  White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द 


जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं ,
सहकार सारे आंधी तूफान और धूप 
इंसानों के काम आता हूं। 


अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, 
जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर 
मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो 
कभी शमशानों में जलाया जाता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं 


बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, 
फिर भी मेरी जरूरत  समझ नहीं पता है।
बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को
अपना दर्द छुपा लेता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता है 


मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, 
कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी।
बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी 
तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो 
तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी 
करोगे मेरी देखभाल तो, 
प्रकृति में संकट नहीं आएगी l
अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l

©Akriti Tiwari

वृक्ष के ऊपर कविता। प्रेरणादायी कविता हिंदी

7 Love

रूप सुहाना कर देती है दूर ठिकाना कर देती है माँग की ये सिंदूरी रेखा कितनों को बेगाना कर देती है ©Ghumnam Gautam

#सिन्दूर #ghumnamgautam #रूप #Quotes  रूप सुहाना कर देती है दूर ठिकाना कर देती है
माँग की ये सिंदूरी रेखा कितनों को बेगाना कर देती है

©Ghumnam Gautam
#शेयर_जरूर_करें #💕💕💕💕💕 #कविता #आओ  White मन बड़ा बैचेन है,
सब ईश्वर की देन है।
दिल लंबी आहें भरता है,
दुनियादारी से डरता है।
सूखा वृक्ष देखकर मन दुखी होता है,
दिल बड़ा फिर रोता है।
आंखें आसमान की ओर देख रही है,
कब वर्षा होगी कह रही है।
एक दिन वृक्ष हरा होगा,
हरियाली से भरा होगा ।
रखो दिल में हजारों आशाएं,
आओ निराशा को भगाएं।
वृक्ष प्रकृति का अमूल्य धरोहर है,
सबका जीवन बड़ा कठोर है।
आओ धरा को हरा भरा बनाएं,
खुशियां ही खुशियां लेकर आएं।
अपना मानव धर्म निभाएं,
लुप्त होती प्रकृति और पर्यावरण को बचाएं।

©Shishpal Chauhan

#आओ वृक्ष बचाएं #शेयर_जरूर_करें #🎋🌴🌳🌲🎄

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#कविता #शब्द

#शब्द

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