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New होगा मचाया काव्या Status, Photo, Video

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#shayari_challenge #urdupoetrylines #shayrioftheday #top_newser #urduposts  शोर यूँ ही न परिंदों ने मचाया होगा
कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा

पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था
जिस्म जल जाएँगे जब सर पे न साया होगा

बानी-ए-जश्ने-बहाराँ ने ये सोचा भी नहीं
किस ने काटों को लहू अपना पिलाया होगा

अपने जंगल से जो घबरा के उड़े थे प्यासे
ये सराब उन को समंदर नज़र आया होगा

बिजली के तार पर बैठा हुआ तन्हा पंछी
सोचता है कि वो जंगल तो पराया होगा

 कैफ़ी आज़मी

#haadse शोर यूँ ही न परिंदों ने मचाया होगा कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था जिस्म जल जाएँगे जब सर प

153 View

White राहें आसान होती गयी, मंजिले मिलतीं गयी , तेरे एक हाथ थामने से , मंजर ठहरते गये, महफिलें रौशन होती गयी, हमें पता ना था यू अकेले, लौटना होगा, अपनी लाश को कांधे पर तोकना होगा,,,, By Urmee ki Dairy ©Urmeela Raikwar (parihar)

#शायरी #sad_qoute  White राहें आसान होती गयी,  
मंजिले मिलतीं गयी ,
 तेरे एक हाथ  थामने से , 
मंजर ठहरते गये, 
महफिलें रौशन होती गयी,
हमें पता ना था यू अकेले,
लौटना होगा, 
अपनी लाश को कांधे पर तोकना होगा,,,,

By 
Urmee ki Dairy

©Urmeela Raikwar (parihar)

#sad_qoute यू अकेले लौटना होगा

16 Love

White कुछ रिश्ते बहुत रुहनी होते है.....! अपनेपन का शोर नही मचाया करते....!! ©Rameshkumar Mehra Mehra

#Quotes  White कुछ रिश्ते बहुत रुहनी होते है.....!
अपनेपन का शोर नही मचाया करते....!!

©Rameshkumar Mehra Mehra

# कुछ रिश्ते बहुत रहनी होते है,अपनेपन का शोर नही मचाया करते.....

20 Love

White इन्सान बुढ़ा जरुर होता है। मगर प्यार बुढ़ा नही होता। खुद सोचो जो बुढ़ा नही होता। उसका मक़ाम क्या होगा। ऐसा सोच रहा तो हर आने। वाली पीढ़ी कभी बदनाम नही। होगा। ©ANSARI ANSARI

#विचार  White इन्सान बुढ़ा जरुर होता है।
मगर प्यार बुढ़ा नही होता।
खुद सोचो जो बुढ़ा नही होता।
उसका मक़ाम क्या होगा।
ऐसा सोच रहा तो हर आने।
वाली पीढ़ी कभी बदनाम नही।
 होगा।

©ANSARI ANSARI

कभी बदनाम नही होगा।

11 Love

White दुश्मनों को भगाना हीं होगा 00000000000 समझती नहीं है बात को, जगाने चली आती है आधी रात को। अंधेरा को तुमने क्यों भगाया, जुगनू को हमने बहुत समझाया। जुगनू ने कहा तुम नादान हो, आने वाले तुफान से तुम अंजान हो। मिट जाओगे,कट जाओगे, तुम भगवान नहीं इंसान हो।। फिर मालाकार ने कहा, समझती नहीं है जरा भी बात को, भूलता नहीं है कोई अपने जात को। बिगाड़ रहा है हिन्दू , खुद अपने हालात को।। समझती नहीं है बात को।। भाईचारा निभा रहा है, इसलिए चारा बना रहा है। जुगनू ने कहा सोए को जगाना हीं होगा, दुश्मनों को भगाना हीं होगा। इसलिए तो मैं आता हूं आधि रात को, तुम हिन्दू समझते नहीं , क्यूं मेरे बात को।। =================== प्रमोद मालाकार की कलम से ©pramod malakar

#दुश्मनों #कविता  White दुश्मनों  को भगाना हीं होगा
00000000000 
समझती नहीं है बात को,
जगाने चली आती है आधी रात को।
अंधेरा को तुमने क्यों भगाया,
जुगनू को हमने बहुत समझाया।
जुगनू ने कहा तुम नादान हो,
आने वाले तुफान से तुम अंजान हो।
मिट जाओगे,कट जाओगे,
तुम भगवान नहीं इंसान हो।।
फिर मालाकार ने कहा,
समझती नहीं है जरा भी बात को,
भूलता नहीं है कोई अपने जात को।
बिगाड़ रहा है हिन्दू , खुद अपने हालात को।।
समझती नहीं है बात को।।
भाईचारा निभा रहा है,
इसलिए चारा बना रहा है।
जुगनू ने कहा सोए को जगाना हीं होगा,
दुश्मनों को भगाना हीं होगा।
इसलिए तो मैं आता हूं आधि रात को,
तुम हिन्दू समझते नहीं , क्यूं मेरे बात को।।
===================
प्रमोद मालाकार की कलम से

©pramod malakar

#दुश्मनों को भगाना हीं होगा।.....

13 Love

#पत्थर #कोट्स  White 
मत पूछो शीशे से उसके टूटने की वजह,
उसने भी मेरी तरह किसी पत्थर को अपना समझा होगा!

©Vic@tory

#पत्थर को अपना समझा होगा!

126 View

#shayari_challenge #urdupoetrylines #shayrioftheday #top_newser #urduposts  शोर यूँ ही न परिंदों ने मचाया होगा
कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा

पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था
जिस्म जल जाएँगे जब सर पे न साया होगा

बानी-ए-जश्ने-बहाराँ ने ये सोचा भी नहीं
किस ने काटों को लहू अपना पिलाया होगा

अपने जंगल से जो घबरा के उड़े थे प्यासे
ये सराब उन को समंदर नज़र आया होगा

बिजली के तार पर बैठा हुआ तन्हा पंछी
सोचता है कि वो जंगल तो पराया होगा

 कैफ़ी आज़मी

#haadse शोर यूँ ही न परिंदों ने मचाया होगा कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था जिस्म जल जाएँगे जब सर प

153 View

White राहें आसान होती गयी, मंजिले मिलतीं गयी , तेरे एक हाथ थामने से , मंजर ठहरते गये, महफिलें रौशन होती गयी, हमें पता ना था यू अकेले, लौटना होगा, अपनी लाश को कांधे पर तोकना होगा,,,, By Urmee ki Dairy ©Urmeela Raikwar (parihar)

#शायरी #sad_qoute  White राहें आसान होती गयी,  
मंजिले मिलतीं गयी ,
 तेरे एक हाथ  थामने से , 
मंजर ठहरते गये, 
महफिलें रौशन होती गयी,
हमें पता ना था यू अकेले,
लौटना होगा, 
अपनी लाश को कांधे पर तोकना होगा,,,,

By 
Urmee ki Dairy

©Urmeela Raikwar (parihar)

#sad_qoute यू अकेले लौटना होगा

16 Love

White कुछ रिश्ते बहुत रुहनी होते है.....! अपनेपन का शोर नही मचाया करते....!! ©Rameshkumar Mehra Mehra

#Quotes  White कुछ रिश्ते बहुत रुहनी होते है.....!
अपनेपन का शोर नही मचाया करते....!!

©Rameshkumar Mehra Mehra

# कुछ रिश्ते बहुत रहनी होते है,अपनेपन का शोर नही मचाया करते.....

20 Love

White इन्सान बुढ़ा जरुर होता है। मगर प्यार बुढ़ा नही होता। खुद सोचो जो बुढ़ा नही होता। उसका मक़ाम क्या होगा। ऐसा सोच रहा तो हर आने। वाली पीढ़ी कभी बदनाम नही। होगा। ©ANSARI ANSARI

#विचार  White इन्सान बुढ़ा जरुर होता है।
मगर प्यार बुढ़ा नही होता।
खुद सोचो जो बुढ़ा नही होता।
उसका मक़ाम क्या होगा।
ऐसा सोच रहा तो हर आने।
वाली पीढ़ी कभी बदनाम नही।
 होगा।

©ANSARI ANSARI

कभी बदनाम नही होगा।

11 Love

White दुश्मनों को भगाना हीं होगा 00000000000 समझती नहीं है बात को, जगाने चली आती है आधी रात को। अंधेरा को तुमने क्यों भगाया, जुगनू को हमने बहुत समझाया। जुगनू ने कहा तुम नादान हो, आने वाले तुफान से तुम अंजान हो। मिट जाओगे,कट जाओगे, तुम भगवान नहीं इंसान हो।। फिर मालाकार ने कहा, समझती नहीं है जरा भी बात को, भूलता नहीं है कोई अपने जात को। बिगाड़ रहा है हिन्दू , खुद अपने हालात को।। समझती नहीं है बात को।। भाईचारा निभा रहा है, इसलिए चारा बना रहा है। जुगनू ने कहा सोए को जगाना हीं होगा, दुश्मनों को भगाना हीं होगा। इसलिए तो मैं आता हूं आधि रात को, तुम हिन्दू समझते नहीं , क्यूं मेरे बात को।। =================== प्रमोद मालाकार की कलम से ©pramod malakar

#दुश्मनों #कविता  White दुश्मनों  को भगाना हीं होगा
00000000000 
समझती नहीं है बात को,
जगाने चली आती है आधी रात को।
अंधेरा को तुमने क्यों भगाया,
जुगनू को हमने बहुत समझाया।
जुगनू ने कहा तुम नादान हो,
आने वाले तुफान से तुम अंजान हो।
मिट जाओगे,कट जाओगे,
तुम भगवान नहीं इंसान हो।।
फिर मालाकार ने कहा,
समझती नहीं है जरा भी बात को,
भूलता नहीं है कोई अपने जात को।
बिगाड़ रहा है हिन्दू , खुद अपने हालात को।।
समझती नहीं है बात को।।
भाईचारा निभा रहा है,
इसलिए चारा बना रहा है।
जुगनू ने कहा सोए को जगाना हीं होगा,
दुश्मनों को भगाना हीं होगा।
इसलिए तो मैं आता हूं आधि रात को,
तुम हिन्दू समझते नहीं , क्यूं मेरे बात को।।
===================
प्रमोद मालाकार की कलम से

©pramod malakar

#दुश्मनों को भगाना हीं होगा।.....

13 Love

#पत्थर #कोट्स  White 
मत पूछो शीशे से उसके टूटने की वजह,
उसने भी मेरी तरह किसी पत्थर को अपना समझा होगा!

©Vic@tory

#पत्थर को अपना समझा होगा!

126 View

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