tags

New 'नर हो न निराश करो मन को कविता' Status, Photo, Video

Find the latest Status about 'नर हो न निराश करो मन को कविता' from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about 'नर हो न निराश करो मन को कविता'.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#मराठीकविता #स्त्री #JKpoetess

#स्त्री मन #JKpoetess महिला दिन मराठी कविता

144 View

#कविता #shayri #kavita #Yaden #gajal

जब मिलना हो खुद से तो.. प्रकृति से मिल लेता हूँ.. मन की मटमैली यादों को.. पानी से धो लेता हूँ.. निश्छल "नीर" #poetry #kavita #shayari #sha

135 View

White न रेत में... न देह में... न मन मे ... न अहसास में.. न जिस्म में... इश्क तो बस सिमट जाता है, सिर्फ और सिर्फ रूह में...! न आयत में.. न इनायत में.... न चाहत में .. न ख्वाहिश में.. इश्क़ तो बसता है सिर्फ रूह की इबादत में..!! ©Shivkumar barman

#ख्वाहिश #चाहता #अहसास #कविता #जिस्म #इश्क  White न रेत में... 
न देह में...
न मन मे ... 
न अहसास में..
न जिस्म में...
इश्क तो बस सिमट जाता है,
सिर्फ और सिर्फ रूह में...!
न आयत में.. 
न इनायत में....
न चाहत में .. 
न ख्वाहिश में..
इश्क़ तो बसता है सिर्फ रूह की इबादत में..!!

©Shivkumar barman

#रेत में... न #देह में... न #मन मे ... न #अहसास में.. न #जिस्म में... #इश्क तो बस सिमट जाता है, सिर्फ और सिर्फ रूह में...! न आयत म

15 Love

White 📕_गर वक्त हो ! ..✍️। ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖 _गर वक्त हो ..! 2x तो दो पल साथ चलकर तो देख .. मेरे दिल की गहराइयों में शतरंज का खेल तो देख | . . मेरी खामोशी के मंज़र में गुमनाम हू मैं . , तु मुझे दिल के किरदार से ढूंढ़ कर तो देख। . . गर वक्त हो . . ! २x। ज़बान ए खामोशी , पढ़ कर तो देख । . . गगन में उड़ती पंछियां वनों की हरियाली समंदर की खामोशी जरा पढ़कर तो देख । . . शहर की इस भीड़ से दूर कई किसी गांव की मिट्ठी की महक सूंघ कर तो देख । . . बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x गर वक्त हो ! तुम अपनों से गले लगकर तो देख । . नफ़रत भरे इस बाज़ार में कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . . महलों की ठंडक से बाहर कही किसी ग़रीब की कुटिया में कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . . गुमराहों की इस भीड़ में किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . . गर वक्त हो . . ! आकलन कर लेना . . 2x तुम खुद को पाओगे जंजीरों से जखड़कर उसे तोड़ चैन की सांस तू लेकर तो देख . . । पहचान अपनी हस्ती की. . , तुम खुद जान जाओगे ।. .2x तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! ©Dharmendra Gopatwar

#कविता  White                                           📕_गर वक्त हो ! ..✍️।                    ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖

            _गर वक्त हो ..!  2x
     तो दो पल साथ चलकर तो देख ..
     मेरे दिल की गहराइयों में
     शतरंज का खेल तो देख | .  . 
    
           मेरी खामोशी के मंज़र में
       गुमनाम  हू मैं . ,
            तु मुझे दिल के किरदार से 
            ढूंढ़ कर तो देख। . .
                                                    गर वक्त हो . . !  २x।                                                  
                                 ज़बान ए खामोशी ,                       पढ़ कर तो देख । . .        
       
            गगन में उड़ती पंछियां 
      वनों की हरियाली 
       समंदर की खामोशी 
       जरा पढ़कर तो देख । . .
                    शहर की इस भीड़ से दूर
           कई किसी गांव की मिट्ठी की
         महक सूंघ कर तो देख । . .

               बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x
            गर वक्त हो ! तुम अपनों से 
            गले लगकर तो देख । . 
नफ़रत भरे इस बाज़ार में 
         कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . .
     
            महलों की ठंडक से बाहर 
       कही किसी ग़रीब की कुटिया में 
       कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . .
               गुमराहों की इस भीड़ में 
          किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . .

        गर वक्त हो  . .  !  आकलन कर लेना . . 2x
       तुम खुद को पाओगे 
       जंजीरों से जखड़कर 
                 उसे तोड़ चैन की सांस 
                तू लेकर तो देख . . ।
      
         पहचान अपनी हस्ती की. . ,
       तुम खुद जान जाओगे ।. .2x
        तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . 
        गर वक्त हो . . !
           दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x
ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . .
गर वक्त हो . . !

©Dharmendra Gopatwar

गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता

9 Love

#मोटिवेशनल

मन को काबू में करना

99 View

White नौमीदी और नाराज़गी बहुत देख ली, अब जो बोले जमाना, मैंने लाज फेंकदी, अगर कोई पूछे कि इतने बरबाद क्यों हो तुम , तो कहना, क्या चार पैसे कमा कर तुमने आबादी सीखली। ©Shivampatil

#शायरी  White नौमीदी और नाराज़गी बहुत देख ली, अब जो बोले जमाना, मैंने लाज फेंकदी, अगर कोई पूछे कि इतने बरबाद क्यों हो तुम , तो कहना, क्या चार पैसे कमा कर तुमने आबादी सीखली।

©Shivampatil

# जो मन करे वो करो , जमाना जाए भाडमे

12 Love

#मराठीकविता #स्त्री #JKpoetess

#स्त्री मन #JKpoetess महिला दिन मराठी कविता

144 View

#कविता #shayri #kavita #Yaden #gajal

जब मिलना हो खुद से तो.. प्रकृति से मिल लेता हूँ.. मन की मटमैली यादों को.. पानी से धो लेता हूँ.. निश्छल "नीर" #poetry #kavita #shayari #sha

135 View

White न रेत में... न देह में... न मन मे ... न अहसास में.. न जिस्म में... इश्क तो बस सिमट जाता है, सिर्फ और सिर्फ रूह में...! न आयत में.. न इनायत में.... न चाहत में .. न ख्वाहिश में.. इश्क़ तो बसता है सिर्फ रूह की इबादत में..!! ©Shivkumar barman

#ख्वाहिश #चाहता #अहसास #कविता #जिस्म #इश्क  White न रेत में... 
न देह में...
न मन मे ... 
न अहसास में..
न जिस्म में...
इश्क तो बस सिमट जाता है,
सिर्फ और सिर्फ रूह में...!
न आयत में.. 
न इनायत में....
न चाहत में .. 
न ख्वाहिश में..
इश्क़ तो बसता है सिर्फ रूह की इबादत में..!!

©Shivkumar barman

#रेत में... न #देह में... न #मन मे ... न #अहसास में.. न #जिस्म में... #इश्क तो बस सिमट जाता है, सिर्फ और सिर्फ रूह में...! न आयत म

15 Love

White 📕_गर वक्त हो ! ..✍️। ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖 _गर वक्त हो ..! 2x तो दो पल साथ चलकर तो देख .. मेरे दिल की गहराइयों में शतरंज का खेल तो देख | . . मेरी खामोशी के मंज़र में गुमनाम हू मैं . , तु मुझे दिल के किरदार से ढूंढ़ कर तो देख। . . गर वक्त हो . . ! २x। ज़बान ए खामोशी , पढ़ कर तो देख । . . गगन में उड़ती पंछियां वनों की हरियाली समंदर की खामोशी जरा पढ़कर तो देख । . . शहर की इस भीड़ से दूर कई किसी गांव की मिट्ठी की महक सूंघ कर तो देख । . . बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x गर वक्त हो ! तुम अपनों से गले लगकर तो देख । . नफ़रत भरे इस बाज़ार में कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . . महलों की ठंडक से बाहर कही किसी ग़रीब की कुटिया में कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . . गुमराहों की इस भीड़ में किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . . गर वक्त हो . . ! आकलन कर लेना . . 2x तुम खुद को पाओगे जंजीरों से जखड़कर उसे तोड़ चैन की सांस तू लेकर तो देख . . । पहचान अपनी हस्ती की. . , तुम खुद जान जाओगे ।. .2x तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! ©Dharmendra Gopatwar

#कविता  White                                           📕_गर वक्त हो ! ..✍️।                    ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖

            _गर वक्त हो ..!  2x
     तो दो पल साथ चलकर तो देख ..
     मेरे दिल की गहराइयों में
     शतरंज का खेल तो देख | .  . 
    
           मेरी खामोशी के मंज़र में
       गुमनाम  हू मैं . ,
            तु मुझे दिल के किरदार से 
            ढूंढ़ कर तो देख। . .
                                                    गर वक्त हो . . !  २x।                                                  
                                 ज़बान ए खामोशी ,                       पढ़ कर तो देख । . .        
       
            गगन में उड़ती पंछियां 
      वनों की हरियाली 
       समंदर की खामोशी 
       जरा पढ़कर तो देख । . .
                    शहर की इस भीड़ से दूर
           कई किसी गांव की मिट्ठी की
         महक सूंघ कर तो देख । . .

               बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x
            गर वक्त हो ! तुम अपनों से 
            गले लगकर तो देख । . 
नफ़रत भरे इस बाज़ार में 
         कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . .
     
            महलों की ठंडक से बाहर 
       कही किसी ग़रीब की कुटिया में 
       कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . .
               गुमराहों की इस भीड़ में 
          किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . .

        गर वक्त हो  . .  !  आकलन कर लेना . . 2x
       तुम खुद को पाओगे 
       जंजीरों से जखड़कर 
                 उसे तोड़ चैन की सांस 
                तू लेकर तो देख . . ।
      
         पहचान अपनी हस्ती की. . ,
       तुम खुद जान जाओगे ।. .2x
        तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . 
        गर वक्त हो . . !
           दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x
ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . .
गर वक्त हो . . !

©Dharmendra Gopatwar

गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता

9 Love

#मोटिवेशनल

मन को काबू में करना

99 View

White नौमीदी और नाराज़गी बहुत देख ली, अब जो बोले जमाना, मैंने लाज फेंकदी, अगर कोई पूछे कि इतने बरबाद क्यों हो तुम , तो कहना, क्या चार पैसे कमा कर तुमने आबादी सीखली। ©Shivampatil

#शायरी  White नौमीदी और नाराज़गी बहुत देख ली, अब जो बोले जमाना, मैंने लाज फेंकदी, अगर कोई पूछे कि इतने बरबाद क्यों हो तुम , तो कहना, क्या चार पैसे कमा कर तुमने आबादी सीखली।

©Shivampatil

# जो मन करे वो करो , जमाना जाए भाडमे

12 Love

Trending Topic