tags

New एहसास Status, Photo, Video

Find the latest Status about एहसास from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about एहसास.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White कभी कभी वहा भी बोल नही फूट पाए जहाँ जरूरी था अंतस् ने दुआएँ दी और लगा पूरे हो गए मन्नत कुछ एहसास गुप्त ऊर्जा लिए डूब जाती है कितने बार शीर्ष तक उभरती भी नअंद पर क्या वाकई हमारे अंदर विकसित अलौकिक शक्तियां फल को भी गुप्त कर देती है या सृष्टि उसे स्वीकार कर सूर्य सा दीप्तिमान रौशनी का सृजन कर भेद देती है उस प्रकृति रस के अंदर ©चाँदनी

#गुप्त  White कभी कभी वहा भी बोल नही 
फूट पाए जहाँ जरूरी था

अंतस् ने दुआएँ दी
और लगा पूरे हो गए मन्नत

कुछ एहसास गुप्त ऊर्जा लिए
डूब जाती है

 कितने बार शीर्ष तक उभरती भी नअंद

पर क्या वाकई हमारे अंदर विकसित 
अलौकिक शक्तियां फल को भी
 गुप्त कर देती है

या सृष्टि उसे स्वीकार कर 
सूर्य सा दीप्तिमान रौशनी का सृजन कर 

भेद देती है उस प्रकृति रस के अंदर

©चाँदनी

#गुप्त एहसास

16 Love

White आज भीड़ से दूर निकल आया हूँ ये सिसकियाँ, तन्हाईयाॅ क्या सुन पा रही हो????? मैं ही तुमसे रूठ जाता था लेकिन इस बार तो •••••• ऐसे रूठी तुम •••••• मेरा सब कुछ साथ ले गई•• ©Ekta Singh

#शायरी  White आज भीड़ से दूर निकल आया हूँ
ये सिसकियाँ, तन्हाईयाॅ
क्या सुन पा रही हो?????

मैं ही तुमसे रूठ जाता था 
लेकिन इस बार तो ••••••
ऐसे रूठी तुम ••••••
मेरा सब कुछ साथ ले गई••

©Ekta Singh

एहसास

8 Love

#एहसास #शायरी #कसूर  जिंदगी एक खूबसूरत एहसास है
 इसे काली रात,सजा बद्दुआ,नफरतों का बाज़ार क्यों कहें
किसी राह में पत्थर, कांटे,मखमली घासें सब हैं
 कोई ठोकर खाए,कांटों में उलझ जाए तो राहों को ज़िम्मेदार क्यों कहें
बाज़ार में तो दूध,शहद,शक्कर,घी सब मिलते हैं
 कोई शराब पीकर मर जाय तो शराब को गुनहगार क्यों कहें 
सब जानते हैं धोखा वहीं मिलता है जहां भरोषा ज्यादा होता है भरोषा हम करते हैं तो किसी और को धोखेबाज क्यों कहें
उलझी बातों वाले भी सुलझे व्यक्ति की तलाश में रहते हैं
 कोई अपने बुने जालों में उलझ कर मर जाए तो जालों को कसूरवार क्यों कहें

©Rudradeep

White जब भी विनाश होने का प्रारंभ होता है। शुरुआत, वाणी के संयम खोने से होती है।। ©Vivek Gautam

#Quotes  White जब भी विनाश होने का प्रारंभ होता है।

शुरुआत, वाणी के संयम खोने से होती है।।

©Vivek Gautam

मेरे एहसास....

11 Love

White ज़िन्दगी भर चला, ज़िन्दगी के लिए, फिर भी सारा सफर, अधुरा रहा। ना ही तृष्णा मिटी, ना मिटी लालसा, एक पथ से, मै दुजे पे चलता रहा। हर गली, हर शहर, हर इक मोड़ पर, साथ में कुछ चले,कुछ गये छोड़ कर। सोचता ही रहा, जिन्दगी क्या बला, खुद से खुद का हर इक प्रश्न करता रहा। लौट कर फिर किसी ने,ना कुछ भी कहा, प्रश्न था जो मेरा, प्रश्न ही रह गया। इक किरन कोई,धुँधली सी दिख ना सकी, थी उजाले की आशा, भटकता रहा। ज़िन्दगी भर चला ज़िन्दगी के लिए, फिर भी सारा सफर, अधुरा रहा। मनीष गाजीपुरी ©Manish ghazipuri

#विचार #GoodMorning  White ज़िन्दगी   भर   चला,  ज़िन्दगी के लिए,
फिर   भी  सारा    सफर,  अधुरा   रहा।
ना  ही   तृष्णा  मिटी, ना  मिटी लालसा,
एक   पथ   से,  मै  दुजे  पे  चलता रहा।

हर गली,   हर शहर,  हर  इक  मोड़ पर,
साथ   में  कुछ  चले,कुछ गये छोड़ कर।
सोचता  ही  रहा,  जिन्दगी   क्या   बला,
खुद से खुद का हर इक प्रश्न करता रहा।

लौट  कर फिर किसी ने,ना कुछ भी कहा,
प्रश्न   था   जो   मेरा, प्रश्न   ही  रह  गया।
इक किरन कोई,धुँधली सी दिख ना सकी,
थी   उजाले  की   आशा, भटकता   रहा।

ज़िन्दगी  भर   चला   ज़िन्दगी   के  लिए,
फिर   भी    सारा   सफर,  अधुरा    रहा।

                                              मनीष गाजीपुरी

©Manish ghazipuri

#GoodMorning एहसास

16 Love

White बाहर से शांत दिखने के लिए। अंदर से बहुत लड़ना पड़ता है...😞 ©Vivek Gautam

#SAD  White बाहर से शांत दिखने के लिए।
अंदर से बहुत लड़ना पड़ता है...😞

©Vivek Gautam

मेरे एहसास....

10 Love

White कभी कभी वहा भी बोल नही फूट पाए जहाँ जरूरी था अंतस् ने दुआएँ दी और लगा पूरे हो गए मन्नत कुछ एहसास गुप्त ऊर्जा लिए डूब जाती है कितने बार शीर्ष तक उभरती भी नअंद पर क्या वाकई हमारे अंदर विकसित अलौकिक शक्तियां फल को भी गुप्त कर देती है या सृष्टि उसे स्वीकार कर सूर्य सा दीप्तिमान रौशनी का सृजन कर भेद देती है उस प्रकृति रस के अंदर ©चाँदनी

#गुप्त  White कभी कभी वहा भी बोल नही 
फूट पाए जहाँ जरूरी था

अंतस् ने दुआएँ दी
और लगा पूरे हो गए मन्नत

कुछ एहसास गुप्त ऊर्जा लिए
डूब जाती है

 कितने बार शीर्ष तक उभरती भी नअंद

पर क्या वाकई हमारे अंदर विकसित 
अलौकिक शक्तियां फल को भी
 गुप्त कर देती है

या सृष्टि उसे स्वीकार कर 
सूर्य सा दीप्तिमान रौशनी का सृजन कर 

भेद देती है उस प्रकृति रस के अंदर

©चाँदनी

#गुप्त एहसास

16 Love

White आज भीड़ से दूर निकल आया हूँ ये सिसकियाँ, तन्हाईयाॅ क्या सुन पा रही हो????? मैं ही तुमसे रूठ जाता था लेकिन इस बार तो •••••• ऐसे रूठी तुम •••••• मेरा सब कुछ साथ ले गई•• ©Ekta Singh

#शायरी  White आज भीड़ से दूर निकल आया हूँ
ये सिसकियाँ, तन्हाईयाॅ
क्या सुन पा रही हो?????

मैं ही तुमसे रूठ जाता था 
लेकिन इस बार तो ••••••
ऐसे रूठी तुम ••••••
मेरा सब कुछ साथ ले गई••

©Ekta Singh

एहसास

8 Love

#एहसास #शायरी #कसूर  जिंदगी एक खूबसूरत एहसास है
 इसे काली रात,सजा बद्दुआ,नफरतों का बाज़ार क्यों कहें
किसी राह में पत्थर, कांटे,मखमली घासें सब हैं
 कोई ठोकर खाए,कांटों में उलझ जाए तो राहों को ज़िम्मेदार क्यों कहें
बाज़ार में तो दूध,शहद,शक्कर,घी सब मिलते हैं
 कोई शराब पीकर मर जाय तो शराब को गुनहगार क्यों कहें 
सब जानते हैं धोखा वहीं मिलता है जहां भरोषा ज्यादा होता है भरोषा हम करते हैं तो किसी और को धोखेबाज क्यों कहें
उलझी बातों वाले भी सुलझे व्यक्ति की तलाश में रहते हैं
 कोई अपने बुने जालों में उलझ कर मर जाए तो जालों को कसूरवार क्यों कहें

©Rudradeep

White जब भी विनाश होने का प्रारंभ होता है। शुरुआत, वाणी के संयम खोने से होती है।। ©Vivek Gautam

#Quotes  White जब भी विनाश होने का प्रारंभ होता है।

शुरुआत, वाणी के संयम खोने से होती है।।

©Vivek Gautam

मेरे एहसास....

11 Love

White ज़िन्दगी भर चला, ज़िन्दगी के लिए, फिर भी सारा सफर, अधुरा रहा। ना ही तृष्णा मिटी, ना मिटी लालसा, एक पथ से, मै दुजे पे चलता रहा। हर गली, हर शहर, हर इक मोड़ पर, साथ में कुछ चले,कुछ गये छोड़ कर। सोचता ही रहा, जिन्दगी क्या बला, खुद से खुद का हर इक प्रश्न करता रहा। लौट कर फिर किसी ने,ना कुछ भी कहा, प्रश्न था जो मेरा, प्रश्न ही रह गया। इक किरन कोई,धुँधली सी दिख ना सकी, थी उजाले की आशा, भटकता रहा। ज़िन्दगी भर चला ज़िन्दगी के लिए, फिर भी सारा सफर, अधुरा रहा। मनीष गाजीपुरी ©Manish ghazipuri

#विचार #GoodMorning  White ज़िन्दगी   भर   चला,  ज़िन्दगी के लिए,
फिर   भी  सारा    सफर,  अधुरा   रहा।
ना  ही   तृष्णा  मिटी, ना  मिटी लालसा,
एक   पथ   से,  मै  दुजे  पे  चलता रहा।

हर गली,   हर शहर,  हर  इक  मोड़ पर,
साथ   में  कुछ  चले,कुछ गये छोड़ कर।
सोचता  ही  रहा,  जिन्दगी   क्या   बला,
खुद से खुद का हर इक प्रश्न करता रहा।

लौट  कर फिर किसी ने,ना कुछ भी कहा,
प्रश्न   था   जो   मेरा, प्रश्न   ही  रह  गया।
इक किरन कोई,धुँधली सी दिख ना सकी,
थी   उजाले  की   आशा, भटकता   रहा।

ज़िन्दगी  भर   चला   ज़िन्दगी   के  लिए,
फिर   भी    सारा   सफर,  अधुरा    रहा।

                                              मनीष गाजीपुरी

©Manish ghazipuri

#GoodMorning एहसास

16 Love

White बाहर से शांत दिखने के लिए। अंदर से बहुत लड़ना पड़ता है...😞 ©Vivek Gautam

#SAD  White बाहर से शांत दिखने के लिए।
अंदर से बहुत लड़ना पड़ता है...😞

©Vivek Gautam

मेरे एहसास....

10 Love

Trending Topic