tags

New छा धारी Status, Photo, Video

Find the latest Status about छा धारी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about छा धारी.

  • Latest
  • Popular
  • Video

मुस्कान छा गयी

108 View

White वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती पत्थर कोई ना छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ; श्याम तन, भर बंधा यौवन, नत नयन ,प्रिय- कर्म -रत मन, गुरु हथोड़ा हाथ , करती बार-बार प्रहार ;- सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार । चढ़ रही थी धूप; गर्मियों के दिन दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू रूई - ज्यों जलती हुई भू गर्द चिनगी छा गई, प्राय: हुई दुपहर :- वह तोड़ती पत्थर ! देखे देखा मुझे तो एक बार उस भवन की ओर देखा, छिन्नतार; देखकर कोई नहीं, देखा मुझे इस दृष्टि से जो मार खा गई रोई नहीं, सजा सहज सीतार , सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार; एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर, ढोलक माथे से गिरे सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा - मैं तोड़ती पत्थर 'मैं तोड़ती पत्थर।' - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ©gudiya

#nojotoenglish #love_shayari #nojotohindi #SAD  White वह तोड़ती पत्थर;
 देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर -
वह तोड़ती पत्थर 
कोई ना छायादार 
पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ;
श्याम तन, भर बंधा यौवन,
 नत नयन ,प्रिय-  कर्म -रत मन,
 गुरु हथोड़ा हाथ ,
करती बार-बार प्रहार ;- 
सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार ।

चढ़ रही थी धूप;
 गर्मियों के दिन 
दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू 

रूई - ज्यों जलती हुई भू
गर्द   चिनगी छा गई,
 प्राय: हुई दुपहर :- 
वह तोड़ती पत्थर !
देखे देखा मुझे तो एक बार 
उस भवन की ओर देखा,  छिन्नतार;
 देखकर कोई नहीं,
 देखा मुझे इस दृष्टि से 
जो मार खा गई रोई नहीं,
 सजा सहज सीतार ,
सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार;
 एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर,
ढोलक माथे से गिरे  सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा -
मैं तोड़ती पत्थर 
                'मैं तोड़ती पत्थर।'
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

©gudiya

#love_shayari #Nojoto #nojotophoto #nojotohindi #nojotoenglish वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती प

21 Love

=============================== समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी =============================== शिव से विवाह कर महागौरी ने धारी है, माथे पर अर्धचंद्रमाॅं तो कहलाईं चंद्रघंटा। महिषासुर से ब्रह्मा,विष्णु, महेश के कोप, क्रोधाग्नि ऊर्जा से प्रगटी है माॅं चंद्रघंटा।। शिव त्रिशूल,विष्णु चक्र, इंद्र घंटा,सूर्य ने, अपना तेज,तलवार,और सिंह सौंप दिए। माॅंं महिषासुरमर्दिनी आक्राॅंता वध कर, स्वर्ग में देवों के दूर राक्षसी खौप किए।। नवरात्रि तृतीय दिवस माॅंं चन्द्रघंटा की, प्रताप परम शांतिदायक,कल्याणकारी। दस हाथों में खड्ग,बाण, कमल, धनुष, तलवार,त्रिशूल,गदा वअस्त्र-शस्त्र धारी।। नौ रात्रि माॅं की विलक्षण कहानी भक्तों, इस विधि कहलाईं है माॅं शिव पटरानी।। अनन्त-अनादि ब्रम्ह की अद्भुत शक्ति वे, अखण्ड साधना-तपोबल से हुई वरदानी।। माता की अलौकिक स्वरूप दिलाएगी, कलयुगी क्रुर-पापी-पाखण्डि़यों से मुक्ति। सहृदय माॅं की आराधना-साधना करें तो, सुझाऍंगी माता कठिन समय नव युक्ति।। कमल,शंखपुष्पी फूल अर्पित करें माॅंं को, स्वर्णिम आज शास्वत महाशक्ति दायिनी।। चंचल मन राक्षस न बने विकृत हो कर रे, समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी।। =========================== ©बेजुबान शायर shivkumar

#चंद्रघंटा #नवरात्रि #ब्रह्मा #महागौरी #विष्णु #भक्ति  ===============================
      समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी
===============================

शिव से विवाह कर महागौरी ने धारी है,
माथे पर अर्धचंद्रमाॅं तो कहलाईं चंद्रघंटा।
महिषासुर से ब्रह्मा,विष्णु, महेश के कोप,
क्रोधाग्नि ऊर्जा से प्रगटी है माॅं चंद्रघंटा।।

शिव त्रिशूल,विष्णु चक्र, इंद्र घंटा,सूर्य ने, 
अपना तेज,तलवार,और सिंह सौंप दिए।
माॅंं महिषासुरमर्दिनी आक्राॅंता वध कर,
स्वर्ग में देवों के दूर राक्षसी खौप किए।।

नवरात्रि तृतीय दिवस माॅंं चन्द्रघंटा की,
प्रताप परम शांतिदायक,कल्याणकारी।
दस हाथों में खड्ग,बाण, कमल, धनुष, 
तलवार,त्रिशूल,गदा वअस्त्र-शस्त्र धारी।।

नौ रात्रि माॅं की विलक्षण कहानी भक्तों,
इस विधि कहलाईं है माॅं शिव पटरानी।।
अनन्त-अनादि ब्रम्ह की अद्भुत शक्ति वे,
अखण्ड साधना-तपोबल से हुई वरदानी।।

माता की अलौकिक स्वरूप दिलाएगी,
कलयुगी क्रुर-पापी-पाखण्डि़यों से मुक्ति।
सहृदय माॅं की आराधना-साधना करें तो,
सुझाऍंगी माता कठिन समय नव युक्ति।।




कमल,शंखपुष्पी फूल अर्पित करें माॅंं को,
स्वर्णिम आज शास्वत महाशक्ति दायिनी।।
चंचल मन राक्षस न बने विकृत हो कर रे,
समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी।।

===========================

©बेजुबान शायर shivkumar

White पल्लव की डायरी रोजगार की ऐसी तैसी व्यापार ऑनलाइन खा गया पेशेवरों की भूख देखो किराना बस्तुओं पर भी नजर गड़ा गया दबाब सरकारों पर बढ़ाकर दाल चावल सबका भाव आसमान चढ़ा गया फजीहत जिंदगी में झेलते आम परिवारों को भूख भय से सूली चढ़ा गया सरकारों का रवैया उदासी और डिप्रेशन सब पर छा गया प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#nojotohindipoetry #कविता #Sad_Status  White पल्लव की डायरी
रोजगार की ऐसी तैसी
व्यापार ऑनलाइन खा गया
पेशेवरों की भूख देखो
किराना बस्तुओं पर भी
नजर गड़ा गया
दबाब सरकारों पर बढ़ाकर
दाल चावल सबका भाव 
आसमान चढ़ा गया
फजीहत जिंदगी में झेलते
आम परिवारों को
भूख भय से सूली चढ़ा गया
सरकारों का रवैया
उदासी और डिप्रेशन सब पर छा गया
                                                 प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Sad_Status उदासी और डिप्रेशन सब पर छा गया #nojotohindipoetry

14 Love

#वीडियो

"महाकाल का आगमन: एक शक्तिशाली मिशन" - चंद्रपुरी के एक शांत बैंक में माफिया का आतंक छा जाता है, लेकिन जैसे ही हालात बिगड़ते हैं, एक रहस्यमय न

117 View

#मोदीकेयर #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  मोदीकेयर (दोहे)

मोदीकेयर छा गया, बना यही आधार।
जीवन भी सुखमय हुआ, कलयुग में अवतार।।

हिय से सोचो जान लो, तुम इसके उपयोग।
भ्रम में मत रहना कभी, वरना घेरें रोग।।

मंजिल पानी है अगर, देना है श्रम दान।
कहते कुछ विद्वान हैं, इसमें मिलता मान।।

नासमझी में छोड़ते, कहते यह बेकार।
दूजों को भी रोकते, समझ उसे उपकार।।

मोदीकेयर ने दिया, हमको यह उपहार।
रोग ग्रसित जो हैं अभी, उनका बेडापार।।

धन वर्षा भी कर रहा, घुमा रहा परदेश।
मोदीकेयर से मिला, हमको यह परिवेश।।

उत्पादों की खासियत, पर हमको अभिमान।
क्यों छोड़ें अब हम इसे, यहीं मिला वरदान।।

मैं भी इसमें जुड़ गया, पाने को वरदान।
सेहत भी इससे मिली, और जगे अरमान।।

मोदीकेयर में बढ़ें, और कई उत्पाद।
हम सबकी यह लालसा, रहे नहीं अवसाद।।

मानूँ मैं देवेश हूँ, इसका ही आभार।
मोदीकेयर प्राण हैं, हम सबका आधार।।
.............................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#मोदीकेयर #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry मोदीकेयर (दोहे) मोदीकेयर छा गया, बना यही आधार। जीवन भी सुखमय हुआ, कलयुग में अवतार।। हिय

108 View

मुस्कान छा गयी

108 View

White वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती पत्थर कोई ना छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ; श्याम तन, भर बंधा यौवन, नत नयन ,प्रिय- कर्म -रत मन, गुरु हथोड़ा हाथ , करती बार-बार प्रहार ;- सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार । चढ़ रही थी धूप; गर्मियों के दिन दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू रूई - ज्यों जलती हुई भू गर्द चिनगी छा गई, प्राय: हुई दुपहर :- वह तोड़ती पत्थर ! देखे देखा मुझे तो एक बार उस भवन की ओर देखा, छिन्नतार; देखकर कोई नहीं, देखा मुझे इस दृष्टि से जो मार खा गई रोई नहीं, सजा सहज सीतार , सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार; एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर, ढोलक माथे से गिरे सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा - मैं तोड़ती पत्थर 'मैं तोड़ती पत्थर।' - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ©gudiya

#nojotoenglish #love_shayari #nojotohindi #SAD  White वह तोड़ती पत्थर;
 देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर -
वह तोड़ती पत्थर 
कोई ना छायादार 
पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ;
श्याम तन, भर बंधा यौवन,
 नत नयन ,प्रिय-  कर्म -रत मन,
 गुरु हथोड़ा हाथ ,
करती बार-बार प्रहार ;- 
सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार ।

चढ़ रही थी धूप;
 गर्मियों के दिन 
दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू 

रूई - ज्यों जलती हुई भू
गर्द   चिनगी छा गई,
 प्राय: हुई दुपहर :- 
वह तोड़ती पत्थर !
देखे देखा मुझे तो एक बार 
उस भवन की ओर देखा,  छिन्नतार;
 देखकर कोई नहीं,
 देखा मुझे इस दृष्टि से 
जो मार खा गई रोई नहीं,
 सजा सहज सीतार ,
सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार;
 एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर,
ढोलक माथे से गिरे  सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा -
मैं तोड़ती पत्थर 
                'मैं तोड़ती पत्थर।'
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

©gudiya

#love_shayari #Nojoto #nojotophoto #nojotohindi #nojotoenglish वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती प

21 Love

=============================== समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी =============================== शिव से विवाह कर महागौरी ने धारी है, माथे पर अर्धचंद्रमाॅं तो कहलाईं चंद्रघंटा। महिषासुर से ब्रह्मा,विष्णु, महेश के कोप, क्रोधाग्नि ऊर्जा से प्रगटी है माॅं चंद्रघंटा।। शिव त्रिशूल,विष्णु चक्र, इंद्र घंटा,सूर्य ने, अपना तेज,तलवार,और सिंह सौंप दिए। माॅंं महिषासुरमर्दिनी आक्राॅंता वध कर, स्वर्ग में देवों के दूर राक्षसी खौप किए।। नवरात्रि तृतीय दिवस माॅंं चन्द्रघंटा की, प्रताप परम शांतिदायक,कल्याणकारी। दस हाथों में खड्ग,बाण, कमल, धनुष, तलवार,त्रिशूल,गदा वअस्त्र-शस्त्र धारी।। नौ रात्रि माॅं की विलक्षण कहानी भक्तों, इस विधि कहलाईं है माॅं शिव पटरानी।। अनन्त-अनादि ब्रम्ह की अद्भुत शक्ति वे, अखण्ड साधना-तपोबल से हुई वरदानी।। माता की अलौकिक स्वरूप दिलाएगी, कलयुगी क्रुर-पापी-पाखण्डि़यों से मुक्ति। सहृदय माॅं की आराधना-साधना करें तो, सुझाऍंगी माता कठिन समय नव युक्ति।। कमल,शंखपुष्पी फूल अर्पित करें माॅंं को, स्वर्णिम आज शास्वत महाशक्ति दायिनी।। चंचल मन राक्षस न बने विकृत हो कर रे, समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी।। =========================== ©बेजुबान शायर shivkumar

#चंद्रघंटा #नवरात्रि #ब्रह्मा #महागौरी #विष्णु #भक्ति  ===============================
      समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी
===============================

शिव से विवाह कर महागौरी ने धारी है,
माथे पर अर्धचंद्रमाॅं तो कहलाईं चंद्रघंटा।
महिषासुर से ब्रह्मा,विष्णु, महेश के कोप,
क्रोधाग्नि ऊर्जा से प्रगटी है माॅं चंद्रघंटा।।

शिव त्रिशूल,विष्णु चक्र, इंद्र घंटा,सूर्य ने, 
अपना तेज,तलवार,और सिंह सौंप दिए।
माॅंं महिषासुरमर्दिनी आक्राॅंता वध कर,
स्वर्ग में देवों के दूर राक्षसी खौप किए।।

नवरात्रि तृतीय दिवस माॅंं चन्द्रघंटा की,
प्रताप परम शांतिदायक,कल्याणकारी।
दस हाथों में खड्ग,बाण, कमल, धनुष, 
तलवार,त्रिशूल,गदा वअस्त्र-शस्त्र धारी।।

नौ रात्रि माॅं की विलक्षण कहानी भक्तों,
इस विधि कहलाईं है माॅं शिव पटरानी।।
अनन्त-अनादि ब्रम्ह की अद्भुत शक्ति वे,
अखण्ड साधना-तपोबल से हुई वरदानी।।

माता की अलौकिक स्वरूप दिलाएगी,
कलयुगी क्रुर-पापी-पाखण्डि़यों से मुक्ति।
सहृदय माॅं की आराधना-साधना करें तो,
सुझाऍंगी माता कठिन समय नव युक्ति।।




कमल,शंखपुष्पी फूल अर्पित करें माॅंं को,
स्वर्णिम आज शास्वत महाशक्ति दायिनी।।
चंचल मन राक्षस न बने विकृत हो कर रे,
समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी।।

===========================

©बेजुबान शायर shivkumar

White पल्लव की डायरी रोजगार की ऐसी तैसी व्यापार ऑनलाइन खा गया पेशेवरों की भूख देखो किराना बस्तुओं पर भी नजर गड़ा गया दबाब सरकारों पर बढ़ाकर दाल चावल सबका भाव आसमान चढ़ा गया फजीहत जिंदगी में झेलते आम परिवारों को भूख भय से सूली चढ़ा गया सरकारों का रवैया उदासी और डिप्रेशन सब पर छा गया प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#nojotohindipoetry #कविता #Sad_Status  White पल्लव की डायरी
रोजगार की ऐसी तैसी
व्यापार ऑनलाइन खा गया
पेशेवरों की भूख देखो
किराना बस्तुओं पर भी
नजर गड़ा गया
दबाब सरकारों पर बढ़ाकर
दाल चावल सबका भाव 
आसमान चढ़ा गया
फजीहत जिंदगी में झेलते
आम परिवारों को
भूख भय से सूली चढ़ा गया
सरकारों का रवैया
उदासी और डिप्रेशन सब पर छा गया
                                                 प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Sad_Status उदासी और डिप्रेशन सब पर छा गया #nojotohindipoetry

14 Love

#वीडियो

"महाकाल का आगमन: एक शक्तिशाली मिशन" - चंद्रपुरी के एक शांत बैंक में माफिया का आतंक छा जाता है, लेकिन जैसे ही हालात बिगड़ते हैं, एक रहस्यमय न

117 View

#मोदीकेयर #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  मोदीकेयर (दोहे)

मोदीकेयर छा गया, बना यही आधार।
जीवन भी सुखमय हुआ, कलयुग में अवतार।।

हिय से सोचो जान लो, तुम इसके उपयोग।
भ्रम में मत रहना कभी, वरना घेरें रोग।।

मंजिल पानी है अगर, देना है श्रम दान।
कहते कुछ विद्वान हैं, इसमें मिलता मान।।

नासमझी में छोड़ते, कहते यह बेकार।
दूजों को भी रोकते, समझ उसे उपकार।।

मोदीकेयर ने दिया, हमको यह उपहार।
रोग ग्रसित जो हैं अभी, उनका बेडापार।।

धन वर्षा भी कर रहा, घुमा रहा परदेश।
मोदीकेयर से मिला, हमको यह परिवेश।।

उत्पादों की खासियत, पर हमको अभिमान।
क्यों छोड़ें अब हम इसे, यहीं मिला वरदान।।

मैं भी इसमें जुड़ गया, पाने को वरदान।
सेहत भी इससे मिली, और जगे अरमान।।

मोदीकेयर में बढ़ें, और कई उत्पाद।
हम सबकी यह लालसा, रहे नहीं अवसाद।।

मानूँ मैं देवेश हूँ, इसका ही आभार।
मोदीकेयर प्राण हैं, हम सबका आधार।।
.............................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#मोदीकेयर #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry मोदीकेयर (दोहे) मोदीकेयर छा गया, बना यही आधार। जीवन भी सुखमय हुआ, कलयुग में अवतार।। हिय

108 View

Trending Topic