tags

New कहकशां परवीन Status, Photo, Video

Find the latest Status about कहकशां परवीन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about कहकशां परवीन.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#shayari_challenge #urdupoetrylines #shayrioftheday #top_newser #Sadmusic  टूटी है मेरी नींद मगर तुमको इससे क्या
बजते रहें हवाओं से दर, तुमको इससे क्या

तुम मौज-मौज मिस्ल-ए-सबा घूमते फिरो
कट जाएँ मेरी सोच के पर, तुमको इससे क्या

औरों के हाथ थामो उन्हें रास्ता दिखाओ
मैं भूल जाऊँ अपना ही घर, तुमको इससे क्या

अब्र-ए-गुरेज़-पा को बरसने से क्या गरज़
सीपी में बन न पाए गुहर तुमको इससे क्या

तुमने तो थक के दश्त में ख़ेमे लगा दिए
तन्हा कटे किसी का सफ़र, तुमको इससे क्या

~  परवीन शाकिर

#Sadmusic टूटी है मेरी नींद मगर तुमको इससे क्या बजते रहें हवाओं से दर, तुमको इससे क्या तुम मौज-मौज मिस्ल-ए-सबा घूमते फिरो कट जाएँ मेरी सो

99 View

White किसी का इश्क़ किसी का ख़याल थे हम भी गए दिनों में बहुत बाकमाल थे हम भी हमारी खोज में रहती थीं तितलियां अक्सर कि अपने शहर का हुस्नो जमाल थे हम भी ज़मीं की गोद में सर रख के सो गए आख़िर तुम्हारे इश्क़ में कितने निढाल थे हम भी ज़रूरतों ने हमारा ज़मीर चाट लिया वगरना क़ायल ए रिज़्क़ ए हलाल थे हम भी हम अक्स अक्स बिखरते रहे इसी धुन में कि ज़िंदगी में कभी लाजवाल थे हम भी ~ परवीन शाकिर ©Jitender Kumar

#shayari_challenge #urdupoetrylines #shayrioftheday #sad_shayari #top_newser  White किसी का इश्क़ किसी का ख़याल थे हम भी
गए दिनों में बहुत बाकमाल थे हम भी

हमारी खोज में रहती थीं तितलियां अक्सर
कि अपने शहर का हुस्नो जमाल थे हम भी

ज़मीं की गोद में सर रख के सो गए आख़िर
तुम्हारे इश्क़ में कितने निढाल थे हम भी

ज़रूरतों ने हमारा ज़मीर चाट लिया
वगरना क़ायल ए रिज़्क़ ए हलाल थे हम भी

हम अक्स अक्स बिखरते रहे इसी धुन में
कि ज़िंदगी में कभी लाजवाल थे हम भी

 ~ परवीन शाकिर

©Jitender Kumar

#sad_shayari किसी का इश्क़ किसी का ख़याल थे हम भी गए दिनों में बहुत बाकमाल थे हम भी हमारी खोज में रहती थीं तितलियां अक्सर कि अपने शहर का

11 Love

#shayari_challenge #urdupoetrylines #shayrioftheday #top_newser #Sadmusic  टूटी है मेरी नींद मगर तुमको इससे क्या
बजते रहें हवाओं से दर, तुमको इससे क्या

तुम मौज-मौज मिस्ल-ए-सबा घूमते फिरो
कट जाएँ मेरी सोच के पर, तुमको इससे क्या

औरों के हाथ थामो उन्हें रास्ता दिखाओ
मैं भूल जाऊँ अपना ही घर, तुमको इससे क्या

अब्र-ए-गुरेज़-पा को बरसने से क्या गरज़
सीपी में बन न पाए गुहर तुमको इससे क्या

तुमने तो थक के दश्त में ख़ेमे लगा दिए
तन्हा कटे किसी का सफ़र, तुमको इससे क्या

~  परवीन शाकिर

#Sadmusic टूटी है मेरी नींद मगर तुमको इससे क्या बजते रहें हवाओं से दर, तुमको इससे क्या तुम मौज-मौज मिस्ल-ए-सबा घूमते फिरो कट जाएँ मेरी सो

99 View

White किसी का इश्क़ किसी का ख़याल थे हम भी गए दिनों में बहुत बाकमाल थे हम भी हमारी खोज में रहती थीं तितलियां अक्सर कि अपने शहर का हुस्नो जमाल थे हम भी ज़मीं की गोद में सर रख के सो गए आख़िर तुम्हारे इश्क़ में कितने निढाल थे हम भी ज़रूरतों ने हमारा ज़मीर चाट लिया वगरना क़ायल ए रिज़्क़ ए हलाल थे हम भी हम अक्स अक्स बिखरते रहे इसी धुन में कि ज़िंदगी में कभी लाजवाल थे हम भी ~ परवीन शाकिर ©Jitender Kumar

#shayari_challenge #urdupoetrylines #shayrioftheday #sad_shayari #top_newser  White किसी का इश्क़ किसी का ख़याल थे हम भी
गए दिनों में बहुत बाकमाल थे हम भी

हमारी खोज में रहती थीं तितलियां अक्सर
कि अपने शहर का हुस्नो जमाल थे हम भी

ज़मीं की गोद में सर रख के सो गए आख़िर
तुम्हारे इश्क़ में कितने निढाल थे हम भी

ज़रूरतों ने हमारा ज़मीर चाट लिया
वगरना क़ायल ए रिज़्क़ ए हलाल थे हम भी

हम अक्स अक्स बिखरते रहे इसी धुन में
कि ज़िंदगी में कभी लाजवाल थे हम भी

 ~ परवीन शाकिर

©Jitender Kumar

#sad_shayari किसी का इश्क़ किसी का ख़याल थे हम भी गए दिनों में बहुत बाकमाल थे हम भी हमारी खोज में रहती थीं तितलियां अक्सर कि अपने शहर का

11 Love

Trending Topic