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#समझौता #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  समझौता (दोहे)

समझौते से जिंदगी, होती नहीं विरान।
मिलजुल कर तुम भी रहो, क्यों बनते नादान।।

समझौता वह कर्म है, बढ़े नहीं खट्टास।
जीवन भी सुखमय बने, आती है ये रास।।

समझौते से विमुख हो, जो रहता इंसान।
मुश्किल भी बढ़ती तभी, जीवन भी शमशान।।

समझौता वरदान है, सभी कहें विद्वान।
अपनों से कैसी गिला, मत बनना अनजान।।

समझौता जो तुम करो, बने नेक पहचान।
जहाँ नहीं ये हो वहाँ, होता है व्यवधान।।
.................................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#mm Mumtaz @puja udeshi @Lamha @sherni Royal Love Story 2 #समझौता #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry #sandiprohila समझौता (दोहे)

198 View

#nojotohindipoetry #दोहे #आघात #sandiprohila #nojotohindi  आघात (दोहे)

आशा जिससे हो हमें, दे वो ही आघात।
पीड़ा होती है बहुत, व्याकुल हैं जज्बात।।

जीवन में उलझन बड़ी, रहती है दिन रात।
कैसे करूँ बखान मैं, मिलता है आघात।।

समाधान जब हो कभी, मिलता है आराम।
मुक्ति मिले आघात से, संकट है नाकाम।।

देता जब कोई कभी, हमको है आघात।
व्याकुल मन उसका रहे, खाता भी वह मात।।

दें वो ही आघात हैं, जिस पर हो विश्वास।
धन के लोभी से हमें, रहे न कोई आस।।
..............................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#आघात #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry #nojotohindi आघात (दोहे) आशा जिससे हो हमें, दे वो ही आघात। पीड़ा होती है बहुत, व्याकुल हैं जज्

252 View

#जीवन_धारा #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  जीवन धारा (दोहे)

जीवन धारा बह रही, अंत समय की ओर।
जीना है इसको हमें, सुख की पकड़ो डोर।।

रंज से जीवन न कटे, कहते सभी सुजान।
होती पीड़ा है बहुत, मत रहना अनजान।।

जीवन धारा कह रही, मत रुक ऐ नादान।
चलता जा बस मार्ग पर, क्यों होता हैरान।।

कांँटे भी इस पर मिलें, रहना है तैयार।
जीवन ही ये जंग है, मत समझो तुम भार।।

जीवन जीने की कला, समझ सके इंसान।
उत्तम उससे कुछ नहीं, ये उसकी पहचान।।
............................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#जीवन_धारा #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi जीवन धारा (दोहे) जीवन धारा बह रही, अंत समय की ओर। जीना है इसको हमें, सुख की पकड़ो डोर।।

261 View

#जीवन_धारा #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  जीवन धारा (दोहे)

जीवन धारा बह रही, अंत समय की ओर।
जीना है इसको हमें, सुख की पकड़ो डोर।।

रंज से जीवन न कटे, कहते सभी सुजान।
होती पीड़ा है बहुत, मत रहना अनजान।।

जीवन धारा कह रही, मत रुक ऐ नादान।
चलता जा बस मार्ग पर, क्यों होता हैरान।।

कांँटे भी इस पर मिलें, रहना है तैयार।
जीवन ही ये जंग है, मत समझो तुम भार।।

जीवन जीने की कला, समझ सके इंसान।
उत्तम उससे कुछ नहीं, ये उसकी पहचान।।
............................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#जीवन_धारा #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry जीवन धारा (दोहे) जीवन धारा बह रही, अंत समय की ओर। जीना है इसको हमें, सुख की पकड़ो डोर।।

144 View

#अटल_सत्य #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  अटल सत्य (दोहे)

अटल सत्य है मौत ही, सबको ये संज्ञान।
फिर भी क्यों समझे नहीं, करते हैं अभिमान।।

मोह छूटता है नहीं, अद्भुत ये संसार।
अटल सत्य ये जान कर, भरते भी भण्डार।।

अनदेखा इसको करें, पछताते फिर बाद।
अटल सत्य को भूल कर, दिखलाते आबाद।।

ईश्वर की ही देन है, ये जो माया जाल।
अटल सत्य है जान लो, मौत यही विकराल।।

घबराते इससे बहुत, आज सभी इंसान।
अटल सत्य है क्या कहें, कहते सभी सुजान।।
...............................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#अटल_सत्य #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry अटल सत्य (दोहे) अटल सत्य है मौत ही, सबको ये संज्ञान। फिर भी क्यों समझे नहीं, करते हैं अभि

144 View

#अत्याचार #nojotohindipoetry #nojotohindi #arshad  अत्याचार

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान

बेशर्मी को लिया बांध
अपराधों को लिया टांग
दिखा रहे अपनी खुली हुई जांघ
और कर रहे इसको जबरन बदनाम

संकट में है अब लाज
आते नहीं अब भी बाज
कब तक सहेगा ये समाज
बढ़ रहा जुर्म का ये राज

न सुरक्षा का इंतजाम
खुले घूम रहे हैं सांड
वो भी बिलकुल बेलगाम
कैसे होगा समाधान

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान
...........................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#अत्याचार #nojotohindi #nojotohindipoetry अत्याचार अत्याचार की दुकान बन रहा अपना हिन्दुस्तान पल रहे कितने बेईमान कर रहे इसको शमशान

189 View

#समझौता #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  समझौता (दोहे)

समझौते से जिंदगी, होती नहीं विरान।
मिलजुल कर तुम भी रहो, क्यों बनते नादान।।

समझौता वह कर्म है, बढ़े नहीं खट्टास।
जीवन भी सुखमय बने, आती है ये रास।।

समझौते से विमुख हो, जो रहता इंसान।
मुश्किल भी बढ़ती तभी, जीवन भी शमशान।।

समझौता वरदान है, सभी कहें विद्वान।
अपनों से कैसी गिला, मत बनना अनजान।।

समझौता जो तुम करो, बने नेक पहचान।
जहाँ नहीं ये हो वहाँ, होता है व्यवधान।।
.................................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#mm Mumtaz @puja udeshi @Lamha @sherni Royal Love Story 2 #समझौता #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry #sandiprohila समझौता (दोहे)

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#nojotohindipoetry #दोहे #आघात #sandiprohila #nojotohindi  आघात (दोहे)

आशा जिससे हो हमें, दे वो ही आघात।
पीड़ा होती है बहुत, व्याकुल हैं जज्बात।।

जीवन में उलझन बड़ी, रहती है दिन रात।
कैसे करूँ बखान मैं, मिलता है आघात।।

समाधान जब हो कभी, मिलता है आराम।
मुक्ति मिले आघात से, संकट है नाकाम।।

देता जब कोई कभी, हमको है आघात।
व्याकुल मन उसका रहे, खाता भी वह मात।।

दें वो ही आघात हैं, जिस पर हो विश्वास।
धन के लोभी से हमें, रहे न कोई आस।।
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देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#आघात #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry #nojotohindi आघात (दोहे) आशा जिससे हो हमें, दे वो ही आघात। पीड़ा होती है बहुत, व्याकुल हैं जज्

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#जीवन_धारा #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  जीवन धारा (दोहे)

जीवन धारा बह रही, अंत समय की ओर।
जीना है इसको हमें, सुख की पकड़ो डोर।।

रंज से जीवन न कटे, कहते सभी सुजान।
होती पीड़ा है बहुत, मत रहना अनजान।।

जीवन धारा कह रही, मत रुक ऐ नादान।
चलता जा बस मार्ग पर, क्यों होता हैरान।।

कांँटे भी इस पर मिलें, रहना है तैयार।
जीवन ही ये जंग है, मत समझो तुम भार।।

जीवन जीने की कला, समझ सके इंसान।
उत्तम उससे कुछ नहीं, ये उसकी पहचान।।
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देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#जीवन_धारा #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi जीवन धारा (दोहे) जीवन धारा बह रही, अंत समय की ओर। जीना है इसको हमें, सुख की पकड़ो डोर।।

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#जीवन_धारा #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  जीवन धारा (दोहे)

जीवन धारा बह रही, अंत समय की ओर।
जीना है इसको हमें, सुख की पकड़ो डोर।।

रंज से जीवन न कटे, कहते सभी सुजान।
होती पीड़ा है बहुत, मत रहना अनजान।।

जीवन धारा कह रही, मत रुक ऐ नादान।
चलता जा बस मार्ग पर, क्यों होता हैरान।।

कांँटे भी इस पर मिलें, रहना है तैयार।
जीवन ही ये जंग है, मत समझो तुम भार।।

जीवन जीने की कला, समझ सके इंसान।
उत्तम उससे कुछ नहीं, ये उसकी पहचान।।
............................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#जीवन_धारा #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry जीवन धारा (दोहे) जीवन धारा बह रही, अंत समय की ओर। जीना है इसको हमें, सुख की पकड़ो डोर।।

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#अटल_सत्य #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  अटल सत्य (दोहे)

अटल सत्य है मौत ही, सबको ये संज्ञान।
फिर भी क्यों समझे नहीं, करते हैं अभिमान।।

मोह छूटता है नहीं, अद्भुत ये संसार।
अटल सत्य ये जान कर, भरते भी भण्डार।।

अनदेखा इसको करें, पछताते फिर बाद।
अटल सत्य को भूल कर, दिखलाते आबाद।।

ईश्वर की ही देन है, ये जो माया जाल।
अटल सत्य है जान लो, मौत यही विकराल।।

घबराते इससे बहुत, आज सभी इंसान।
अटल सत्य है क्या कहें, कहते सभी सुजान।।
...............................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#अटल_सत्य #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry अटल सत्य (दोहे) अटल सत्य है मौत ही, सबको ये संज्ञान। फिर भी क्यों समझे नहीं, करते हैं अभि

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#अत्याचार #nojotohindipoetry #nojotohindi #arshad  अत्याचार

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान

बेशर्मी को लिया बांध
अपराधों को लिया टांग
दिखा रहे अपनी खुली हुई जांघ
और कर रहे इसको जबरन बदनाम

संकट में है अब लाज
आते नहीं अब भी बाज
कब तक सहेगा ये समाज
बढ़ रहा जुर्म का ये राज

न सुरक्षा का इंतजाम
खुले घूम रहे हैं सांड
वो भी बिलकुल बेलगाम
कैसे होगा समाधान

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान
...........................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#अत्याचार #nojotohindi #nojotohindipoetry अत्याचार अत्याचार की दुकान बन रहा अपना हिन्दुस्तान पल रहे कितने बेईमान कर रहे इसको शमशान

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