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New बेईमान लकड़हारा Status, Photo, Video

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#बेईमान #alone_sad_shayri #Zindagi  White जिंदगी बड़ी बेईमान है हम यहां कुछ दिनों के मेहमान हैं हमें क्या करना है कितना करना है कोई बता दो यार
 पता नहीं हम कितने दिनों के मेहमान हैं l
जिंदगी बड़ी बेईमान है हम......

©Raman maheshwari

White ग़ज़ल :- इस ज़िन्दगी का बाकी भी अरमान नहीं है  जो भी दिया है दुनिया ने सम्मान नहीं है  करना था इसे काम तरक्की हो वतन की फ़िर्को में बटा लड़ता क्या नादान नहीं है  किससे करूँ मैं जाके शिकायत भी अदू की   पहचान मगर इनकी भी आसान नहीं है  इतना न करो जुल्म़ भी सरकार सभी पर  इंसान की औलाद है शैतान नहीं है  हर जुल्म़ लिखा होगा हिसाबों में तुम्हारा  बन्दे खुदा के घर के बेईमान नहीं है  दौलत के पुजारी हैं न होंगे ये किसी के  जो मजहबों में बाटता इंसान नहीं है  कुछ लोग हैं दे देते हैं जो जान वतन पर  इस मुल्क़ की  ऐसे तो बढ़ी शान नहीं है  अब और न तारीफें करें आप यहाँ पर  अब इतने भी  अच्छे यहां परिधान नहीं है  आया खुदा के घर से तो इंसान प्रखर था  पर आज उसी की कोई पहचान नहीं है  महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल :-

इस ज़िन्दगी का बाकी भी अरमान नहीं है 
जो भी दिया है दुनिया ने सम्मान नहीं है 

करना था इसे काम तरक्की हो वतन की
फ़िर्को में बटा लड़ता क्या नादान नहीं है 

किससे करूँ मैं जाके शिकायत भी अदू की 
 पहचान मगर इनकी भी आसान नहीं है 

इतना न करो जुल्म़ भी सरकार सभी पर 
इंसान की औलाद है शैतान नहीं है 

हर जुल्म़ लिखा होगा हिसाबों में तुम्हारा 
बन्दे खुदा के घर के बेईमान नहीं है 

दौलत के पुजारी हैं न होंगे ये किसी के 
जो मजहबों में बाटता इंसान नहीं है 

कुछ लोग हैं दे देते हैं जो जान वतन पर 
इस मुल्क़ की  ऐसे तो बढ़ी शान नहीं है 

अब और न तारीफें करें आप यहाँ पर 
अब इतने भी  अच्छे यहां परिधान नहीं है 

आया खुदा के घर से तो इंसान प्रखर था 
पर आज उसी की कोई पहचान नहीं है 

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- इस ज़िन्दगी का बाकी भी अरमान नहीं है  जो भी दिया है दुनिया ने सम्मान नहीं है 

15 Love

#अत्याचार #nojotohindipoetry #nojotohindi #arshad  अत्याचार

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान

बेशर्मी को लिया बांध
अपराधों को लिया टांग
दिखा रहे अपनी खुली हुई जांघ
और कर रहे इसको जबरन बदनाम

संकट में है अब लाज
आते नहीं अब भी बाज
कब तक सहेगा ये समाज
बढ़ रहा जुर्म का ये राज

न सुरक्षा का इंतजाम
खुले घूम रहे हैं सांड
वो भी बिलकुल बेलगाम
कैसे होगा समाधान

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान
...........................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#अत्याचार #nojotohindi #nojotohindipoetry अत्याचार अत्याचार की दुकान बन रहा अपना हिन्दुस्तान पल रहे कितने बेईमान कर रहे इसको शमशान

189 View

#बेईमान #alone_sad_shayri #Zindagi  White जिंदगी बड़ी बेईमान है हम यहां कुछ दिनों के मेहमान हैं हमें क्या करना है कितना करना है कोई बता दो यार
 पता नहीं हम कितने दिनों के मेहमान हैं l
जिंदगी बड़ी बेईमान है हम......

©Raman maheshwari

White ग़ज़ल :- इस ज़िन्दगी का बाकी भी अरमान नहीं है  जो भी दिया है दुनिया ने सम्मान नहीं है  करना था इसे काम तरक्की हो वतन की फ़िर्को में बटा लड़ता क्या नादान नहीं है  किससे करूँ मैं जाके शिकायत भी अदू की   पहचान मगर इनकी भी आसान नहीं है  इतना न करो जुल्म़ भी सरकार सभी पर  इंसान की औलाद है शैतान नहीं है  हर जुल्म़ लिखा होगा हिसाबों में तुम्हारा  बन्दे खुदा के घर के बेईमान नहीं है  दौलत के पुजारी हैं न होंगे ये किसी के  जो मजहबों में बाटता इंसान नहीं है  कुछ लोग हैं दे देते हैं जो जान वतन पर  इस मुल्क़ की  ऐसे तो बढ़ी शान नहीं है  अब और न तारीफें करें आप यहाँ पर  अब इतने भी  अच्छे यहां परिधान नहीं है  आया खुदा के घर से तो इंसान प्रखर था  पर आज उसी की कोई पहचान नहीं है  महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल :-

इस ज़िन्दगी का बाकी भी अरमान नहीं है 
जो भी दिया है दुनिया ने सम्मान नहीं है 

करना था इसे काम तरक्की हो वतन की
फ़िर्को में बटा लड़ता क्या नादान नहीं है 

किससे करूँ मैं जाके शिकायत भी अदू की 
 पहचान मगर इनकी भी आसान नहीं है 

इतना न करो जुल्म़ भी सरकार सभी पर 
इंसान की औलाद है शैतान नहीं है 

हर जुल्म़ लिखा होगा हिसाबों में तुम्हारा 
बन्दे खुदा के घर के बेईमान नहीं है 

दौलत के पुजारी हैं न होंगे ये किसी के 
जो मजहबों में बाटता इंसान नहीं है 

कुछ लोग हैं दे देते हैं जो जान वतन पर 
इस मुल्क़ की  ऐसे तो बढ़ी शान नहीं है 

अब और न तारीफें करें आप यहाँ पर 
अब इतने भी  अच्छे यहां परिधान नहीं है 

आया खुदा के घर से तो इंसान प्रखर था 
पर आज उसी की कोई पहचान नहीं है 

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- इस ज़िन्दगी का बाकी भी अरमान नहीं है  जो भी दिया है दुनिया ने सम्मान नहीं है 

15 Love

#अत्याचार #nojotohindipoetry #nojotohindi #arshad  अत्याचार

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान

बेशर्मी को लिया बांध
अपराधों को लिया टांग
दिखा रहे अपनी खुली हुई जांघ
और कर रहे इसको जबरन बदनाम

संकट में है अब लाज
आते नहीं अब भी बाज
कब तक सहेगा ये समाज
बढ़ रहा जुर्म का ये राज

न सुरक्षा का इंतजाम
खुले घूम रहे हैं सांड
वो भी बिलकुल बेलगाम
कैसे होगा समाधान

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान
...........................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#अत्याचार #nojotohindi #nojotohindipoetry अत्याचार अत्याचार की दुकान बन रहा अपना हिन्दुस्तान पल रहे कितने बेईमान कर रहे इसको शमशान

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