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#मोटिवेशनल

*नवंबर में होने वाले चार उपचुनावों को जीतकर 2025 की लड़ाई 2024 में ही सेटल कर देगा जन सुराज।*

99 View

जीने की तैय्यारी में, कटती उम्र उधारी में, लेन-देन कारोबारी, गिनती हो संसारी में, बँटे हुए कुनबे अपने, पाण्डे,मिश्र,तिवारी में, हाथी,घोड़ा,ऊँट नहीं, पैदल पाँव सवारी में, मजदूरी की है ताकत, उड़िया,बंग,बिहारी में, जोते बिना बुआई हो, ऊरद, मूँग,खेसारी में, है मिसाल दोस्ती की, कृष्ण सुदामा यारी में, सुने पुकार द्रौपदी की, कृष्ण समाए साड़ी में, भव बाधा काटे गुंजन, रखो आस बनवारी में, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #जीने  जीने की  तैय्यारी में,
कटती उम्र उधारी में, 

लेन-देन   कारोबारी,
गिनती हो संसारी में,

बँटे हुए कुनबे अपने, 
पाण्डे,मिश्र,तिवारी में,

हाथी,घोड़ा,ऊँट नहीं,
पैदल पाँव सवारी में, 

मजदूरी की है ताकत,
उड़िया,बंग,बिहारी में,

जोते बिना बुआई हो, 
ऊरद, मूँग,खेसारी में,

है मिसाल दोस्ती की,
कृष्ण सुदामा यारी में,

सुने पुकार द्रौपदी की, 
कृष्ण समाए साड़ी में,

भव बाधा काटे गुंजन, 
रखो आस बनवारी में,
  --शशि भूषण मिश्र 
    'गुंजन' प्रयागराज

©Shashi Bhushan Mishra

#जीने की तैय्यारी में#

11 Love

#वीडियो

गणेश की की आरती में जुटे श्रद्धालु

99 View

#शायरी

पलकों की समियाने में

189 View

#शायरी #sad_shayari  में देख नही सकता
 कटे फटे अंगों को
में देख नही सकता मरते 
अपने सगी संबंधी को
में देख नहीं सकता
बहु बेटियो की लूटी अस्मत को 
में देख नही सकता बैकसूर लचारो को 
में देख नही सकता भूखे की लाचारी को 
अब हमको कदम कुछ तो उठाना होगा 
बंद हो ये अत्याचार बेकसूरों पर 
नही तो दोस्तो हमको फिर से
 हथियार उठाना होगा!

©Poet Kuldeep Singh Ruhela

#sad_shayari में देख नही सकता कटे फटे अंगों को में देख नही सकता मरते अपने सगी संबंधी को में देख नहीं सकता बहु बेटियो की लूटी अस्मत को में

144 View

#love_shayari  White 



**वो चाँद**

रात की चादर में छिपा एक चमकता सितारा,  
वो चाँद है, जो सबकी आँखों का प्यारा।  
चाँदनी की किरणें बिखेरता, मन को बहलाए,  
सपनों की दुनिया में, हर दिल को लुभाए।

चाँद के साये में लहराती रात की शांति,  
हर पल लगता है जैसे हो कोई नर्म बुनाई।  
उसकी नूरानी हँसी, और मासूमियत का बोध,  
चाँद की चाँदनी में छिपा है एक स्नेह का कोष।

धुंधली रात में उसकी नशीली मृदुलता,  
रात की रात को बदल दे, सौंदर्य की अभिव्यक्ति।  
चाँद की मूरत में बसी है, नफासत की बात,  
हर रात उसकी चाँदनी में बसी एक प्यारी रात।

रात की उजाली में बसा, चाँद का संदेश,  
सपनों की दुनिया में, स्नेह और सौंदर्य का आह्वान।  
वो चाँद, हर रात से एक नया सपना लाए,  
और चाँदनी की छांव में दिल को बहलाए।

---

©Prakhar Tiwari

#love_shayari hindi poetry on life Hinduism poetry hindi poetry poetry on love **वो चाँद** रात की चादर में छिपा एक चमकता सितारा, वो चाँ

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#मोटिवेशनल

*नवंबर में होने वाले चार उपचुनावों को जीतकर 2025 की लड़ाई 2024 में ही सेटल कर देगा जन सुराज।*

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जीने की तैय्यारी में, कटती उम्र उधारी में, लेन-देन कारोबारी, गिनती हो संसारी में, बँटे हुए कुनबे अपने, पाण्डे,मिश्र,तिवारी में, हाथी,घोड़ा,ऊँट नहीं, पैदल पाँव सवारी में, मजदूरी की है ताकत, उड़िया,बंग,बिहारी में, जोते बिना बुआई हो, ऊरद, मूँग,खेसारी में, है मिसाल दोस्ती की, कृष्ण सुदामा यारी में, सुने पुकार द्रौपदी की, कृष्ण समाए साड़ी में, भव बाधा काटे गुंजन, रखो आस बनवारी में, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #जीने  जीने की  तैय्यारी में,
कटती उम्र उधारी में, 

लेन-देन   कारोबारी,
गिनती हो संसारी में,

बँटे हुए कुनबे अपने, 
पाण्डे,मिश्र,तिवारी में,

हाथी,घोड़ा,ऊँट नहीं,
पैदल पाँव सवारी में, 

मजदूरी की है ताकत,
उड़िया,बंग,बिहारी में,

जोते बिना बुआई हो, 
ऊरद, मूँग,खेसारी में,

है मिसाल दोस्ती की,
कृष्ण सुदामा यारी में,

सुने पुकार द्रौपदी की, 
कृष्ण समाए साड़ी में,

भव बाधा काटे गुंजन, 
रखो आस बनवारी में,
  --शशि भूषण मिश्र 
    'गुंजन' प्रयागराज

©Shashi Bhushan Mishra

#जीने की तैय्यारी में#

11 Love

#वीडियो

गणेश की की आरती में जुटे श्रद्धालु

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#शायरी

पलकों की समियाने में

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#शायरी #sad_shayari  में देख नही सकता
 कटे फटे अंगों को
में देख नही सकता मरते 
अपने सगी संबंधी को
में देख नहीं सकता
बहु बेटियो की लूटी अस्मत को 
में देख नही सकता बैकसूर लचारो को 
में देख नही सकता भूखे की लाचारी को 
अब हमको कदम कुछ तो उठाना होगा 
बंद हो ये अत्याचार बेकसूरों पर 
नही तो दोस्तो हमको फिर से
 हथियार उठाना होगा!

©Poet Kuldeep Singh Ruhela

#sad_shayari में देख नही सकता कटे फटे अंगों को में देख नही सकता मरते अपने सगी संबंधी को में देख नहीं सकता बहु बेटियो की लूटी अस्मत को में

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#love_shayari  White 



**वो चाँद**

रात की चादर में छिपा एक चमकता सितारा,  
वो चाँद है, जो सबकी आँखों का प्यारा।  
चाँदनी की किरणें बिखेरता, मन को बहलाए,  
सपनों की दुनिया में, हर दिल को लुभाए।

चाँद के साये में लहराती रात की शांति,  
हर पल लगता है जैसे हो कोई नर्म बुनाई।  
उसकी नूरानी हँसी, और मासूमियत का बोध,  
चाँद की चाँदनी में छिपा है एक स्नेह का कोष।

धुंधली रात में उसकी नशीली मृदुलता,  
रात की रात को बदल दे, सौंदर्य की अभिव्यक्ति।  
चाँद की मूरत में बसी है, नफासत की बात,  
हर रात उसकी चाँदनी में बसी एक प्यारी रात।

रात की उजाली में बसा, चाँद का संदेश,  
सपनों की दुनिया में, स्नेह और सौंदर्य का आह्वान।  
वो चाँद, हर रात से एक नया सपना लाए,  
और चाँदनी की छांव में दिल को बहलाए।

---

©Prakhar Tiwari

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