मेरी उड़ान का अंदाजा भला तुम क्या लगा पाओगे.. तुम्हारी सोच , तुम्हारी मंजिल तुम्हें ही मुबारक हुज़ूर.. मेरी ख्वाहिश, मेरे जज्बे से इस कदर वाकिफ है, आंखें खुली.
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