जब टूटने लगेगी उम्मीद और होने लगूंगा निराश जब जीवटता छूटने लगेगी हाथ से मै आऊंगा,और थाम लूंगा आपके पग पूछुंगा आपसे किस तरह असाध्य में भी साधा आपने जीवन।.
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