जब भी अपनी कविताओं में
बाँधना चाहता हूँ
शब्द।
एक च
  • Latest
  • Popular
  • Video

जब भी अपनी कविताओं में बाँधना चाहता हूँ शब्द। एक चेहरा बार-बार अपने भीतर उतरता हुआ महसूस होता है, ठीक वैसा ही आकार लेता हुआ जैसे कि तुम- ? चुपके से आकर मेरे कानों में कहती हो- किसे बाँधना चाहते हो अपनी कविताओं में- खुद को,  मुझे या दर्द को ? ©Himkar Shyam

#विश्व_कविता_दिवस  जब भी अपनी कविताओं में
बाँधना चाहता हूँ
शब्द।
एक चेहरा बार-बार
अपने भीतर
उतरता हुआ महसूस
होता है,
ठीक वैसा ही आकार लेता हुआ
जैसे कि तुम- ?
चुपके से आकर मेरे कानों में
कहती हो-
किसे बाँधना चाहते हो
अपनी कविताओं में-
खुद को,  मुझे या दर्द को ?

©Himkar Shyam
Trending Topic