तुझे देखकर जो मौसम मेरा सर्द हुआ था,
तेरे चले जाने के बाद ,
पता है मुझे कितना दर्द हुआ था,
वो शाम मैं आज तक भुला नहीं पाया,
वो आंखें नम हैं मेरी ,
मैं उनको रूला नहीं पाया,
आज भी तेरा नाम मुझे वैसे ही सजा देता है,
आज भी तेरा चेहरा मुझे वैसे ही रातों में जगा देता है ।।
©Ashvani Kumar
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