Rain stories
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হারিয়ে যাওয়ার আগে অরুণাভ চক্রবর্তী ডাকপিয়নের বৃষ্টি ব্যাগে মেঘলা মনে মেঘ প্রেমহীন এই শহর জুড়ে শুধুই উদ্বেগ তবুও আমার বুকের উপর বৃষ্টিধোয়া জল সারাটাদিন তোমার কথাই ভাবছি অনর্গল... হলুদ পাখি উড়ালপথে ভিজিয়ে নিয়ে ডানা উড়ছে ঠিকই পথগুলো সব অচেনা অজানা ©Arunava Chakraborty

#ভালোবাসা #rain  হারিয়ে যাওয়ার আগে

অরুণাভ  চক্রবর্তী

ডাকপিয়নের বৃষ্টি ব্যাগে  মেঘলা মনে মেঘ
প্রেমহীন এই শহর জুড়ে শুধুই উদ্বেগ
তবুও আমার বুকের উপর বৃষ্টিধোয়া জল
সারাটাদিন তোমার কথাই ভাবছি অনর্গল...
হলুদ পাখি উড়ালপথে  ভিজিয়ে নিয়ে ডানা 
উড়ছে ঠিকই পথগুলো সব অচেনা অজানা

©Arunava Chakraborty

#rain

16 Love

#कविता #barish  बारिश कितना अच्छा बहाना है
रो सकने का
खुश लोगों को रोते हुए देखना हो तो
बारिश का इंतज़ार करना
वे बारिश में छिपा लेते हैं
अपने आँसू

©Raj Prince

#barish

36 View

#peace❤️ #rain  rain is falling creating beautiful string..
this rain with its every drop flows away every worry and tension from our heart...
it brings immense piece...
brings immense pleasure to the wounded hearts...
brings immense mercy from the Almighty

©Iftisam Khalid

एक सरगोशी सी कर जाती हैं ये बूंदें बारिश की तेरी छुअन का एहसास दे जाती हैं ये बूंदें बारिश की आंखें मूंद, महसूस करो इन्हें तुम जता लेने दो प्यार ज़रा भीग कर इनमें, सिहर जाओगे कि मौसम है ये मोहब्बत भरा ©Reema K Arora

#शायरी #seasonoflove #copyright #feelings #shayri  एक सरगोशी सी कर जाती हैं 
ये बूंदें बारिश की
तेरी छुअन का एहसास दे जाती हैं
ये बूंदें बारिश की
आंखें मूंद, महसूस करो इन्हें तुम
जता लेने दो प्यार ज़रा 
भीग कर इनमें, सिहर जाओगे 
कि मौसम है ये मोहब्बत भरा

©Reema K Arora

তুমি পাহাড়ের কথা বলেছিলে তাই অঝোর ধারায় বৃষ্টি এখন কিছুটা সময় শুধুই তাদের অবুঝ কেন সঞ্চারী মন ©Shankar Nath Upadhaya

#সঞ্চারীমন #কবিতা  তুমি পাহাড়ের কথা বলেছিলে 
তাই অঝোর ধারায় বৃষ্টি এখন 
কিছুটা সময় শুধুই তাদের 
অবুঝ কেন সঞ্চারী মন

©Shankar Nath Upadhaya

नन्ही नन्ही बूँदे रिमझिम सावन की.., मिठी मिठी महक बनी मेरे आँगन की.., काले काले मेघा उमड़ कर गगन में.. सीली सीली याद दिलाएँ साजन की..। मद्धम मद्धम आस लगी अब गायन की.., बेसुद पायल भी याद करें नर्तन की..। तीखी तीखी बिजली चमक कर गगन में.. सीली सीली याद दिलाएँ साजन की..। बहकी बहकी बहे अब चाल पवन की.., मन की उमंग पढ़े अब बात धड़कन की.., कोयल के मीठे गीत घुल कर गगन में.. सीली सीली याद दिलाएँ साजन की..। नन्ही नन्ही बूँदे रिमझिम सावन की.., मिठी मिठी दवा बनी मेरे उलझन की.., रंग तरंग इंद्र धनुष बनकर गगन में.., सीली सीली याद दिलाएँ साजन की..। कवि आनंद दाधीच, बेंगलूरु ©Anand Dadhich

#hindipoemsonsawan #kaviananddadhich #poetananddadhich #कविता #savanparkavita  नन्ही नन्ही बूँदे रिमझिम सावन की..,
मिठी मिठी महक बनी मेरे आँगन की..,
काले काले मेघा उमड़ कर गगन में..
सीली सीली याद दिलाएँ साजन की..।

मद्धम मद्धम आस लगी अब गायन की..,
बेसुद पायल भी याद करें नर्तन की..।
तीखी तीखी बिजली चमक कर गगन में.. 
सीली सीली याद दिलाएँ साजन की..।

बहकी बहकी बहे अब चाल पवन की..,
मन की उमंग पढ़े अब बात धड़कन की..,
कोयल के मीठे गीत घुल कर गगन में..
सीली सीली याद दिलाएँ साजन की..।

नन्ही नन्ही बूँदे रिमझिम सावन की..,
मिठी मिठी दवा बनी मेरे उलझन की.., 
रंग तरंग इंद्र धनुष बनकर गगन में..,
सीली सीली याद दिलाएँ साजन की..।

कवि आनंद दाधीच, बेंगलूरु

©Anand Dadhich
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