Life Like ठंडे बस्ते के रिश्तों को मैंने,
गर्माने की इक कोशिश तो की है,
उदासी में दबी खमोशी को,
गुनगुनाने की कोशिश तो की है,
टूटे रिश्ते या थे नहीं वो,
खुद को समझाने की कोशिश की,
बारिश में भीगी आग को,
जलाने की कोशिश भी की है,
थाम लेता गर हाथ बढ़ाते,
सांस तोड़ते रिश्तों को बचाने की कोशिश तो की है।
©Harvinder Ahuja
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