यादों की बारिश एक बूदों भरी शाम तेरी याद ने रुलाया मुझे, जब हद से ज्यादा मोहब्बत थी तो क्यों न बताया मुझे| एक उम्मीद थीं तेरे लौट आने की मुझे.
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