फकत मुस्कुराहट काफी है, श्रृंगार की खातिर, बहार गुलशन सजाती है, मेरे यार की खातिर, आज फलक सूना रहेगा शब भर, चुरा लाया हूं, चांद सितारे, मेरी मल्लिका के.
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