उस इक शख़्स की झलक की खातिर, हमने आज भी पलकों को बिछा रखा है........ यूं तो काफ़ी अंधेरा है हमारे आशियाने में, उसकी याद में हमने ये दिल जला रखा है.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here