जब मैंने माँगा सुकूँ खुश दिखने को 
तो माँगा कलम ने
  • Latest
  • Popular
  • Video

जब मैंने माँगा सुकूँ खुश दिखने को तो माँगा कलम ने दर्द लिखने को अब फर्क नहीं पड़ता ख़ुशी हो ग़म वास्ते कलम मजबूर हूँ मैं झुकने को वो नज़र करें तो महक जायें हर्फ़ मेरे कहीं और कहाँ राजी मर मिटने को गुथ लिया ख़ुद हार-ए-ग़ज़ल हो गये अब तैयार हैं सरे बाजार बिकने को लिफाफा खोला तो पैगाम लिखा था हम हाजिर तेरे इशारों पे चलने को ©अज्ञात

#तमन्ना #शायरी  जब मैंने माँगा सुकूँ खुश दिखने को 
तो माँगा कलम ने दर्द लिखने को 

अब फर्क नहीं पड़ता ख़ुशी हो ग़म 
वास्ते कलम मजबूर हूँ मैं झुकने को 

वो नज़र करें तो महक जायें हर्फ़ मेरे 
कहीं और कहाँ राजी मर मिटने को 

गुथ लिया ख़ुद हार-ए-ग़ज़ल हो गये 
अब तैयार हैं सरे बाजार बिकने को 

लिफाफा खोला तो पैगाम लिखा था 
हम हाजिर तेरे इशारों पे चलने को

©अज्ञात

#तमन्ना-हर्फ़

14 Love

Trending Topic