🌷गीत अमर हो जाएगा 🌷
गीत में अभिव्यंजना हो ,
भावों में संवेदना हो ।
प्रेम के रंग में रंगे तो, गीत अमर हो जाएगा।।
भावनाओं की तूलिका,
चित्र जब उर में बनाती।
गढ़ती है प्रतिबिंब अपना ,
आत्मा का बोध कराती।।
मन के दर्पण में सहेजो ,
चित्त में यदि चेतना हो।।१।।
गीत में-----भावों में ------प्रेम के रंग में रंगे-------।
तार झंकृत कर हृदय के,
तुष्टि मानस को मिलें तो।
प्रेम की फुलवारियों में ,
पुष्प समता के खिलें तो।।
ऊर्ध्वगामी काव्य-रचना
ऊर्ध्व जीवन-कल्पना हो।।२।।
गीत में-----भावों में------प्रेम के रंग में-------।
केंद्र-बिंदु भावना ही ,
अर्चना-आराधना का ।
काव्य की अनुपूर्ति में ,
योग होता साधना का।।
साधकों की वृत्तियों से ,
सर्व में सद्भावना हो।।३।।
गीत में-------भावों में-----प्रेम के रंग में रंगे--------।
सुनील नागर 'सरगम'
©Sunil Nagar 'srgm'
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