Prayer हे प्रभु दे हिम्मत सबको, एक साथ सब रह पाए,
कुछ ऐसा कर चमत्कार कि अब, एक साथ सब कह पाए।
तू हीं पालनहार है, तू हीं अन्तर्यामी है,
तू है तो हम हैं प्रभु, तू हीं सबका स्वामी है।
बस एक प्रार्थना तुमसे है, तुम फिर से सबका ध्यान रखो,
जब जन्म दिया है तुम्हीं ने, फिर तुम हीं हम सबका मान रखो।
हे त्रिनेत्रधारी, हे त्रिपुरारी, हे पालनकर्ता, हे विघ्नहर्ता,
संकट ऐसा आया है अब, चारो ओर हाहाकार मचा,
तू हीं कुछ करो प्रभु, मानव के बस में कुछ न रहा।
अपनों से दूर हों रहें सब, सपनों से दूर हों रहें अब,
गले मिलने से दूर भागते, एक दूजे से जुदा हो रहें सब।
खफा नहीं है कोई किसी से, फिर भी मिलने से कतराते हैं,
अपने हीं अपनों से अक्सर, दूर हमेशा पाते हैं।
हे प्रभु कुछ उपकार करो, ऐसा कोई चमत्कार करो।
फिर से हर कोई मिल पाए, प्यार आपस में बरसाएं।
हे त्रिपुरारी आंखें खोलो, इस संकट में हमें न तोलो।
अब कुछ तुम हीं करो प्रभु, हमारा साथ न छोड़ो प्रभु।
हाथ जोड़े यह भक्त तेरा, तुझे करे पुकार,
कर सपनो को साकार प्रभु, ये है विनती बारंबार,
तुझसे विनती बारंबार प्रभु, है विनती बारंबार।।
©Kundan Kumar
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