ए गो मऊगी अपना मरद से कह ता
दौर फिर आइल बा एक दूसरा के गरीआवे के,बिना काम के काम गिनावे के
पता करी जाके कही चुनाव त ना आइलबा
एनहू आवत है, वोनहु आवत है,खूब हल्ला मचावत हन, एन वोनका गरियावत है वोन वोनका गरियावत है,कुकुर कुल चौराहा छोड़ पराएल हन, सोचत हन,की हमरा बिरादरी ई 5G वाले कहा से आयल हन,
पता करी जाके कही चुनाव त ना आइलबा
दारू बटअत बा,मुर्गा कटअत बा, जेकरा घर रोटी के ठेकआन ना रहे,वोकरा घर रोज पूरी छनता,
मनवा सोचे दिन राती ई नया सवेरा कहा से आईलबा
पता करी जाके कही चुनाव त ना आइलबा
जेकरा देखल नहि चाहत रहे ,अब वोनहु क सम्मान बढ़त बा,
मड़ई में दिन रात भैया के भीड़ लगल बा, भईया डेराया टुटल मड़ैया,फिर ठौर हम कहा पाईब,दो गो खटिया कहा बिछाई
भईया सोचे दिन राती ई सपना बा की सच काहे दौरत बा इ बड़का मनइया दिनों राती,
पता करी जाके कही चुनाव त ना आइलबा ।
जे घुमत रहे मोटर गाड़ी,कमजोरका और गरीबन के देत रहे गारी
काहे लोटत ता वोनके गोडवा में दिनों राती,कह कह चाचा और चाची
पता करी जाके कही चुनाव त ना आइलबा ।
#ब्रांड बिहारी
©neeraj rai
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here