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किस्मत ने भी कैसा खेल खेला, हर बार उसने मुझे किया अकेला। मिले तो हम दोनो थे, पर कभी हालात की वजह से छूट गए, तो कभी किसी के साथ की वजह से। कभी कह नहीं पाए उनसे, की क्या हो तुम मेरे लिए। मेरी ख्वाहिशें, मेरी आरज़ू, मेरे दिन, मेरी रात, सब थी तुम मेरे लिए। हाँ आज भी याद हो तुम, मेरी हर खयालों में एक ख़्वाब हो तुम। मेरी दिन की पहली और रात की आखरी याद हो तुम।।।। © GURU

 किस्मत ने भी कैसा खेल खेला,
हर बार उसने मुझे किया अकेला।

मिले तो हम दोनो थे,
पर कभी हालात की वजह से छूट गए,
तो कभी किसी के साथ की वजह से।

कभी कह नहीं पाए उनसे,
की क्या हो तुम मेरे लिए।

मेरी ख्वाहिशें, मेरी आरज़ू, मेरे दिन, मेरी रात, 
सब थी तुम मेरे लिए।

हाँ आज भी याद हो तुम,
मेरी हर खयालों में एक ख़्वाब हो तुम।
मेरी दिन की पहली और रात की आखरी याद हो तुम।।।।

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तक

8 Love

दिल दुखाया है मैने उसका कैसे खुद को माफ़ कर पाऊंगा। उसने मुझे खुशियां देकर सीने से गमों को लगाया है, अंदर से रोते हुए बस चेहरे से मुस्कुराया है। ना जानें कैसे उसका कर्ज चुका पाऊंगा, पहले तो टूट जाऊंगा, फिर बिखर के रह जाऊंगा।।। © GURU

#alone  दिल दुखाया है मैने उसका
 कैसे खुद को माफ़ कर पाऊंगा।

उसने मुझे खुशियां देकर सीने से गमों को लगाया है,
अंदर से रोते हुए बस चेहरे से मुस्कुराया है।

ना जानें कैसे उसका कर्ज चुका पाऊंगा,
पहले तो टूट जाऊंगा, फिर बिखर के रह जाऊंगा।।।

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Hate my self #alone

10 Love

मंजिलों की आशा है, खुद में ही निराशा है, थक गए है पांव मगर चलने को तैयार बेतहाशा है। रातों की नींद को बेचेनियों ने समेटा है, सपनों की उड़ान को मजबूरियों ने लपेटा है। जाने कब तक ठेहरा रहूंगा, अपनी उलझनों में उलझा रहूंगा। कुछ वक्त तो बीते जिंदगी में हसीन, जिसे याद कर पूरी जिंदगी जीता रहूंगा।।।। © GURU

#Travelstories  मंजिलों की आशा है, खुद में ही निराशा है,
थक गए है पांव मगर चलने को तैयार बेतहाशा है।

रातों की नींद को बेचेनियों ने समेटा है,
सपनों की उड़ान को मजबूरियों ने लपेटा है।

जाने कब तक ठेहरा रहूंगा,
 अपनी उलझनों में उलझा रहूंगा।

कुछ वक्त तो बीते जिंदगी में हसीन,
 जिसे याद कर पूरी जिंदगी जीता रहूंगा।।।।

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मुश्किलें #Travelstories

8 Love

मुझे नफरत हो रही है खुदसे, क्यूं में किसी का दिल तोड़ रहा हूं। वो प्यार कितना करती हे मुझसे, फिर भी हमसाए से रिश्ता जोड़ रहा हूं। हा में थक सा गया हूं, अपनी उलझनों में उलझ सा गया हूं। और अब तलाश बस खुद की है मुझे, अब मैं हर रिश्ते से खुद को आज़ाद कर रहा हूं।।।। ©Broken Guru

#safar  मुझे नफरत हो रही है खुदसे, 
क्यूं में किसी का दिल तोड़ रहा हूं।

वो प्यार कितना करती हे मुझसे, 
फिर भी हमसाए से रिश्ता जोड़ रहा हूं।

हा में थक सा गया हूं,
अपनी उलझनों में उलझ सा गया हूं।

और अब तलाश बस खुद की है मुझे,
 अब मैं हर रिश्ते से खुद को आज़ाद कर रहा हूं।।।।

©Broken Guru

# Mushafir #safar

9 Love

Nahi Chahiye Tujhse Kuch Aur, Tera Hath Aur Tera Sath kafi he. ©Broken Guru

 Nahi Chahiye Tujhse Kuch Aur,

Tera Hath Aur Tera Sath kafi he.

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l #Love

9 Love

नहीं चाहिए अब कुछ और, तेरा साथ काफी है। ©Broken Guru

 नहीं चाहिए अब  कुछ और,

तेरा साथ काफी है।

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लव #Love

10 Love

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