Ashu Dwivedi

Ashu Dwivedi

  • Latest
  • Popular
  • Video

आसमां में जितने तारे उतनी उम्र हो तेरी सूरज सा तेज चांद सी चमक हो तेरी पूरा करें ईश्वर हर सपना तेरा तेरे जन्म दिन पर ये शुभकामना है मेरी wish you happy birthday beta ©Ashu Dwivedi

#शायरी #BirthDay  आसमां में जितने तारे उतनी उम्र हो तेरी 
सूरज सा तेज चांद सी चमक हो तेरी 
पूरा करें ईश्वर हर सपना तेरा 
तेरे जन्म दिन पर ये शुभकामना है मेरी 



wish you happy birthday beta

©Ashu Dwivedi

#BirthDay

15 Love

#कविता #Dhokha  जाने किस मिट्टी से उन लोगों को बनाया है ये खुदा तूने  
गिरगिट से भी ज्यादा रंग बदलने का हुनर सिखाया है जिन्हे
आज     करते     हैं    दिखावा    वो    रिश्ते   का  हमसे 
जिसने।  रिश्ते।  में।  रह   कर  रिश्ता  कभी  निभाया  नही 
लगता।    है।    फितरत    में    ही    है   दगा   उनके
तभी   तो   किसी  एक  के  हो  कर  वो  रह  पाए  नही  
छोड़ा    था     साथ।   मेरा     उसने    जिसके। । लिए
शायद     उसे    भी।   वफा।   कर।     पाए।     नही  
लगता    है    पैसों    से।  ही।   खास    यारी  है  उसकी 
तभी   तो   किसी  एक  इंसान  के होकर वो रह पाए नही 
खेर।   होगी।  फितरत।  रंग।  बदलने।   की    उनकी 
हमें।    रंग।   बदलने  की।  आती  नही।   कला।  कोई 
निभाते  हैं   रिश्ते  दिल  से  पैसों पर हम बिकते नही 
बिठा।   ले।   दिल    में    जिसे   जान  भी  दे  दे   उन्हे
पर।  धोखे।  बाजों।  से।  रिश्ता।  हम।  निभाते।  नही 
बड़े। भोले  हैं  हम  षड्यंत्र  किसी  का  समझते  नही 
पर उतर गया नजरो सेजोएक बार फिर मुड़ कर उसकीओर देखते नही 
बता दे तू ही खुदा ये उन्हे वो कुछ भी नही अब हमारे लिए 
जो  प्यार  के  बदले।  दो।  पल   प्यार  के  हमें दे ना सके 
ना करे अब वो झूठा दिखावा अपनेपन का जो अपना हमें बना ना सके

©Ashu Dwivedi

#Dhokha

126 View

#कविता #कहता  कहता है ईश्वर
कभी  कभी  दिल कहता  है  सब  का  मैं  हिसाब  करूं
जिसने तुझे  सताया  उस  पर  चप्पल की बरसात करूं 

पर  फिर  कहता  मुझसे  ईश्वर मेरा बेटा तुम बस शांत रहो
जिसने  परेशान  किया  तुमको  उस  को मैं ना माफ करूं

देख  रहा हूं  मैं  अभी  नीचे  कितना  पापी गिर सकता है
झूठ  फरेब  का जाल  अभी  कितना  वो  बुन सकता है

धीर धरा है अब तक जैसे कुछ दिन का और बस धैर्य धरो
नीच  के बारे मे सोच सोच कर ना वक्त अपना बर्बाद करो

भर रहा घड़ा जो पाप का अपने वो खुद ही एक दिन फूटेगा
बोया  जिसने  पेड़   बबुल  का  वो  आम  कैसे   खाएगा

जिसने तुम्हे रुलाया है मैं एक दिन खून के आंसू उसे रुलाऊंगा
कलयुग की सुर्पन्खा की नाक में न्याय सभा में आके काटूंगा 

जय श्री राम

©Ashu Dwivedi

#कहता है ईश्वर

27 View

#ज़िन्दगी   हर नारी सही नही होती

करनी नही आती बड़ी बड़ी बात मुझे
पर किया नही कभी कुछ तेरे साथ गलत मैने
हर रीति रिवाज निभा के अपना तुझे बनाया था
छल किया तूने मैंने तो रिश्ता दिल से निभाया था

गलती को माफ किया तेरी सो बार तुझे समझाया था
सही होते हुए भी  मैने सर को अपने झुकाया था 
जो भी कहा तूने हर बात को तेरी मैंने माना था
सारी उम्र साथ रहने का संग तेरे ख्वाब मैने सजाया था

तेरे लिए तो बहन ने मेरी फूलों का सेज सजाया था
खुश रहे जीवन में तू ये आशीष  बड़ों से मेरे तूने पाया था
पर साथ छोड़ कर तूने मेरा हाथ गैर का थामा था
कैसे भूलूं  मुझे मारने का षड्यंत्र तूने  रचाया था

पर था सर पे  हाथ मां का जो रब ने तुझसे मुझे बचाया था
फिर गिर गई तू तो नीचे इतना की मां को भी मेरे फसा दिया
शर्म नहीं आई तुझको मानवता की सारी सीमा को तूने पार किया
मां सा प्यार दिया जिसने उस सास पर झूठा इल्जाम तूने लगा दिया

सोच समझ कर घात किया मुझ पे नही इसमें तेरी कोई मजबूरी है
तेरे जैसी नारी तो सभ्य समाज के लिए बस एक बीमारी है 
माफ नहीं करूंगा तुझको चाहे रचा ले जितनी रचानी तुझको माया है 
पता है मुझे तू परिवार पे मेरे मंडराता हुआ बुरा कोई साया है

©Ashu Dwivedi

# हर नारी सही नही होती

27 View

#ज़िन्दगी  हर नारी सही नही होती

आती नही करनी बड़ी बड़ी बातें मुझे 
 पर किया नही तेरे संग कभी कुछ गलत मैने

सारे रीति रिवाज निभा कर अपना तुझे बनाया था
छल किया तूने मैंने तो रिश्ता दिल से निभाया था 

गलती को तेरे माफ किया सो बार तुझे समझाया था
अपमान को अपने भूल के मैने  सर को अपने झुकाया था 

जो कहा तूने मुझसे हर बात को तेरी मैने माना था
सारी उम्र तेरे साथ रहने का ख्वाब मैने सजाया था 

तेरे लिए तो बहन ने मेरी फूलों का सेज सजाया था
रहे खुश जीवन में तू ये बड़ो ने मेरे रब से मांगा था 

पर छोड़ के मेरा साथ तूने हाथ गैर का थामा था 
कैसे भूलूं मुझे मारने का तूने जाल बिछाया था 

पर था सर पे हाथ मां का जो रब ने तुझसे मुझे बचा लिया
पर तू तो गिर गई नीचे इतना की मां को मेरी फसा दिया

शर्म नही आई तुझको मानवता की सारी सीमा को तूने पार किया 
मां सा प्यार दिया जिसने उस सास पे झूठा इल्जाम तूने लगा दिया 


अब माफ नही करूंगा तुझको तू रचले चाहे जितनी रचनी तुझको माया है
समझ गया हूं मैं तू मेरे परिवार पर मंडराता हुआ बुरा एक साया है

©Ashu Dwivedi

# हर नारी सही नही होती

27 View

#कविता  शीर्षक
(आने में अब तू देर ना करना) 

इंतजार रहेगा मुझे तेरे इंसाफ का ।
तू ही करेगा अंत दुष्टों के पाप का।

धर्म से अधर्म भला कब तक लड़ेगा ।
कभी तो अधर्म का मस्तक झुकेगा।

मैंने  किया  नही  कुछ भी गलत है।
तुमको को तो भोले सबकी खबर है।

मैं  हूं  सही  ये  तुमको  पता  है।
फिर  तू  क्यों ऐसे चुप बैठा है।

आने  में  अब  तू  देर  ना करना।
गलती को उसके माफ ना करना।

जिसने  हमको  बहुत  सताया।
झूठ  फरेब का जाल बिछाया ।

देना  सजा  तुम  उसको  भारी।
मांगे ये तुमसे आज बेटी तुम्हारी ।

जय भोले नाथ की 
नाम, आशू द्विवेदी

©Ashu Dwivedi

# आने में अब तू देर ना करना

27 View

Trending Topic