कुन्दन मिश्रा

कुन्दन मिश्रा

प्यार मोहब्बत खुशियों का पैगाम है! मेरे तमाम दोस्तों को "मिश्रा" का सलाम है!!

instagram.com/mishra__kundan

  • Latest
  • Popular
  • Video

एक चाह बनी थी उड़ने की नभ में विचरण करने की तभी समय का तूफां आया बिना पंख का मुझे उड़ाया अति उत्साह मन भी मेरा आसमां को ही घर समझाया हर रोज वहां महफिल लगती हर रोज वहां अप्सराएं आती पराए भी अपने लोग बताते पर अपने मुझसे मुंह छुपाते बात जब तक समझ में आती मन से होकर दिमाग में जाती तब ही समय ने करवट ली आ कर धराम गिराया जमीं पे अपने दौड़े और मुझे संभाले बड़े प्यार से, फिर उन्होंने पाले अब बस चाह यही है रहने की धरा पे ही भ्रमण करने की ©कुन्दन मिश्रा

#विचार #Satisfaction #walkingalone #Wish   एक चाह बनी थी उड़ने की
नभ में विचरण करने की 

तभी समय का तूफां आया
बिना पंख का मुझे उड़ाया
अति उत्साह मन भी मेरा
आसमां को ही घर समझाया 

हर रोज वहां महफिल लगती
हर रोज वहां अप्सराएं आती
पराए भी अपने लोग बताते
पर अपने मुझसे मुंह छुपाते 

बात जब तक समझ में आती
मन से होकर दिमाग में जाती 

तब ही समय ने करवट ली
आ कर धराम गिराया जमीं पे
अपने दौड़े और मुझे संभाले 
बड़े प्यार से, फिर उन्होंने पाले 

अब बस चाह यही है रहने की
धरा पे ही भ्रमण करने की

©कुन्दन मिश्रा
#first_love #breackup #लव #loves
#lovesad #लव #Night #loves  मैंने खामोशी से उसे चाहा था,
पर उसने भीड़ बुला ली मुझे देखने 

बड़ी बारीकियों से ख्वाब तोड़ी वो,
मैंने छुप छुपाकर सपने उधार दे दिए 

संदूक में बंद एक तरफा मोहब्बत,
बिना चाभी के ताले कभी खोल देती है 

दिये तूफां में भी अब जलते रहते हैं,
मंजूरी नहीं दी अंधेरों को अब ख्वाब देखने....

©कुन्दन मिश्रा

मैंने खामोशी से उसे चाहा था, पर उसने भीड़ बुला ली मुझे देखने बड़ी बारीकियों से ख्वाब तोड़ी वो, मैंने छुप छुपाकर सपने उधार दे दिए संदूक में बंद एक तरफा मोहब्बत, बिना चाभी के ताले कभी खोल देती है दिये तूफां में भी अब जलते रहते हैं, मंजूरी नहीं दी अंधेरों को अब ख्वाब देखने.... ©कुन्दन मिश्रा

#lovesad #लव #Night #loves  मैंने खामोशी से उसे चाहा था,
पर उसने भीड़ बुला ली मुझे देखने 

बड़ी बारीकियों से ख्वाब तोड़ी वो,
मैंने छुप छुपाकर सपने उधार दे दिए 

संदूक में बंद एक तरफा मोहब्बत,
बिना चाभी के ताले कभी खोल देती है 

दिये तूफां में भी अब जलते रहते हैं,
मंजूरी नहीं दी अंधेरों को अब ख्वाब देखने....

©कुन्दन मिश्रा

कर कोशिशें, चली साजिशें. फिर भी देख, मैं यहीं रहा. तुम फरेबी, धोखे के साएं पहचान कर भी मैं यहीं रहा... जमीं से आसमां, एक कर लो. कामयाबी के, बुलंदी पर जा. जब याद कोई आये तुझे अपने, तो पलट के देख लेना, मैं यहीं रहा... ©कुन्दन मिश्रा

#walkingalone #Brackup #लव #mishra  कर कोशिशें, 
चली साजिशें.
फिर भी देख,
मैं यहीं रहा.
तुम फरेबी, 
धोखे के साएं
पहचान कर भी 
मैं यहीं रहा...

जमीं से आसमां,
एक कर लो.
कामयाबी के,
बुलंदी पर जा.
जब याद कोई 
आये तुझे अपने,
तो पलट के
देख लेना,
मैं यहीं रहा...

©कुन्दन मिश्रा

आखों ने वो बयां नहीं की जो तुम्हारी लब्बों पे थी... वो तेजी से चलती हुयी सासें सब कुछ बता रही थी... हम करीब आए, पर उतने नहीं की एक हो सकें तुम जज़्बात रोक ली मगर धड़कन को नहीं जिसमें कोई और था... ये फरवरी का महीना और तुम्हारी हां में हां कहना जरुरत हो या हो कोई इम्तिहान... मेरे लिए वर्षों का एक वजूद जिसमें कभी अपनी अक्स देखने की उम्मीद थी... तुम समां तो सजा ली मगर उसे बांध ना पाई जिसमें कोई और था ©कुन्दन मिश्रा

#Bewafa #लव #alone  आखों ने वो बयां नहीं की 
जो तुम्हारी लब्बों पे थी...
वो तेजी से चलती हुयी सासें
सब कुछ बता रही थी...
हम करीब आए, पर 
उतने नहीं की एक हो सकें 

तुम जज़्बात रोक ली
मगर धड़कन को नहीं
जिसमें कोई और था... 

ये फरवरी का महीना और 
तुम्हारी हां में हां कहना 
जरुरत हो या हो कोई इम्तिहान...
मेरे लिए वर्षों का एक वजूद
जिसमें कभी अपनी अक्स
देखने की उम्मीद थी... 

तुम समां तो सजा ली
मगर उसे बांध ना पाई
जिसमें कोई और था

©कुन्दन मिश्रा

#alone #Love #Bewafa

14 Love

Trending Topic