प्यार में सब कुछ जायस (मतलब समझो)
बहोत बात सुना होगा की "प्यार में सब कुछ जायस"
जरा समझ भी लिया करो कि क्या क्या होता है जायस
अगर हो जाए कुछ गलती या सुनने में हो कुछ अलग
तब फेसला लेने से पहले दोनो पक्षो को सुना करे जी
भरोसा इतना मजबूत और दिल से इतना सटीक हो
जो कभी डगमगाने का विचारमात्र भी कभी न आए
चाहे हो कितने भी दूर या हो बेहद ही करीब आपके
पर तब भी साथ होने का एहसास, हिम्मत देने की बात
जो हित मे है वो करने के लिए चाहे झूठ बोलना पड़े
पर ऐसा झूठ न कहना कि जानलेवा बने प्यार में
जायस है सच्चा प्यार, अपनापन, भरोसा, मन
सब कुछ एक दूजे के प्रति समर्पित होना
©Parth Vasvani
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