arshita Pareek

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 उस दिन जब  अर्ज़ किया था यह सोच कर ...
कि अर्ज़ किया था यह सोच कर 
के वाह-वाही मिलेगी 
हमे क्या खबर थी के
नासमझ को शेर ही नही समझ आते

©arshita Pareek

# शेर- ओ- शायरी # अर्ज़ # वाह-वाही # खबर # नासमझ #

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समन्दर मे लकीर खींचने चले है जनाब इन्हें होश नही के लहरे कभी रुका नही करती ।। ©arshita Pareek

 समन्दर मे लकीर खींचने चले है जनाब
इन्हें होश नही
 के लहरे कभी रुका नही करती ।।

©arshita Pareek

#Ocean # Waves # Life # Try # Feel

13 Love

 तू अटल है पर अचल नही ।
कर सकता कोई विचल नही ।।
तू सहज है पर सरल नही ।
कर सकता कोई विरल नही ।

तू तपन है पर जलन नही ।
  कर सकता कोई आंकलन नही ।।
तू विश्वास है पर कठोर नही ।
   कर सकता कोई पथ विभोर नही ।।

तू शक्ति है पर आसक्ति नही ।
     कर सकता कोई तेरे समान भक्ति नही ।।
तू ऊर्जा है वह जिसका ह्रास नही ।
कर सकता कोई परिहास नही ।।

तू श्रम है पर थका नही ।
एक पल को कभी भी रुका नही ।।
तू स्मरण है पर संस्मरण नही ।
करम है तेरा भरण नही ।।

तू पालक है पर पालित नही ।
तुझसा कोई स्वचालित नही ।।
प्रचंड है तू पर विशाल नही ।
कर सकता अन्त तेरा कोई काल नही ।।

तू अथाह है जिसका छोर नही # तू एक ही है तुझसा कोई ओर नही # अचल # अटल # कठोर # विश्वास

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तू अटल है पर अचल नही । कर सकता कोई विचल नही ।। तू सहज है पर सरल नही । कर सकता कोई विरल नही । तू तपन है पर जलन नही । कर सकता कोई आंकलन नही ।। तू विश्वास है पर कठोर नही । कर सकता कोई पथ विभोर नही ।। तू शक्ति है पर आसक्ति नही । कर सकता कोई तेरे समान भक्ति नही ।। तू ऊर्जा है वह जिसका ह्रास नही । कर सकता कोई परिहास नही ।। तू श्रम है पर थका नही । एक पल को कभी भी रुका नही ।। तू स्मरण है पर संस्मरण नही । करम है तेरा भरण नही ।। तू पालक है पर पालित नही । तुझसा कोई स्वचालित नही ।। प्रचंड है तू पर विशाल नही । कर सकता अन्त तेरा कोई काल नही ।। ©arshita Pareek

 तू अटल है पर अचल नही ।
कर सकता कोई विचल नही ।।
तू सहज है पर सरल नही ।
कर सकता कोई विरल नही ।

तू तपन है पर जलन नही ।
  कर सकता कोई आंकलन नही ।।
तू विश्वास है पर कठोर नही ।
   कर सकता कोई पथ विभोर नही ।।

तू शक्ति है पर आसक्ति नही ।
     कर सकता कोई तेरे समान भक्ति नही ।।
तू ऊर्जा है वह जिसका ह्रास नही ।
कर सकता कोई परिहास नही ।।

तू श्रम है पर थका नही ।
एक पल को कभी भी रुका नही ।।
तू स्मरण है पर संस्मरण नही ।
करम है तेरा भरण नही ।।

तू पालक है पर पालित नही ।
तुझसा कोई स्वचालित नही ।।
प्रचंड है तू पर विशाल नही ।
कर सकता अन्त तेरा कोई काल नही ।।

©arshita Pareek

तू अथाह है जिसका छोर नही # तू एक ही है तुझसा कोई ओर नही # अचल # अटल # कठोर # विश्वास

6 Love

एक तलवार अनेक लक्ष्यो के आर पार नही होती अनेक नौकाएं साथ एक ही नाविक से पार नही होती डूब जाती है वो कश्तियाँ अकेले भी जिनकी हिम्मत बुलंद बीच मझधार नही होती ©arshita Pareek

 एक तलवार
 अनेक लक्ष्यो के आर पार नही होती

अनेक नौकाएं साथ 
एक ही नाविक से पार नही होती  

डूब जाती है वो कश्तियाँ
 अकेले भी 
जिनकी हिम्मत बुलंद 
बीच मझधार नही होती

©arshita Pareek

#FloatingBoat # Ambition # Desire # Spirit

10 Love

किसी ने क्या खूब कहा है उस मां के लिए क्या लिखूं उसने तो खुद मुझे लिखा है ©arshita Pareek

 किसी ने क्या खूब कहा है 


  उस मां के लिए क्या लिखूं
 उसने तो खुद मुझे लिखा है

©arshita Pareek

Not my words # Copied # from someone # like #MothersDay

11 Love

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