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✍️Lyricists
#AzaadKalakaar क्या हक है मेरा जो जताऊ मुझे तो सबने बना पराया जग छोडा , सबने तोड़ा , कही मजहब , कही खूनी साजिश ये मिट्टी , जमी , आंसमा , पर ही हक जताया और उठाया इन शान से मेरा देश का तिरंगा ©Safar
Safar
10 Love
शराब जिंदगी गुजर रही थी बड़ी तकलीफ और दिक्कत में मैं खामोश दुनिया की बातें अनसुना करके पीता हर शाम फुरसत में कोई इश्क़ में लूट गया कहता कोई कर्ज में डूब गया कहता सारी इमान अपनी गिरवी रखके मैं तो जाम की शोखियो में आंखे भिगाके के खूब रोता असर नहीं हुए इन जमाने की बातों में मैं नशे से ही गिरा और नशे में भी डूब के फिर लौट आया हूँ मैं जिंदगी ए बहार में शराब के लत से हँसता ✍️सफर ©Aatish Safar
11 Love
मसरुर है ये पल ये मंजर खुशबहार है बादलों में अफीमी सी खुशबू सर पे भांग सवार है पैमाइश नहीं होगे आज आँसमा में कितने रंग उड़ जाएगे लूट ले जितना लूट पाओगे नशा ए जाम का बौछार है क्या डर है नफा नुकसान की आज तो होली का त्यौहार हैं ©Aatish Safar
9 Love
जितनी बे इक्तिफाकी थी सारे बे आबरु कर आज जला देना थोड़े हलावत घोल के आज शराब में सारे दुश्मनों को पिला देना ©Aatish Safar
6 Love
होली मुबारक ******* इन रंगों का क्या आज नहीं तो कल धुल जाएंगे तू मेरे रुह तक उतर के दोनों मिलके पत्थर सा जम जाएंगे ©Aatish Safar
जहां से गुजर के कुछ साल पहले गये थे मेरी इश्क़ को मुकर के बेइज्जत किये थे अरे ओ हसीना .... फिर से उसी गलियो में आ गये हो फर्क इतना सा है वक्त वो तेरा था और ये जमी , महफिल किराये का अब हालातो से सब कुछ खरीद लिया हूँ और ये गम के सारे आँसू छीट के बंजर समा को हरा कर दिया हूँ ©Aatish Safar
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