दूरियां तो बहुत सी है जिंदगी में मेरे और उसके , पर दूरियां रास्तों की है दिलो को नहीं।
मिलो दूर हैं वो मुझसे और में उससे,
पर दिल तो आज भी जुड़े है एक दूसरे से।
नहीं होती बात आमने सामने एक दूसरे से , पर रोज आते है ख्वाबों में मैं उसके और वो मेरे आमने सामने।
रोज तरसता है दिल मेरा मिलने के लिए उससे,पर वक्त कुछ यू है कि सुनना पड़ता हैं हम दोनों को एक दूसरे के बारे में लोगो से।
मंजिले तो कभी ना कभी एक जरूर होंगी तब तक के लिए दोनों ने लिया है फैसला एक दूसरे से दूर होने का।
जब मान जाएंगे हमारे घरवाले तो चल देंगे हम , एक दूसरे के साथ ले के हातों में हाथ।
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