English
Research Scholar
The injustice The world has done injustice to me' In the letter Kept at the bedside, Many have written Before committing suicide. The catch they didn't get (Blamed instead - tensions and strife) That it’s not ‘justice’ It’s 'injustice' That is common in everyone's life ©Prabhat Anand
Prabhat Anand
5 Love
बंद अंधेरे कमरे में लाचार-सा पड़े मैं अक्सर यही सोचता हूँ कि क्या अंधेरा ही परम् सत्य नही है एक बेरोजगार के जीवन में?? ©Prabhat Anand
#अफगानिस्तान कराहें सुन कर भी अनसुना कर देने में लगता है समुंदर भर का साहस। किसी बेबस का छाती पीट के रोना कितना बेचैन कर देता है! पर वो जो बैठे हैं सिर पर ताज लिए रोज ही ऐसा कैसे कर लेते हैं ? ©Prabhat Anand
3 Love
'बेरोजगार' "भगवान के लिए, बेकार! बेकार! का ये शोर बंद करो" ...वो अधेड़ युवक रात भर बड़बड़ाता है सोये अपनी ख्वाहिशों की कब्र पे। ©Prabhat Anand
#सिक्सवर्ड्सस्टोरी 1. काली है, बेरोजगार से ब्याह होगा 2. पीठ पीछे गुस्साया, बेरोजगार है शायद 3. संसद: बेरोजगारों के ख्वाहिशों की कब्रगाह 4. तुम बदसूरत नहीं हो, बेरोजगार हो। ©Prabhat Anand
यूं तो मेरे चिड़चिड़ा होने के, बदज़ुबा होने के कारण अनेक है, पर मेरे पास कोई रोजगार न होना भी उसमे से एक है। ©Prabhat Anand
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here