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 अपनी ला इल्मी से तो लड़ नहीं सकता..!
ऐसा जाहिल भला जिहाद क्या करेगा..!!

जिसके मां बाप खुद उससे बदज़न हों..!
वो अपने पड़ोसी का मफाद क्या करेगा..!!

खुद कट रहा हो जो ब्याज की तेज़ बरछी से..!
वो मुफलिस किसी और से फसाद क्या करेगा..!!

लाखों कमा के भी जो मुतमईन नहीं कमाई से..!
ऐसा बखील खैरात-ओ-जक़ात क्या करेगा..!!

ज़कात दबा गए हो तो कहत की मार भी झेलो..!
मजलूमों के अश्क बहे तो वो बरसात क्या करेगा..!!

पहले खुद नहीं पिया, बिन पानी के जां दे दी...!
ये तारीख भुला के कोई इकराम की बात क्या करेगा..!

©Abd

#Muflis #Life #muslim #election #pm #election2024 #rahul gandhi #modi #changing #leader

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#Quotes  अपनी चिंताएं और दुख किसी के सामने जाहिर करने से का फायदा कोई अपना दुख ना तो  कोई दूर  करता है इसलिए सबके सामने खुश रहने की कोशिश करें

©kunti sharma

#Life

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#kuldeepkumaraue #Quotes #Learn #Ram  लोग राम-राम तो सभी कहते हैं
पर उनकी तरह बनना नहीं चाहते हैं
पर दूसरों को ग्यान जरूर देते हैं
श्री राम जी की तरह बनने के लिए

©Kuldeep KumarAUE

लोग राम-राम तो सभी कहते हैं पर उनकी तरह बनना नहीं चाहते हैं पर दूसरों को ग्यान जरूर देते हैं श्री राम जी की तरह बनने के लिए #Life #kuldeepkumaraue #Ram #Learn

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 जागती रहती हैं ये आंखें हर रात
ना जाने इनको इंतज़ार
किसका है..

©Balwinder Pal

#Life

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#सठियानेकीव्यथा #कविता  


सठियाने की व्यथा

साठ वरस से अधिक हो गए इस जीवन को,
दुःख - सुख के अनगिनत थपेड़े हमने खाये।
अपनी  कितनी  खुशियों  की  कुर्बानी  देकर,
जो  पाए  वो  सब कुछ तुम पर सहज लुटाए।।

आज जरा सा पक्ष रखा जो हमने अपना,
तुम अपने स्तर पर लेकर हमको आये।
आज हमारे ही घर मे हमको कहते हो,
उम्र हो गयी इसीलिए हम हैं सठियाये।।

सही कहे, सठियाना है पागल हो जाना,
जीवन के प्रश्नों का खुद ही हल हो जाना।
पर इन कोरी बातों को तुम ना गठियाना,
चलो हमारी जाने दो, तुम ना सठियाना।।
                                                  ........कौशल तिवारी



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©Kaushal Kumar

सठियाने की व्यथा साठ वरस से अधिक हो गए इस जीवन को, दुःख - सुख के अनगिनत थपेड़े हमने खाये। अपनी कितनी खुशियों की कुर्बानी देकर, जो पाए वो सब कुछ तुम पर सहज लुटाए।। आज जरा सा पक्ष रखा जो हमने अपना, तुम अपने स्तर पर लेकर हमको आये। आज हमारे ही घर मे हमको कहते हो, उम्र हो गयी इसीलिए हम हैं सठियाये।। सही कहे, सठियाना है पागल हो जाना, जीवन के प्रश्नों का खुद ही हल हो जाना। पर इन कोरी बातों को तुम ना गठियाना, चलो हमारी जाने दो, तुम ना सठियाना।। ........कौशल तिवारी . . ©Kaushal Kumar

#सठियाना #कविता  सठियाने की व्यथा

साठ वरस से अधिक हो गए इस जीवन को,
दुःख - सुख के अनगिनत थपेड़े हमने खाये।
अपनी  कितनी  खुशियों  की  कुर्बानी  देकर,
जो  पाए  वो  सब कुछ तुम पर सहज लुटाए।।

आज जरा सा पक्ष रखा जो हमने अपना,
तुम अपने स्तर पर लेकर हमको आये।
आज हमारे ही घर मे हमको कहते हो,
उम्र हो गयी इसीलिए हम हैं सठियाये।।

सही कहे, सठियाना है पागल हो जाना,
जीवन के प्रश्नों का खुद ही हल हो जाना।
पर इन कोरी बातों को तुम ना गठियाना,
चलो हमारी जाने दो, तुम ना सठियाना।।
                                                  ........कौशल तिवारी



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©Kaushal Kumar
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