Pravin sinha

Pravin sinha Lives in Kolkata, West Bengal, India

Hindi poem Writer.

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video
#uskebalonpargulab #कविता  उसके बालों पर गुलाब।
उसके बालों पर गुलाब की कलियां सजी थी।
कांटों भरा ताज ऐसे नसीब नहीं होता।

©Pravin sinha

#uskebalonpargulab# प्रेरणादायी कविता हिंदी

144 View

#phoolmurjhajayenege #कविता  फूल मुर्झा जाएंगे।
फूल मुर्झा जाएंगे 
ना फेंको इनको शहर की गलियों में 
लोगों के पैर तले आ जाएंगे,
जगह है इनकी शहीद के चरणों में 
वहां गर्व से हक जताएंगे।

©Pravin sinha

#phoolmurjhajayenege # प्रेरणादायी कविता हिंदी

99 View

#गिर  गिर गिरकर उठने की कोशिश।

गिर गिरकर उठने की कोशिश कर,
मंजिल तुझको मिल जाएगी।
कब तक रूठेगी किस्मत तुझसे ,
एक दिन वो भी गले लगाएगी।
क्यों ठहरा है तू एक जगह पे
चल तू भी नदियों की धार पे
कल  थमा था जो पल 
वो भी चल निकलेगा 
कर कोशिश तेरी हर कोशिश 
 का हल निकलेगा।
  ©️ प्रवीण सिन्हा

©Pravin sinha

#गिर गिरकर उठने की कोशिश # प्रेरणादायी कविता हिंदी

99 View

#NojotoWritingPrompt #sadness  रोते रोते मुस्कुराने का हुनर हमने सीखा है,
पलकों को भी हमने आंसुओं से सींचा है।
बरसे तो थे कभी आंसू बिन बरसात के मौसम में
जब दुनिया को पहचानने का हुनर हमने सीखा था।
दिल ने आवाज दी थी मयखाने से,
जहां आंखों ने  पैमानों को भरा था,
कैद थी मुस्कुराहट उस बोतल में 
जहां मुस्कुराने का हुनर हमने सीखा था।
 ©️ प्रवीण सिन्हा

©Pravin sinha

#sadness#NojotoWritingPrompt# रोते रोते मुस्कुराने का हुनर#

198 View

#रात  हमें जगा दिया
रहा पहरा जहां तेरी नजरों का
हमने ठिकाना वहीं बना लिया
नज़रों से ओझल हुआ जब चांद
तेरी नजरों में ही आशियाना बना लिया।

©Pravin sinha

#रात भर इक चांद # चांद#

753 View

 आओ बैठो पास मेरे
कुछ बातें चांद सितारों की करते हैं,
बादलों में छुपकर चांद भी शर्माता है तुम्हारी तरह,
जैसे जुल्फों के पीछे तुम्हारा चेहरा!
चेहरों की सादगी के पीछे एक शहर सा बसा है
मानों बादलों के शहर में चांद।
आओ बैठो पास मेरे कुछ नया देखते हैं
चांद के आईने में अपना चांद देखते हैं।

#baitho #writingnojotoprompt# #आओ बैठो पास मेरे #

787 View

Trending Topic