Shah.nawaz

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White हुनर हार जाने का भी जरूरी है सीखना। कल जीत न मिली तो काम आयेगी। गर जीत भी गया मैं हर एक बाज़ी। तो मेरे ही हिस्से में तन्हा शाम आयेगी। ©Shah.nawaz

#Sad_Status #SAD  White हुनर हार जाने का भी जरूरी है सीखना।
कल जीत न मिली तो काम आयेगी।

गर जीत भी गया मैं हर एक बाज़ी।
तो मेरे ही हिस्से में तन्हा शाम आयेगी।

©Shah.nawaz

#Sad_Status

10 Love

सबब नाराज़गी का बस इतना सा है। कि अब बेबाक बातें उनको बर्दाश्त नहीं होती। होती हैं बातें अब सिर्फ बातों जैसी। बातों में अब वो पहले सी बात नहीं होती। ©Shah.nawaz

#promiseday #SAD  सबब नाराज़गी का 
बस इतना सा है।
कि अब बेबाक बातें उनको 
बर्दाश्त नहीं होती।

होती हैं बातें 
अब सिर्फ बातों जैसी।
बातों में अब वो 
पहले सी बात नहीं होती।

©Shah.nawaz

#promiseday

12 Love

ना मैं सही हूं आजकल गलत तू भी नही है यारा। एक तेरी जीत की आस में मैं हर रोज़ हूं खुद से हारा। ना बातें मेरी अब होती है मुकम्मल ना सुनने को कोई कान है यहां। मैं हाले दिल सुनाऊं भी तो किसको हर मकां खामोश, हर गली सुनसान है यहां। ©Shah.nawaz

#hibiscussabdariffa #loveshayari  ना मैं सही हूं आजकल
गलत तू भी नही है यारा।
एक तेरी जीत की आस में
मैं हर रोज़ हूं खुद से हारा।

ना बातें मेरी अब
होती है मुकम्मल
ना सुनने को कोई 
कान है यहां।
मैं हाले दिल सुनाऊं भी 
तो किसको
हर मकां खामोश, 
हर गली सुनसान है यहां।

©Shah.nawaz

खुदा का तोहफ़ा कहूं या नेमत कहूं। या तुमको मैं खुदा की रहमत कहूं। तेरे आने से खुशियों में इजाफा हुआ है। तो क्यों न मैं तुमको बरकत कहूं। कहूं दिल्लगी मैं तुमको , या चाहत कहूं। मोहब्बत हो तुम मैं मोहब्बत कहूं। तू जरिया है मेरे सुकून का फिजा। तो क्यों ना मैं तुझको दिल की राहत कहूं। तू इज्ज़त है मेरी, तेरी इज्जत करू। मुहब्बत को अपनी मैं फितरत कहूं। उसने लिखा साथ तेरा और मेरा मैं क्यों न खुद को खुशकिस्मत कहूं। ©Shah.nawaz

#lovetaj  खुदा का तोहफ़ा कहूं या नेमत कहूं।
या तुमको मैं खुदा की रहमत कहूं।
तेरे आने से खुशियों में इजाफा हुआ है।
तो क्यों न मैं तुमको बरकत कहूं।

कहूं दिल्लगी मैं तुमको , या चाहत कहूं।
मोहब्बत हो तुम मैं मोहब्बत कहूं।
तू जरिया है मेरे सुकून का फिजा।
तो क्यों ना मैं तुझको दिल की राहत कहूं।

तू इज्ज़त है मेरी, तेरी इज्जत करू।
मुहब्बत को अपनी मैं फितरत कहूं।
उसने लिखा साथ तेरा और मेरा 
मैं क्यों न खुद को खुशकिस्मत कहूं।

©Shah.nawaz

#lovetaj

16 Love

ना रास्ते मिलेंगे न हासिल होगी मंज़िल। गर इस सफर में तू मेरा रहबर न हुआ। ©Shah.nawaz

#Shajar  ना रास्ते मिलेंगे न हासिल होगी मंज़िल।
गर इस सफर में तू मेरा रहबर न हुआ।

©Shah.nawaz

#Shajar

13 Love

इक रात वो सोच रहा था। की पहले नींद टूटी या ख्वाब? फिर मुस्कुराता हुआ दोबारा लेट गया कि चलो कम से कम होश तो आया । ©Shah.nawaz

#Night  इक रात वो सोच रहा था।
की पहले नींद टूटी या ख्वाब?
फिर मुस्कुराता हुआ दोबारा लेट गया
कि चलो कम से कम होश तो आया ।

©Shah.nawaz

#Night

12 Love

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