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New ba philosophy syllabus of calcutta university Status, Photo, Video

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White जो यूनिवर्सिटी बनी थी ज्ञान देने के लिए, देश के तलवार को इक म्यान देने के लिए। बदल रहा है काम इसका पश्चिम की आड़ में, लोग जाने लगे यहां वासना की जुगाड़ में। मां बाप के स्वाभिमान से गूंथी हुई चोटियां , घर से दूर पढ़ने आई गांव शहर की बेटियां । जिसको यह देश दुर्गा देवी समझता है , बहू बनने पर जिन्हें लक्ष्मी कहता है। कितनों से लड़ कर मां बाप शहर भेजते हैं, मेरी बेटी पर भरोसा है यही सबसे कहते हैं । निज संस्कार भूलकर वो आधुनिक बनने लगी, दिखावे के चक्कर में छोटे कपड़े पहनने लगी। पढ़ाई को छोड़ लड़के सीटियां बजाने लगे , बाइक पर बैठाकर इन्हें शहर घुमाने लगे। वो सब कुछ छोड़ अलग दुनिया में जीने लगे, Girlfriend के साथ शराब सिगरेट पीने लगे। जवानी के नशे में चूर लड़के अंधे हो गए, लड़कियों को रूम पर लाने के धंधे हो गए। ये बेटियां भी बड़ी समझती हैं अपने आपको, याद नहीं करती कभी बूढ़े मां बाप को। It's my life अपने मन में सोचने लगीं , तभी तो चंद पैसों पर जिस्म बेचने लगीं। यदि पैसे की तंगी है तो दो रोटी कम खाओ तुम, केवल पापा के पैसे में अपना काम चलाओ तुम। अरे भारत की बेटी हो ऐसे न लाचार बनो, सीता या अनुसुइया का फिर से तुम किरदार। चुनो, शक्ति को धारण करके फिर बन जाओ दुर्गा माई। भक्ति में डूबो और फिर कहलाओ मीरा बाई, हवस मिटाने के खातिर फिर तुमको कोई देखे तो। स्वयं के लिए फिर से तुम बन जाओ लक्ष्मी बाई। ©Shubham Mishra

#मोटिवेशनल #GoodNight  White जो यूनिवर्सिटी बनी थी ज्ञान देने के लिए,
देश के तलवार को इक म्यान देने के लिए।
बदल रहा है काम इसका पश्चिम की आड़ में, 
लोग जाने लगे  यहां वासना की जुगाड़ में। 
मां बाप के स्वाभिमान से गूंथी हुई चोटियां ,
घर से दूर पढ़ने आई गांव शहर की बेटियां ।
जिसको यह देश दुर्गा देवी समझता है ,
बहू बनने पर जिन्हें लक्ष्मी कहता है। 
कितनों से लड़ कर मां बाप शहर भेजते हैं, 
मेरी बेटी पर भरोसा है यही सबसे कहते हैं ।
निज संस्कार भूलकर वो आधुनिक बनने लगी, 
दिखावे के चक्कर में छोटे कपड़े पहनने लगी। 
पढ़ाई को छोड़ लड़के सीटियां बजाने लगे ,
बाइक पर बैठाकर इन्हें शहर घुमाने लगे।
वो सब कुछ छोड़ अलग दुनिया में जीने लगे, 
Girlfriend के साथ शराब सिगरेट पीने लगे। 
जवानी के नशे में चूर लड़के अंधे हो गए, 
लड़कियों को रूम पर लाने के धंधे हो गए।
ये बेटियां भी बड़ी समझती हैं अपने आपको, 
याद नहीं करती कभी बूढ़े मां बाप को। 
It's my life अपने मन में सोचने लगीं ,
तभी तो चंद पैसों पर जिस्म बेचने लगीं। 
यदि पैसे की तंगी है तो दो रोटी कम खाओ तुम, 
केवल पापा के पैसे में अपना काम चलाओ तुम। 
अरे भारत की बेटी हो  ऐसे न लाचार बनो,
सीता या अनुसुइया का फिर से तुम किरदार। चुनो,
शक्ति को धारण करके फिर बन जाओ दुर्गा माई।
भक्ति में डूबो और फिर कहलाओ मीरा बाई, 
हवस मिटाने के खातिर फिर तुमको कोई देखे तो। 
स्वयं के लिए फिर से तुम बन जाओ लक्ष्मी बाई।

©Shubham Mishra

#GoodNight University

14 Love

#वीडियो #Shorts

Mahol Badle Wala Ba #Shorts

63 View

#Videos

Islamic University

108 View

#Tohar

#Tohar muskil Kayal ba

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part 1 .............. मैं dr मोमिता अब नहीं हूँ मुझे कुछ दरिंदो द्वारा मार दिया गया पर उससे पहले मेरा सामूहिक rape किया गया वो rape आम rape जैसा नहीं था वो बहुत दर्द नाक था जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती, क्या जुल्म क़ो सहना ही इंसानियत हैं क्या जुल्म के खिलाफ बोलना अपराध हैं, कई लोग चुप ही रहते हैं पर कई लोग बर्दाश नहीं कर पाते अन्याय क़ो, अपनी आँखो के सामने अनर्थ क़ो कैसे कोई देख सकता हैं, अगर ऐसा ही होता तो आज हम आजादी से अपने देश मे सांस ना ले पाते, हम आज भी अंग्रेजो के गुलाम होते अगर हमारे क्रन्तिकारी भाई अपनी शहादत ना देते.... ©puja udeshi

#pujaudeshi #Calcutta #News #SAD  part 1
..............
मैं dr मोमिता अब नहीं हूँ मुझे कुछ दरिंदो द्वारा मार 
दिया गया पर उससे पहले मेरा सामूहिक rape किया 
गया वो rape आम rape जैसा नहीं था वो बहुत दर्द नाक था जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती, क्या जुल्म क़ो सहना ही इंसानियत हैं क्या जुल्म के खिलाफ बोलना अपराध हैं, कई लोग चुप ही रहते हैं 
पर कई लोग बर्दाश नहीं कर पाते अन्याय क़ो, अपनी आँखो के सामने अनर्थ क़ो कैसे कोई देख सकता हैं, अगर ऐसा ही होता तो आज हम आजादी से अपने देश मे सांस ना ले पाते, हम आज भी अंग्रेजो के गुलाम होते अगर हमारे क्रन्तिकारी भाई अपनी शहादत ना देते....

©puja udeshi

#Calcutta #News #pujaudeshi @Dheeraj Bakshi mahesh ℘ґѦℊѦ†ї @Neel @poonam atrey

37 Love

#BooksBestFriends #कविता #syllabus   निसाब के बदलाव की 
गरज समझिए,  
पढ़े-लिखे को रोजगार से 
मोहताज ना कीजिए।  
सिखाइए हुनर और 
जिंदगी के सबक साथ में,  
बस डिग्रियों का नहीं, 
काबिलियत का भी लिहाज कीजिए।

©Balwant Mehta

White जो यूनिवर्सिटी बनी थी ज्ञान देने के लिए, देश के तलवार को इक म्यान देने के लिए। बदल रहा है काम इसका पश्चिम की आड़ में, लोग जाने लगे यहां वासना की जुगाड़ में। मां बाप के स्वाभिमान से गूंथी हुई चोटियां , घर से दूर पढ़ने आई गांव शहर की बेटियां । जिसको यह देश दुर्गा देवी समझता है , बहू बनने पर जिन्हें लक्ष्मी कहता है। कितनों से लड़ कर मां बाप शहर भेजते हैं, मेरी बेटी पर भरोसा है यही सबसे कहते हैं । निज संस्कार भूलकर वो आधुनिक बनने लगी, दिखावे के चक्कर में छोटे कपड़े पहनने लगी। पढ़ाई को छोड़ लड़के सीटियां बजाने लगे , बाइक पर बैठाकर इन्हें शहर घुमाने लगे। वो सब कुछ छोड़ अलग दुनिया में जीने लगे, Girlfriend के साथ शराब सिगरेट पीने लगे। जवानी के नशे में चूर लड़के अंधे हो गए, लड़कियों को रूम पर लाने के धंधे हो गए। ये बेटियां भी बड़ी समझती हैं अपने आपको, याद नहीं करती कभी बूढ़े मां बाप को। It's my life अपने मन में सोचने लगीं , तभी तो चंद पैसों पर जिस्म बेचने लगीं। यदि पैसे की तंगी है तो दो रोटी कम खाओ तुम, केवल पापा के पैसे में अपना काम चलाओ तुम। अरे भारत की बेटी हो ऐसे न लाचार बनो, सीता या अनुसुइया का फिर से तुम किरदार। चुनो, शक्ति को धारण करके फिर बन जाओ दुर्गा माई। भक्ति में डूबो और फिर कहलाओ मीरा बाई, हवस मिटाने के खातिर फिर तुमको कोई देखे तो। स्वयं के लिए फिर से तुम बन जाओ लक्ष्मी बाई। ©Shubham Mishra

#मोटिवेशनल #GoodNight  White जो यूनिवर्सिटी बनी थी ज्ञान देने के लिए,
देश के तलवार को इक म्यान देने के लिए।
बदल रहा है काम इसका पश्चिम की आड़ में, 
लोग जाने लगे  यहां वासना की जुगाड़ में। 
मां बाप के स्वाभिमान से गूंथी हुई चोटियां ,
घर से दूर पढ़ने आई गांव शहर की बेटियां ।
जिसको यह देश दुर्गा देवी समझता है ,
बहू बनने पर जिन्हें लक्ष्मी कहता है। 
कितनों से लड़ कर मां बाप शहर भेजते हैं, 
मेरी बेटी पर भरोसा है यही सबसे कहते हैं ।
निज संस्कार भूलकर वो आधुनिक बनने लगी, 
दिखावे के चक्कर में छोटे कपड़े पहनने लगी। 
पढ़ाई को छोड़ लड़के सीटियां बजाने लगे ,
बाइक पर बैठाकर इन्हें शहर घुमाने लगे।
वो सब कुछ छोड़ अलग दुनिया में जीने लगे, 
Girlfriend के साथ शराब सिगरेट पीने लगे। 
जवानी के नशे में चूर लड़के अंधे हो गए, 
लड़कियों को रूम पर लाने के धंधे हो गए।
ये बेटियां भी बड़ी समझती हैं अपने आपको, 
याद नहीं करती कभी बूढ़े मां बाप को। 
It's my life अपने मन में सोचने लगीं ,
तभी तो चंद पैसों पर जिस्म बेचने लगीं। 
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केवल पापा के पैसे में अपना काम चलाओ तुम। 
अरे भारत की बेटी हो  ऐसे न लाचार बनो,
सीता या अनुसुइया का फिर से तुम किरदार। चुनो,
शक्ति को धारण करके फिर बन जाओ दुर्गा माई।
भक्ति में डूबो और फिर कहलाओ मीरा बाई, 
हवस मिटाने के खातिर फिर तुमको कोई देखे तो। 
स्वयं के लिए फिर से तुम बन जाओ लक्ष्मी बाई।

©Shubham Mishra

#GoodNight University

14 Love

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Mahol Badle Wala Ba #Shorts

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#Tohar

#Tohar muskil Kayal ba

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part 1 .............. मैं dr मोमिता अब नहीं हूँ मुझे कुछ दरिंदो द्वारा मार दिया गया पर उससे पहले मेरा सामूहिक rape किया गया वो rape आम rape जैसा नहीं था वो बहुत दर्द नाक था जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती, क्या जुल्म क़ो सहना ही इंसानियत हैं क्या जुल्म के खिलाफ बोलना अपराध हैं, कई लोग चुप ही रहते हैं पर कई लोग बर्दाश नहीं कर पाते अन्याय क़ो, अपनी आँखो के सामने अनर्थ क़ो कैसे कोई देख सकता हैं, अगर ऐसा ही होता तो आज हम आजादी से अपने देश मे सांस ना ले पाते, हम आज भी अंग्रेजो के गुलाम होते अगर हमारे क्रन्तिकारी भाई अपनी शहादत ना देते.... ©puja udeshi

#pujaudeshi #Calcutta #News #SAD  part 1
..............
मैं dr मोमिता अब नहीं हूँ मुझे कुछ दरिंदो द्वारा मार 
दिया गया पर उससे पहले मेरा सामूहिक rape किया 
गया वो rape आम rape जैसा नहीं था वो बहुत दर्द नाक था जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती, क्या जुल्म क़ो सहना ही इंसानियत हैं क्या जुल्म के खिलाफ बोलना अपराध हैं, कई लोग चुप ही रहते हैं 
पर कई लोग बर्दाश नहीं कर पाते अन्याय क़ो, अपनी आँखो के सामने अनर्थ क़ो कैसे कोई देख सकता हैं, अगर ऐसा ही होता तो आज हम आजादी से अपने देश मे सांस ना ले पाते, हम आज भी अंग्रेजो के गुलाम होते अगर हमारे क्रन्तिकारी भाई अपनी शहादत ना देते....

©puja udeshi

#Calcutta #News #pujaudeshi @Dheeraj Bakshi mahesh ℘ґѦℊѦ†ї @Neel @poonam atrey

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#BooksBestFriends #कविता #syllabus   निसाब के बदलाव की 
गरज समझिए,  
पढ़े-लिखे को रोजगार से 
मोहताज ना कीजिए।  
सिखाइए हुनर और 
जिंदगी के सबक साथ में,  
बस डिग्रियों का नहीं, 
काबिलियत का भी लिहाज कीजिए।

©Balwant Mehta
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