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New आत्मज्ञानी दीपक भाई Status, Photo, Video

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White दुनिया में दुखी बस बाप नही भाई से बड़ी सौगात नही पढ़ खगोल विद्या सारी देता है बढ़ा औकात वही मां बाप से सीखा जो कुछ भी संवर्धित रूप दिखाता है छोटे भाई के खातिर लड़ता पढ़ता और पढ़ाता है दंद फंद दुनिया के सारे कहां बाप बतलाता है वाह सोख के पानी सागर का बदल सा बरस उगाता कभी जो उखड़े जड़ थोड़ी वाह मिट्टी भी बन जाता दोस्त वही सबसे पहला गुरु अंतर्मन सा होता है वही ब्याह देवरान जेठानी के फिर झांसे में आ जाता है दोनो भाई ग्रह उपग्रह से दूर भ्रमण में रहते है प्रथम मित्र गुरु अंतर्मन का फिर बनकर न मिलते है मां बाप की मर्यादा फिर भी भाई सम्मान नही पाता लेकिन सच है की भाई बिन भाई को ज्ञान नही आता वही सिखाता है साइकल और गेम वही खिलवाता है पहली सीडी फिल्म की लाकर सारेगामा गाता है गली मोहल्ला हर कोना बन रक्षक खड़ा हो जाता है पालन पोषण बस हाथ नही बाकी भाई के बिना कोई बात नही दुनिया में दुखी बस बाप नही भाई से बड़ी सौगात नही ©दीपेश

#कविता #भाई #sad_qoute #Brother  White दुनिया में दुखी बस बाप नही भाई से बड़ी सौगात नही
पढ़ खगोल विद्या सारी  देता है बढ़ा औकात वही
मां बाप से सीखा जो कुछ भी संवर्धित रूप दिखाता है
छोटे भाई के खातिर लड़ता  पढ़ता और पढ़ाता है
दंद फंद दुनिया के सारे कहां बाप बतलाता है
वाह सोख के पानी सागर का बदल सा बरस उगाता
कभी जो उखड़े जड़ थोड़ी वाह मिट्टी भी बन जाता
दोस्त वही सबसे पहला गुरु अंतर्मन सा होता है
वही ब्याह देवरान जेठानी के फिर झांसे में आ जाता है
दोनो भाई ग्रह उपग्रह से दूर भ्रमण में रहते है
प्रथम मित्र गुरु अंतर्मन का फिर बनकर न मिलते है
मां बाप की मर्यादा फिर भी भाई सम्मान नही पाता 
लेकिन सच है की भाई बिन भाई को ज्ञान नही आता
वही सिखाता है साइकल और गेम वही खिलवाता है
पहली सीडी फिल्म की लाकर सारेगामा गाता है
गली मोहल्ला हर कोना बन रक्षक खड़ा हो जाता है
पालन पोषण बस हाथ नही बाकी भाई के बिना कोई बात नही
दुनिया में दुखी बस बाप नही  भाई से बड़ी सौगात नही

©दीपेश
#वीडियो

मासुग भाई चौधरी

72 View

#वीडियो

मासुग भाई चौधरी

126 View

अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का, समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, बस यही तरक़ीब है दुनिया भुलाने का, मिला खेवनहार दरिया पार कर लूँगा, ज़िस्म में ताकत नहीं गोता लगाने का, पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का, जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, बांसुरी की तान पर झूला झुलाने का, ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, हृदय है प्यासा उसे पानी पिलाने का, बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन', मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #दीपक  अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का,
समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, 

मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, 
बस यही तरक़ीब है  दुनिया  भुलाने का,

मिला खेवनहार  दरिया पार  कर  लूँगा, 
ज़िस्म में ताकत नहीं  गोता  लगाने का,

पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, 
जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का,

जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, 
बांसुरी की  तान पर  झूला  झुलाने का,

ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, 
हृदय  है  प्यासा  उसे  पानी  पिलाने  का,

बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन',
मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का,
    ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
             प्रयागराज उ॰प्र॰

©Shashi Bhushan Mishra

#दीपक जलाने का#

16 Love

#वीडियो

मासुग भाई चौधरी

126 View

जन्मदिन की हार्दिक बधाई हमुशा ख़ुश रहो शिव भाई हमेशा रहो कामयाब तुम हमेशा करते रहो तुम कमाई ©Shubham Singh

#Quotes  जन्मदिन की हार्दिक बधाई 
हमुशा ख़ुश रहो शिव भाई
हमेशा रहो कामयाब तुम
हमेशा करते रहो तुम कमाई

©Shubham Singh

शिव भाई

14 Love

White दुनिया में दुखी बस बाप नही भाई से बड़ी सौगात नही पढ़ खगोल विद्या सारी देता है बढ़ा औकात वही मां बाप से सीखा जो कुछ भी संवर्धित रूप दिखाता है छोटे भाई के खातिर लड़ता पढ़ता और पढ़ाता है दंद फंद दुनिया के सारे कहां बाप बतलाता है वाह सोख के पानी सागर का बदल सा बरस उगाता कभी जो उखड़े जड़ थोड़ी वाह मिट्टी भी बन जाता दोस्त वही सबसे पहला गुरु अंतर्मन सा होता है वही ब्याह देवरान जेठानी के फिर झांसे में आ जाता है दोनो भाई ग्रह उपग्रह से दूर भ्रमण में रहते है प्रथम मित्र गुरु अंतर्मन का फिर बनकर न मिलते है मां बाप की मर्यादा फिर भी भाई सम्मान नही पाता लेकिन सच है की भाई बिन भाई को ज्ञान नही आता वही सिखाता है साइकल और गेम वही खिलवाता है पहली सीडी फिल्म की लाकर सारेगामा गाता है गली मोहल्ला हर कोना बन रक्षक खड़ा हो जाता है पालन पोषण बस हाथ नही बाकी भाई के बिना कोई बात नही दुनिया में दुखी बस बाप नही भाई से बड़ी सौगात नही ©दीपेश

#कविता #भाई #sad_qoute #Brother  White दुनिया में दुखी बस बाप नही भाई से बड़ी सौगात नही
पढ़ खगोल विद्या सारी  देता है बढ़ा औकात वही
मां बाप से सीखा जो कुछ भी संवर्धित रूप दिखाता है
छोटे भाई के खातिर लड़ता  पढ़ता और पढ़ाता है
दंद फंद दुनिया के सारे कहां बाप बतलाता है
वाह सोख के पानी सागर का बदल सा बरस उगाता
कभी जो उखड़े जड़ थोड़ी वाह मिट्टी भी बन जाता
दोस्त वही सबसे पहला गुरु अंतर्मन सा होता है
वही ब्याह देवरान जेठानी के फिर झांसे में आ जाता है
दोनो भाई ग्रह उपग्रह से दूर भ्रमण में रहते है
प्रथम मित्र गुरु अंतर्मन का फिर बनकर न मिलते है
मां बाप की मर्यादा फिर भी भाई सम्मान नही पाता 
लेकिन सच है की भाई बिन भाई को ज्ञान नही आता
वही सिखाता है साइकल और गेम वही खिलवाता है
पहली सीडी फिल्म की लाकर सारेगामा गाता है
गली मोहल्ला हर कोना बन रक्षक खड़ा हो जाता है
पालन पोषण बस हाथ नही बाकी भाई के बिना कोई बात नही
दुनिया में दुखी बस बाप नही  भाई से बड़ी सौगात नही

©दीपेश
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मासुग भाई चौधरी

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मासुग भाई चौधरी

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अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का, समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, बस यही तरक़ीब है दुनिया भुलाने का, मिला खेवनहार दरिया पार कर लूँगा, ज़िस्म में ताकत नहीं गोता लगाने का, पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का, जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, बांसुरी की तान पर झूला झुलाने का, ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, हृदय है प्यासा उसे पानी पिलाने का, बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन', मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #दीपक  अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का,
समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, 

मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, 
बस यही तरक़ीब है  दुनिया  भुलाने का,

मिला खेवनहार  दरिया पार  कर  लूँगा, 
ज़िस्म में ताकत नहीं  गोता  लगाने का,

पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, 
जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का,

जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, 
बांसुरी की  तान पर  झूला  झुलाने का,

ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, 
हृदय  है  प्यासा  उसे  पानी  पिलाने  का,

बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन',
मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का,
    ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
             प्रयागराज उ॰प्र॰

©Shashi Bhushan Mishra

#दीपक जलाने का#

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मासुग भाई चौधरी

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जन्मदिन की हार्दिक बधाई हमुशा ख़ुश रहो शिव भाई हमेशा रहो कामयाब तुम हमेशा करते रहो तुम कमाई ©Shubham Singh

#Quotes  जन्मदिन की हार्दिक बधाई 
हमुशा ख़ुश रहो शिव भाई
हमेशा रहो कामयाब तुम
हमेशा करते रहो तुम कमाई

©Shubham Singh

शिव भाई

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