tags

New ग़र्क़-ए-दरिया Status, Photo, Video

Find the latest Status about ग़र्क़-ए-दरिया from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about ग़र्क़-ए-दरिया.

  • Latest
  • Popular
  • Video

नहीं मैं डूबता तो और क्या करता मेरे यारो! न तो कश्ती समझ आई,न दरिया ही समझ आया ©Ghumnam Gautam

#दरिया #शायरी #कश्ती #ghumnamgautam  नहीं मैं डूबता तो और क्या करता मेरे यारो!
न तो कश्ती समझ आई,न दरिया ही समझ आया

©Ghumnam Gautam

White संजीदा होने के बावजूद वो हँसी बिखेरने की कोशिश कर रहा हैँ लगता हैँ उसके भीतर कही. गम का कोई दरिया न बह रहा हो ©Parasram Arora

#कविता  White संजीदा होने के बावजूद 
वो हँसी  बिखेरने 
की कोशिश कर रहा हैँ 

लगता हैँ 
उसके भीतर कही. 
गम का कोई दरिया 
न बह रहा हो

©Parasram Arora

गम का दरिया

12 Love

White मन तो बावरा है अटकता है कभी तो भटकता है कभी.. विरक्त है कभी तो आसक्त है कभी... धूप है प्रेम की तो छाह यादों की कभी!! डूबता उतरता सा मचलता, भटकता सा कभी, कितने रंग समेटे खुद में हो रहा बदरंग कभी रे मन.. कैसे पाऊँ थाह तेरी है तू आस कभी तो तू है निर्लिप्त कभी ©हिमांशु Kulshreshtha

#कविता  White मन तो बावरा है
अटकता है कभी तो
भटकता है कभी.. 
विरक्त है कभी तो
आसक्त है कभी...
धूप है प्रेम की
तो छाह यादों की कभी!!

डूबता उतरता सा
मचलता, भटकता सा कभी,
कितने रंग समेटे खुद में
हो रहा बदरंग कभी

रे मन..
कैसे पाऊँ थाह तेरी
है तू आस कभी तो
तू है निर्लिप्त कभी

©हिमांशु Kulshreshtha

ए दिल..

20 Love

White लोग आज भी मुझे उलाहना देते है कि मैं दरिया दिली से लोगो की मदद क्यों नही करता कैसे समझाऊ मैं उन लोगो को. कि अभी तो मैं दरिया का कतरा मात्र हू मुझे दरिया बनने मे एक लम्बा वक्त लग सकता है ©Parasram Arora

#कविता  White लोग आज भी मुझे  उलाहना 
देते है कि मैं दरिया दिली  से 
लोगो की मदद क्यों नही करता 

 कैसे समझाऊ मैं उन लोगो को.
कि अभी तो मैं  दरिया का कतरा मात्र  हू 
मुझे दरिया बनने मे एक लम्बा वक्त लग
सकता है

©Parasram Arora

दरिया दिल

11 Love

White बेड़ा स्वयं ग़र्क़ करता है, घण्टा नहीं फ़र्क पड़ता है, बेमतलब की बातों पर भी, मूरख सदा तर्क करता है, अपनी ही करतूतों से वह, जन्नत जहाँ नर्क करता है, सच्चा वैद्य हरे दुःख पीड़ा, जड़ी पीस अर्क करता है, सूरज की गर्मी से मतलब, नाहक मकर कर्क करता है, अंतर्घट की प्यास बुझा लो, गुरुवाणी सतर्क करता है, 'गुंजन' विला जरूरत के भी, बस दिन-रात वर्क करता है, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' समस्तीपुर बिहार ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #बेड़ा  White बेड़ा स्वयं  ग़र्क़ करता है, 
घण्टा नहीं फ़र्क पड़ता है,

बेमतलब की बातों पर भी, 
मूरख सदा  तर्क  करता है,

अपनी ही  करतूतों से वह, 
जन्नत जहाँ नर्क  करता है,

सच्चा वैद्य हरे दुःख पीड़ा, 
जड़ी पीस अर्क  करता है,

सूरज की  गर्मी से  मतलब, 
नाहक मकर कर्क करता है,

अंतर्घट की प्यास बुझा लो,
गुरुवाणी  सतर्क  करता है,

'गुंजन' विला जरूरत के भी, 
बस दिन-रात  वर्क करता है,
 --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
        समस्तीपुर बिहार

©Shashi Bhushan Mishra

#बेड़ा स्वयं ग़र्क़ करता है#

13 Love

एक उम्र का चढ़ा हुआ दरिया उतर गायव

135 View

नहीं मैं डूबता तो और क्या करता मेरे यारो! न तो कश्ती समझ आई,न दरिया ही समझ आया ©Ghumnam Gautam

#दरिया #शायरी #कश्ती #ghumnamgautam  नहीं मैं डूबता तो और क्या करता मेरे यारो!
न तो कश्ती समझ आई,न दरिया ही समझ आया

©Ghumnam Gautam

White संजीदा होने के बावजूद वो हँसी बिखेरने की कोशिश कर रहा हैँ लगता हैँ उसके भीतर कही. गम का कोई दरिया न बह रहा हो ©Parasram Arora

#कविता  White संजीदा होने के बावजूद 
वो हँसी  बिखेरने 
की कोशिश कर रहा हैँ 

लगता हैँ 
उसके भीतर कही. 
गम का कोई दरिया 
न बह रहा हो

©Parasram Arora

गम का दरिया

12 Love

White मन तो बावरा है अटकता है कभी तो भटकता है कभी.. विरक्त है कभी तो आसक्त है कभी... धूप है प्रेम की तो छाह यादों की कभी!! डूबता उतरता सा मचलता, भटकता सा कभी, कितने रंग समेटे खुद में हो रहा बदरंग कभी रे मन.. कैसे पाऊँ थाह तेरी है तू आस कभी तो तू है निर्लिप्त कभी ©हिमांशु Kulshreshtha

#कविता  White मन तो बावरा है
अटकता है कभी तो
भटकता है कभी.. 
विरक्त है कभी तो
आसक्त है कभी...
धूप है प्रेम की
तो छाह यादों की कभी!!

डूबता उतरता सा
मचलता, भटकता सा कभी,
कितने रंग समेटे खुद में
हो रहा बदरंग कभी

रे मन..
कैसे पाऊँ थाह तेरी
है तू आस कभी तो
तू है निर्लिप्त कभी

©हिमांशु Kulshreshtha

ए दिल..

20 Love

White लोग आज भी मुझे उलाहना देते है कि मैं दरिया दिली से लोगो की मदद क्यों नही करता कैसे समझाऊ मैं उन लोगो को. कि अभी तो मैं दरिया का कतरा मात्र हू मुझे दरिया बनने मे एक लम्बा वक्त लग सकता है ©Parasram Arora

#कविता  White लोग आज भी मुझे  उलाहना 
देते है कि मैं दरिया दिली  से 
लोगो की मदद क्यों नही करता 

 कैसे समझाऊ मैं उन लोगो को.
कि अभी तो मैं  दरिया का कतरा मात्र  हू 
मुझे दरिया बनने मे एक लम्बा वक्त लग
सकता है

©Parasram Arora

दरिया दिल

11 Love

White बेड़ा स्वयं ग़र्क़ करता है, घण्टा नहीं फ़र्क पड़ता है, बेमतलब की बातों पर भी, मूरख सदा तर्क करता है, अपनी ही करतूतों से वह, जन्नत जहाँ नर्क करता है, सच्चा वैद्य हरे दुःख पीड़ा, जड़ी पीस अर्क करता है, सूरज की गर्मी से मतलब, नाहक मकर कर्क करता है, अंतर्घट की प्यास बुझा लो, गुरुवाणी सतर्क करता है, 'गुंजन' विला जरूरत के भी, बस दिन-रात वर्क करता है, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' समस्तीपुर बिहार ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #बेड़ा  White बेड़ा स्वयं  ग़र्क़ करता है, 
घण्टा नहीं फ़र्क पड़ता है,

बेमतलब की बातों पर भी, 
मूरख सदा  तर्क  करता है,

अपनी ही  करतूतों से वह, 
जन्नत जहाँ नर्क  करता है,

सच्चा वैद्य हरे दुःख पीड़ा, 
जड़ी पीस अर्क  करता है,

सूरज की  गर्मी से  मतलब, 
नाहक मकर कर्क करता है,

अंतर्घट की प्यास बुझा लो,
गुरुवाणी  सतर्क  करता है,

'गुंजन' विला जरूरत के भी, 
बस दिन-रात  वर्क करता है,
 --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
        समस्तीपुर बिहार

©Shashi Bhushan Mishra

#बेड़ा स्वयं ग़र्क़ करता है#

13 Love

एक उम्र का चढ़ा हुआ दरिया उतर गायव

135 View

Trending Topic