tags

New काश्मीरमधील एक वृक्ष Status, Photo, Video

Find the latest Status about काश्मीरमधील एक वृक्ष from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about काश्मीरमधील एक वृक्ष.

  • Latest
  • Popular
  • Video

एक-एक कर चले गए, बारी बारी छले गए, दो पाटन के बीचों-बीच, जितने थे सब दले गये, गर्म तेल से भरी कराही, गिरे तो समझो तले गये, शोक और दुःख से यारों, फ़ुरसत लेकर भले गये, वक्त रेत सा फिसल गया, हाथ अंत में मले गये, अपनी आंखों के आगे, टूटा भ्रम दिलजले गये, संभल नहीं पाया 'गुंजन', दल-दल में मनचले गये, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #एक  एक-एक  कर  चले गए,
बारी  बारी    छले   गए,

दो पाटन के बीचों-बीच,
जितने थे  सब दले गये,

गर्म तेल से भरी कराही,
गिरे तो समझो तले गये,

शोक और दुःख से यारों,
फ़ुरसत  लेकर भले गये,

वक्त रेत सा फिसल गया,
हाथ  अंत  में  मले   गये,

अपनी  आंखों  के  आगे,
टूटा  भ्रम  दिलजले  गये,

संभल नहीं पाया 'गुंजन',
दल-दल में  मनचले गये,
-शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#एक-एक कर चले गए#

11 Love

White मैं तुम्हें उस अंत तक अपनी स्मृतियों में अक्षुण्ण रखना चाहूँगा एक आस के साथ एक नए आयाम में एक नूतन आरम्भ के साथ ©हिमांशु Kulshreshtha

 White मैं तुम्हें
उस अंत तक
अपनी स्मृतियों में
अक्षुण्ण रखना चाहूँगा
एक आस के साथ
एक नए आयाम में
एक नूतन आरम्भ के साथ

©हिमांशु Kulshreshtha

एक आस...

18 Love

White वृक्ष बिन वृक्षों के कभी नहीं बरसेगा पानी । बिना वृक्ष के हवा ना देगी जिन्दगानी।। बिन वृक्षों के न छाएंगे शीतल बादल । बिन वृक्ष जगत जलेगा उष्ण अग्नि में प्रतिपल ।। वृक्ष बिना जन जीवन होगा काहिल। मत बन जान बनकर बुझ कर तू जाहिल ।। ©Hari Verma

#कोट्स #sad_quotes  White  वृक्ष 
बिन वृक्षों के  कभी नहीं बरसेगा पानी ।
बिना वृक्ष के हवा ना देगी जिन्दगानी।।
 बिन वृक्षों के न छाएंगे शीतल बादल ।
बिन वृक्ष जगत जलेगा उष्ण अग्नि में प्रतिपल ।।
वृक्ष बिना जन जीवन होगा काहिल।
 मत बन जान बनकर बुझ कर तू  जाहिल ।।

©Hari Verma

#sad_quotes वृक्ष

12 Love

#कविता  White एक रिश्ता दोस्ती का।
जो होता है बेफिक्री सा।।
जहाँ जिद्द नही होती है रिश्तो मे।
होता है सिर्फ प्यार और विश्वास।।
 जहा ढोल नहीं बजते मुलाकातों मे।
होती है खनक और एक मीठी सी आश।।
वो रिश्ता खुद ब खुद चमकता है।
फिर चाहे वो धरती हो या आकाश।।
वो रिश्ता फूलों सा महकता है।
होता है प्यार भरा एक मिठा सा एहसास।।
वो रिश्ता बन जाता है खुद ब खुद खास।
और भर जाता है जीवन में एक मिठास।।
जो जरूरत पड़ने पर हर पल होता है साथ।
फ़िसलते हुए कदमो को थाम लेते है उसके हाथ।।
वो जो रुलाता नही है ।
जो होता है स्वार्थ से परे।।
वो रिश्ता जो सताता नहीं है।
ना होता है,किसी के आसरे।।

©chahat

एक रिश्ता

135 View

White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं , सहकार सारे आंधी तूफान और धूप इंसानों के काम आता हूं। अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो कभी शमशानों में जलाया जाता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, फिर भी मेरी जरूरत समझ नहीं पता है। बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को अपना दर्द छुपा लेता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता है मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी। बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी करोगे मेरी देखभाल तो, प्रकृति में संकट नहीं आएगी l अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l ©Akriti Tiwari

#कविता  White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द 


जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं ,
सहकार सारे आंधी तूफान और धूप 
इंसानों के काम आता हूं। 


अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, 
जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर 
मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो 
कभी शमशानों में जलाया जाता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं 


बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, 
फिर भी मेरी जरूरत  समझ नहीं पता है।
बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को
अपना दर्द छुपा लेता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता है 


मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, 
कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी।
बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी 
तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो 
तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी 
करोगे मेरी देखभाल तो, 
प्रकृति में संकट नहीं आएगी l
अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l

©Akriti Tiwari

वृक्ष के ऊपर कविता। प्रेरणादायी कविता हिंदी

7 Love

#शेयर_जरूर_करें #💕💕💕💕💕 #कविता #आओ  White मन बड़ा बैचेन है,
सब ईश्वर की देन है।
दिल लंबी आहें भरता है,
दुनियादारी से डरता है।
सूखा वृक्ष देखकर मन दुखी होता है,
दिल बड़ा फिर रोता है।
आंखें आसमान की ओर देख रही है,
कब वर्षा होगी कह रही है।
एक दिन वृक्ष हरा होगा,
हरियाली से भरा होगा ।
रखो दिल में हजारों आशाएं,
आओ निराशा को भगाएं।
वृक्ष प्रकृति का अमूल्य धरोहर है,
सबका जीवन बड़ा कठोर है।
आओ धरा को हरा भरा बनाएं,
खुशियां ही खुशियां लेकर आएं।
अपना मानव धर्म निभाएं,
लुप्त होती प्रकृति और पर्यावरण को बचाएं।

©Shishpal Chauhan

#आओ वृक्ष बचाएं #शेयर_जरूर_करें #🎋🌴🌳🌲🎄

117 View

एक-एक कर चले गए, बारी बारी छले गए, दो पाटन के बीचों-बीच, जितने थे सब दले गये, गर्म तेल से भरी कराही, गिरे तो समझो तले गये, शोक और दुःख से यारों, फ़ुरसत लेकर भले गये, वक्त रेत सा फिसल गया, हाथ अंत में मले गये, अपनी आंखों के आगे, टूटा भ्रम दिलजले गये, संभल नहीं पाया 'गुंजन', दल-दल में मनचले गये, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #एक  एक-एक  कर  चले गए,
बारी  बारी    छले   गए,

दो पाटन के बीचों-बीच,
जितने थे  सब दले गये,

गर्म तेल से भरी कराही,
गिरे तो समझो तले गये,

शोक और दुःख से यारों,
फ़ुरसत  लेकर भले गये,

वक्त रेत सा फिसल गया,
हाथ  अंत  में  मले   गये,

अपनी  आंखों  के  आगे,
टूटा  भ्रम  दिलजले  गये,

संभल नहीं पाया 'गुंजन',
दल-दल में  मनचले गये,
-शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#एक-एक कर चले गए#

11 Love

White मैं तुम्हें उस अंत तक अपनी स्मृतियों में अक्षुण्ण रखना चाहूँगा एक आस के साथ एक नए आयाम में एक नूतन आरम्भ के साथ ©हिमांशु Kulshreshtha

 White मैं तुम्हें
उस अंत तक
अपनी स्मृतियों में
अक्षुण्ण रखना चाहूँगा
एक आस के साथ
एक नए आयाम में
एक नूतन आरम्भ के साथ

©हिमांशु Kulshreshtha

एक आस...

18 Love

White वृक्ष बिन वृक्षों के कभी नहीं बरसेगा पानी । बिना वृक्ष के हवा ना देगी जिन्दगानी।। बिन वृक्षों के न छाएंगे शीतल बादल । बिन वृक्ष जगत जलेगा उष्ण अग्नि में प्रतिपल ।। वृक्ष बिना जन जीवन होगा काहिल। मत बन जान बनकर बुझ कर तू जाहिल ।। ©Hari Verma

#कोट्स #sad_quotes  White  वृक्ष 
बिन वृक्षों के  कभी नहीं बरसेगा पानी ।
बिना वृक्ष के हवा ना देगी जिन्दगानी।।
 बिन वृक्षों के न छाएंगे शीतल बादल ।
बिन वृक्ष जगत जलेगा उष्ण अग्नि में प्रतिपल ।।
वृक्ष बिना जन जीवन होगा काहिल।
 मत बन जान बनकर बुझ कर तू  जाहिल ।।

©Hari Verma

#sad_quotes वृक्ष

12 Love

#कविता  White एक रिश्ता दोस्ती का।
जो होता है बेफिक्री सा।।
जहाँ जिद्द नही होती है रिश्तो मे।
होता है सिर्फ प्यार और विश्वास।।
 जहा ढोल नहीं बजते मुलाकातों मे।
होती है खनक और एक मीठी सी आश।।
वो रिश्ता खुद ब खुद चमकता है।
फिर चाहे वो धरती हो या आकाश।।
वो रिश्ता फूलों सा महकता है।
होता है प्यार भरा एक मिठा सा एहसास।।
वो रिश्ता बन जाता है खुद ब खुद खास।
और भर जाता है जीवन में एक मिठास।।
जो जरूरत पड़ने पर हर पल होता है साथ।
फ़िसलते हुए कदमो को थाम लेते है उसके हाथ।।
वो जो रुलाता नही है ।
जो होता है स्वार्थ से परे।।
वो रिश्ता जो सताता नहीं है।
ना होता है,किसी के आसरे।।

©chahat

एक रिश्ता

135 View

White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं , सहकार सारे आंधी तूफान और धूप इंसानों के काम आता हूं। अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो कभी शमशानों में जलाया जाता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, फिर भी मेरी जरूरत समझ नहीं पता है। बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को अपना दर्द छुपा लेता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता है मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी। बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी करोगे मेरी देखभाल तो, प्रकृति में संकट नहीं आएगी l अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l ©Akriti Tiwari

#कविता  White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द 


जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं ,
सहकार सारे आंधी तूफान और धूप 
इंसानों के काम आता हूं। 


अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, 
जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर 
मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो 
कभी शमशानों में जलाया जाता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं 


बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, 
फिर भी मेरी जरूरत  समझ नहीं पता है।
बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को
अपना दर्द छुपा लेता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता है 


मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, 
कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी।
बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी 
तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो 
तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी 
करोगे मेरी देखभाल तो, 
प्रकृति में संकट नहीं आएगी l
अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l

©Akriti Tiwari

वृक्ष के ऊपर कविता। प्रेरणादायी कविता हिंदी

7 Love

#शेयर_जरूर_करें #💕💕💕💕💕 #कविता #आओ  White मन बड़ा बैचेन है,
सब ईश्वर की देन है।
दिल लंबी आहें भरता है,
दुनियादारी से डरता है।
सूखा वृक्ष देखकर मन दुखी होता है,
दिल बड़ा फिर रोता है।
आंखें आसमान की ओर देख रही है,
कब वर्षा होगी कह रही है।
एक दिन वृक्ष हरा होगा,
हरियाली से भरा होगा ।
रखो दिल में हजारों आशाएं,
आओ निराशा को भगाएं।
वृक्ष प्रकृति का अमूल्य धरोहर है,
सबका जीवन बड़ा कठोर है।
आओ धरा को हरा भरा बनाएं,
खुशियां ही खुशियां लेकर आएं।
अपना मानव धर्म निभाएं,
लुप्त होती प्रकृति और पर्यावरण को बचाएं।

©Shishpal Chauhan

#आओ वृक्ष बचाएं #शेयर_जरूर_करें #🎋🌴🌳🌲🎄

117 View

Trending Topic