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रात भर एक चाँद का साया रहा, दिल में कोई खामोश उजाला रहा। तारों ने कहानियाँ बुन दी कई, पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा। चुपके से हवाओं ने कुछ कहा, जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया। दिल की किताब में एक पन्ना खुला, और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा। ©kavi Abhishek Pathak

#कविता #poem  रात भर एक चाँद का साया रहा,
दिल में कोई खामोश उजाला रहा।
तारों ने कहानियाँ बुन दी कई,
पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा।

चुपके से हवाओं ने कुछ कहा,
जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया।
दिल की किताब में एक पन्ना खुला,
और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा।

©kavi Abhishek Pathak

#poem

11 Love

White नई सुबह एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है सूर्य सिर पे चढ़ता है । मानव नित नए आयाम रचता है महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है भंवरे गीत सुनाते है। नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है। मां की रसोई महकती है दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं। दिया आर्या (दक्षिता) ©diya the poetter

#poem  White नई सुबह 

एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है 
जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है 
सूर्य सिर पे चढ़ता है ।
मानव नित नए आयाम रचता है
महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है 
भंवरे गीत सुनाते है।
नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है।
मां की रसोई महकती है 
दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है 
नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है 
घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है 
नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं।
     दिया आर्या (दक्षिता)

©diya the poetter

#poem

11 Love

White जिंदगी में ठोकरे हमें मजबूर नहीं अंदर से कठौर बना देते हैं l 🙏 ©S Priyadarshini

#विचार #good_night #poem  White जिंदगी में ठोकरे हमें मजबूर नहीं अंदर से कठौर बना देते हैं l
🙏

©S Priyadarshini

#good_night #Nojoto #poem#poetry#poem

11 Love

हम आपस में बँटे हुए, रिश्तों से हैं कटे हुए, झुके कौन पहले सोचे, मनमर्जी पर डटे हुए, कोई नहीं बेदाग यहाँ, दामन सबके फटे हुए, ख़ुद को सर्वश्रेष्ठ कहते, मन्त्र एक बस रटे हुए, दुनिया हुई दिखावे की, पीछे सब अटपटे हुए, खीरा भीतर खाने तीन, बाहर दिखते सटे हुए, ख़्वाहिश भरूँ उड़ान नई, 'गुंजन' हैं पर कटे हुए, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता  हम आपस में बँटे हुए, 
रिश्तों  से  हैं  कटे हुए, 

झुके कौन पहले सोचे, 
मनमर्जी  पर  डटे हुए, 

कोई नहीं बेदाग यहाँ, 
दामन सबके फटे हुए,

ख़ुद को सर्वश्रेष्ठ कहते, 
मन्त्र एक बस  रटे हुए,

दुनिया हुई दिखावे की, 
पीछे  सब  अटपटे हुए,

खीरा भीतर खाने तीन, 
बाहर  दिखते  सटे हुए,

ख़्वाहिश भरूँ उड़ान नई, 
'गुंजन'  हैं  पर  कटे  हुए,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
       प्रयागराज उ॰प्र॰

©Shashi Bhushan Mishra

#'गुंजन' हैं पर कटे हुए#

10 Love

#कविता #poem

#poem

99 View

White जीवनाच्या प्रवासात बरच काही जमवलय सुख, चैन, उसंत असं खूप काही गमवलय... अनिल सपकाळ ©Anil Sapkal

#मराठीविचार  White जीवनाच्या प्रवासात 
बरच काही जमवलय 
                                    
                                 सुख, चैन, उसंत असं 
                                 खूप काही गमवलय...






                                                                अनिल सपकाळ

©Anil Sapkal

poem

13 Love

रात भर एक चाँद का साया रहा, दिल में कोई खामोश उजाला रहा। तारों ने कहानियाँ बुन दी कई, पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा। चुपके से हवाओं ने कुछ कहा, जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया। दिल की किताब में एक पन्ना खुला, और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा। ©kavi Abhishek Pathak

#कविता #poem  रात भर एक चाँद का साया रहा,
दिल में कोई खामोश उजाला रहा।
तारों ने कहानियाँ बुन दी कई,
पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा।

चुपके से हवाओं ने कुछ कहा,
जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया।
दिल की किताब में एक पन्ना खुला,
और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा।

©kavi Abhishek Pathak

#poem

11 Love

White नई सुबह एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है सूर्य सिर पे चढ़ता है । मानव नित नए आयाम रचता है महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है भंवरे गीत सुनाते है। नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है। मां की रसोई महकती है दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं। दिया आर्या (दक्षिता) ©diya the poetter

#poem  White नई सुबह 

एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है 
जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है 
सूर्य सिर पे चढ़ता है ।
मानव नित नए आयाम रचता है
महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है 
भंवरे गीत सुनाते है।
नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है।
मां की रसोई महकती है 
दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है 
नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है 
घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है 
नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं।
     दिया आर्या (दक्षिता)

©diya the poetter

#poem

11 Love

White जिंदगी में ठोकरे हमें मजबूर नहीं अंदर से कठौर बना देते हैं l 🙏 ©S Priyadarshini

#विचार #good_night #poem  White जिंदगी में ठोकरे हमें मजबूर नहीं अंदर से कठौर बना देते हैं l
🙏

©S Priyadarshini

#good_night #Nojoto #poem#poetry#poem

11 Love

हम आपस में बँटे हुए, रिश्तों से हैं कटे हुए, झुके कौन पहले सोचे, मनमर्जी पर डटे हुए, कोई नहीं बेदाग यहाँ, दामन सबके फटे हुए, ख़ुद को सर्वश्रेष्ठ कहते, मन्त्र एक बस रटे हुए, दुनिया हुई दिखावे की, पीछे सब अटपटे हुए, खीरा भीतर खाने तीन, बाहर दिखते सटे हुए, ख़्वाहिश भरूँ उड़ान नई, 'गुंजन' हैं पर कटे हुए, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता  हम आपस में बँटे हुए, 
रिश्तों  से  हैं  कटे हुए, 

झुके कौन पहले सोचे, 
मनमर्जी  पर  डटे हुए, 

कोई नहीं बेदाग यहाँ, 
दामन सबके फटे हुए,

ख़ुद को सर्वश्रेष्ठ कहते, 
मन्त्र एक बस  रटे हुए,

दुनिया हुई दिखावे की, 
पीछे  सब  अटपटे हुए,

खीरा भीतर खाने तीन, 
बाहर  दिखते  सटे हुए,

ख़्वाहिश भरूँ उड़ान नई, 
'गुंजन'  हैं  पर  कटे  हुए,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
       प्रयागराज उ॰प्र॰

©Shashi Bhushan Mishra

#'गुंजन' हैं पर कटे हुए#

10 Love

#कविता #poem

#poem

99 View

White जीवनाच्या प्रवासात बरच काही जमवलय सुख, चैन, उसंत असं खूप काही गमवलय... अनिल सपकाळ ©Anil Sapkal

#मराठीविचार  White जीवनाच्या प्रवासात 
बरच काही जमवलय 
                                    
                                 सुख, चैन, उसंत असं 
                                 खूप काही गमवलय...






                                                                अनिल सपकाळ

©Anil Sapkal

poem

13 Love

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