पराजय और असफलता भारतीय राजनितिक विपक्ष की यह
ही कहलायेगी यदि राजनीतिक दल महंगाई, गैस, पैट्रोल एवं डीज़ल की कीमतों में बढ़ोतरी और किसानों के आंदोलन को अपनी स्वार्थपूर्ति और परिस्थितियों की अवसरवादी वोट बैंक की राजनीति करके मूंछों पर ताव देकर 2024 के चुनाव का इंतजार करते रह जाएंगे और भारत को सर्वनाश के कगार तक पहुंचने की छूट देकर रखेंगे। इनको एक दिन के
इंक्वायरी कमीशन से देश विरोधी और देश द्रोही
सिद्ध किया जा सकता है।
क्या देशभक्ति और धर्म की भंग में लिपटे लड्डू खिलाकर अंध-भक्तो के सहारे भारत को सर्वनाश के लिए लावारिस छोड़ देंगे, कैसा देश प्रेम और राष्ट्र भक्ति और राजनीति है यह, क्या देश द्रोहियों को एक क्षण भी सत्ता में रहने का अधिकार है ?
©Mohammed Shamoon
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