ram lalla कलियुग में श्रीराम की अनिवार्यता
आजकल हर कोई लगाए है नारा राम नाम का,
अर्थ न जाने हर कोई अंश भर भी राम नाम का,
राम हैं रमणीक, रमे है राम में ही ये ब्रह्मांड सकल,
पार न कुछ राम के, राम माया, राम ही सत्य अटल,
राम व्याप्त हर कण में, हर कुछ समाहित है राम में,
काल में भी रमते राम, जीवन भी संचारित है राम में,
राम न्यायप्रिय, मर्यादापुरुषोत्तम, आर्दशावतारी राम,
निर्गुणोपासना अधिकारी, अत्यन्त गुणकारी भी राम,
कीर्तिवान, शौर्यवान, राक्षस वंश उद्धारक भी राम हैं,
भक्तवत्सल, करुणामयी, श्रेष्ठ प्रजापालक भी राम हैं,
राम के नाम का रट लगाने से पूर्व राम के अर्थ को जानो,
राम नाम भजने के साथ अंशभर राम सा बनने की ठानो,
(शेष रचना अनुशीर्षक में पढ़ें)
IG:- @my_pen_my_strength
©Saket Ranjan Shukla
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