Jay gopal Sharma

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White ये बारिश के दिन , उसकी याद खूब दिलाते हैं। उसकी मीठी बातें वो रंगीन रातें ; उसकी चाह के सपने अब मुझको सताते हैं..... ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।। उससे छुपकर मिलना प्यार भरी बातें करना ; उसको ही सुनने के दिन भूल नहीं पाते हैं...... ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं। उसके गुलाब से अधर वो मोहिनी मुस्कान ; नागिन से केश हृदय को अब भी लुभाते हैं..... ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।। उसका मुझसे रूठ जाना मेरा उसको मनाना ; अपनी गोद मे सुलाना वो लम्हें याद आते हैं..... ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं। हम अब जुदा हैं वो मुझसे खफा है ; दिल से हैं टूटे पर खुशी सबको दिखाते हैं..... ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।। हम अब मिलते नहीं बात कुछ करते नहीं ; बस उसकी याद मे हम रोज अश्कें बहाते हैं..... ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं। सुना है मैने कि फ़िदा हो रही किसी और पे वो ; हम ही पागल हैं जो इस दिल को दुखाते हैं..... ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।। ©Jay gopal Sharma

 White  ये बारिश के दिन , उसकी याद खूब दिलाते हैं।
उसकी मीठी बातें वो रंगीन रातें ;
उसकी चाह के सपने अब मुझको सताते हैं.....
ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।।

उससे छुपकर मिलना प्यार भरी बातें करना ;
उसको ही सुनने के दिन भूल नहीं पाते हैं......
ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।
उसके गुलाब से अधर वो मोहिनी मुस्कान ;
नागिन से केश हृदय को अब भी लुभाते हैं.....
ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।।

उसका मुझसे रूठ जाना मेरा उसको मनाना ;
अपनी गोद मे सुलाना वो लम्हें याद आते हैं.....
ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।
हम अब जुदा हैं वो मुझसे खफा है ;
दिल से हैं टूटे पर खुशी सबको दिखाते हैं.....
ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।।

हम अब मिलते नहीं बात कुछ करते नहीं ;
बस उसकी याद मे हम रोज अश्कें बहाते हैं.....
ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।
सुना है मैने कि फ़िदा हो रही किसी और पे वो ;
हम ही पागल हैं जो इस दिल को दुखाते हैं.....
ये बारिश के दिन ,उसकी याद खूब दिलाते हैं।।

©Jay gopal Sharma

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17 Love

White कुछ दर्दों को आगोश में लिए जा रहे हैं.... कुछ जख्म भरे अश्कों को पिये जा रहे हैं। ये जिंदगी हमारी इस मोड पे आई है...... बस बे-एहसास बदहवासी में जिए जा रहे हैं।। ©Jay gopal Sharma

#sad_quotes  White कुछ दर्दों को आगोश में लिए जा रहे हैं....
कुछ जख्म भरे अश्कों को पिये जा रहे हैं।
ये जिंदगी हमारी इस मोड पे आई है......
बस बे-एहसास बदहवासी में जिए जा रहे हैं।।

©Jay gopal Sharma

#sad_quotes sad shayari

14 Love

ब्रज में घर घर बजत बधाई ,....... घर घर ते गोपी सब आवत , नंद भवन की माईं । बधाई हो मात यशोदा तुमकू , सुखनिधि ऐसी पाई ।। प्रैम मगन सब नाचत कूदत , गावत गीत बधाई । नंद महर घर लाला जायौ , आनंद होत ब्रज माईं ।। बलभद्र मगन ह्वैके बोले , आयौ है मेरौ  लघु भाई । बावा नंद खूब लुटावत , शाल दुशाला और मिठाई ।। भयौ चेटक भारी या ब्रज में , यह रात अनोखी कैसी आई । लाल भयौ वसुदेव कि ठाम ,नंद के धाम में बजत बधाई ।। ©Jay gopal Sharma

#nandmahotsav #Bhakti #Badhai  ब्रज में घर घर बजत बधाई ,.......

घर घर ते गोपी सब आवत , नंद भवन की माईं ।
बधाई हो मात यशोदा तुमकू , सुखनिधि ऐसी पाई ।।

प्रैम मगन सब नाचत कूदत , गावत गीत बधाई ।
नंद महर घर लाला जायौ , आनंद होत ब्रज माईं ।।

बलभद्र मगन ह्वैके बोले , आयौ है मेरौ  लघु भाई ।
बावा नंद खूब लुटावत , शाल दुशाला और मिठाई ।।

भयौ चेटक भारी या ब्रज में , यह रात अनोखी कैसी आई ।
लाल भयौ वसुदेव कि ठाम ,नंद के धाम में बजत बधाई ।।

©Jay gopal Sharma

किस तरह वो सूरत मेरे दिल को सुहाती है । देखू उसे तो सुबह की शाम हो जाति है ।। जब होती  है मुलाकात  कभी उनसे  हमारी । हुस्न-ए-खुदा को देख रुह  घायल हो जाती  है ।। ©Jay gopal Sharma

#beutyoflove  किस तरह वो सूरत मेरे दिल को सुहाती है ।
देखू उसे तो सुबह की शाम हो जाति है ।।
जब होती  है मुलाकात  कभी उनसे  हमारी ।
हुस्न-ए-खुदा को देख रुह  घायल हो जाती  है ।।

©Jay gopal Sharma

#beutyoflove

12 Love

#Quotes #sadak  Kisi ne kaha hai ki 

- kisi ko adhura pane se behtar hai 
usko pura kho diya jaye........

©Jay gopal Sharma

#sadak

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अनाथ कौ नाम सनाथ भयौ, जब दर्शन पाये बिहारी के । वा रूप की छ्वी कु निरखत ही , चित रम गयौ चरण मुरारी के ।। मेरे पाप मिटे सब ताप मिटे, जब जाप जपे भयहारी के । 'गोपाल' की छोटी सी विनती यही, अब दर्शन हों संग भानु दुलारी के ।। ©Jay gopal Sharma

#ShriKrishna #radharani  अनाथ कौ नाम सनाथ भयौ, 
जब दर्शन पाये बिहारी के ।
वा रूप की छ्वी कु निरखत ही ,
चित रम गयौ चरण मुरारी के ।।
मेरे पाप मिटे सब ताप मिटे,
 जब जाप  जपे भयहारी के ।
'गोपाल' की छोटी सी विनती यही,
अब दर्शन हों संग भानु दुलारी के ।।

©Jay gopal Sharma
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