White बहन लगा टीका भाई को,
करती है यह वन्दन।
फूले फले हमेशा,
मेरे भैया का घर आंगन।
नहीं ऐसा संभव है होता,
कि रहें सदा हम साथ।
दूर चली जाती है बहना,
सजकर,संग बारात।
ससुराल में जाकर भी,
कहाँ भूलती पीहर।
आँखों में बसता है सदा
वो प्यारा आँगन, घर।
हर व्रत त्यौहार में
मायके की याद है करती
याद कर पल बचपन के,
सुख की सांसे भरती।
©Archana sharma
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