होली बात गयी कि
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#समाज  होली बात गयी कि आप में से, कोई अगर रामगढ़ की तरफ जा रहा हो तो,
गब्बर को बता देना कि  होली 8 मार्च को है
🤣😂😁😊

©Sadik Shekh

होली बात गयी कि आप में से, कोई अगर रामगढ़ की तरफ जा रहा हो तो, गब्बर को बता देना कि होली 8 मार्च को है 🤣😂😁😊 ©Sadik Shekh

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होली बात गयी कि होली के रंग, खेलो सबके संग, पूरे साल के यादगार पल । ©jyoti rashmi ntl

#जानकारी #Holi  होली बात गयी कि होली के रंग,
खेलो सबके संग,
पूरे साल के यादगार पल ।

©jyoti rashmi ntl

#Holi #30 apr 2022 at 7:15pm

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होली बात गयी कि यूं तो हर रंग पसंद है मुझे जो दिल की कालिख को हटा दें उसकी तलाश रहती है,, रीत ©Reet

 होली बात गयी कि यूं तो हर रंग पसंद है मुझे
जो दिल की कालिख को हटा दें
उसकी तलाश रहती है,, रीत

©Reet

होली,,,,

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होली बात गयी कि वो भी रंग लगाने आएंगे जो पल-पल रंग बदलते रहते हैं...!!! ©Rinkoo Gupta

#ज़िन्दगी  होली बात गयी कि वो भी रंग लगाने आएंगे जो पल-पल रंग बदलते रहते हैं...!!!

©Rinkoo Gupta

वो भी रंग लगाने आएंगे जो पल-पल रंग बदलते रहते हैं...!!! @Riya Soni @Manisha keshav kittu❤ @Kayanjali Paswan

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होली बात गयी कि बाते उसकी अक्सर इस कदर घूम जाती है ; सुनना भी मुश्किल है ,सुनाना भी मुश्किल है। आँख मुझे घूर घूर कर यूँ देखा करती है; हंसना भी मुश्किल है, हँसाना भी मुश्किल है। तनख्वाह तो सीमित है,करूँ कैसे ख्वाहिशे पूरी; लुटना भी मुश्किल है , लुटाना भी मुश्किल है। एक पत्नी को कुदरत ने, बनाया इस कदर यारो; समझना भी मुश्किल है,समझाना भी मुश्किल है। ©Hitendra

 होली बात गयी कि बाते उसकी अक्सर इस कदर घूम जाती है ;
सुनना भी मुश्किल है ,सुनाना भी मुश्किल है।

आँख  मुझे  घूर  घूर  कर  यूँ देखा करती है;
हंसना भी मुश्किल है, हँसाना भी मुश्किल है।

तनख्वाह तो सीमित है,करूँ कैसे ख्वाहिशे पूरी;
लुटना भी मुश्किल है , लुटाना भी मुश्किल है।

एक पत्नी को कुदरत ने, बनाया इस कदर यारो;
समझना भी मुश्किल है,समझाना भी मुश्किल है।

©Hitendra

होली बात गयी कि बाते उसकी अक्सर इस कदर घूम जाती है ; सुनना भी मुश्किल है ,सुनाना भी मुश्किल है। आँख मुझे घूर घूर कर यूँ देखा करती है; हंसना भी मुश्किल है, हँसाना भी मुश्किल है। तनख्वाह तो सीमित है,करूँ कैसे ख्वाहिशे पूरी; लुटना भी मुश्किल है , लुटाना भी मुश्किल है। एक पत्नी को कुदरत ने, बनाया इस कदर यारो; समझना भी मुश्किल है,समझाना भी मुश्किल है। ©Hitendra

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होली बात गयी कि यूं तो मैं रंगों की गिनती भी भूल गया हूं! जब से तुम्हारे रंग में रंग गया हूं!! शायद! शायद लाल सातवें पे हो या फ़िर पहले पे, शायद बैगनी पहले पे हो या फ़िर सातवें पे, नारंगी ने पीला को छुपा लिया हो, नीला ने जामुनी तथा लाल ने बैगनी को, अगर होली खेलना किसी ने प्रारंभ किया होगा तो शायद रंगों ने ही किया होगा, क्यूंकि इन रंगो को एक साथ शायद ही देखना नसीब होता होगा, रंगों ने एक दूसरे से शायद प्रेम कर लिया हो, या फ़िर किसी ने किसी का दिल दुखा दिया हो, प्रेम में मिलने और हृदय से माफ़ी मांगने के लिए एक उत्सव इन लोगो ने चुना होगा जिसे लोग होली कहते हैं। इसमें सभी रंग एक में रंग जातें हैं, एक प्रेमी दूसरे प्रेमी से मिल जातें हैं, कोई मिल के रोता होगा तो कोई बिछड़ के, इन्हीं रंगो जैसा मैं भी तुझमें रंग जाना चाहता हूं, रंग जाना चाहता हूं सात जन्मों के लिए, रंगों की दुनिया अब कुछ ही दिनों में रंगीन हो जाएगी, कुछ क्षण खुशियां मनाएंगी, नाचेंगी, गाएंगीं अपनें प्रेमी तथा प्रेमिका को पाएंगीं। मैं भी तुम्हें पाना चाहता हूं, मैं भी तुम्हें हृदय से चाहता हूं तथा मैं भी तुम्हारे साथ होली मनाना चाहता हूं। "होली की हार्दिक शुभकामनाएं आप सभी को" "अम्बुज मिश्र" ©ambuj mishra

 होली बात गयी कि यूं तो मैं रंगों की गिनती भी भूल गया हूं!
जब से तुम्हारे रंग में रंग गया हूं!!

शायद!

शायद लाल सातवें पे हो या फ़िर पहले पे,
शायद बैगनी पहले पे हो या फ़िर सातवें पे,      
नारंगी ने पीला को छुपा लिया हो,
नीला ने जामुनी तथा 
लाल ने बैगनी को,
अगर होली खेलना किसी ने प्रारंभ किया होगा तो शायद रंगों ने ही किया होगा,
क्यूंकि इन रंगो को एक साथ शायद ही देखना नसीब होता होगा,
रंगों ने एक दूसरे से शायद प्रेम कर लिया हो,
या फ़िर किसी ने किसी का दिल दुखा दिया हो,
प्रेम में मिलने और हृदय से माफ़ी मांगने के लिए एक उत्सव इन लोगो ने चुना होगा जिसे लोग होली कहते हैं।
इसमें सभी रंग एक में रंग जातें हैं,
एक प्रेमी दूसरे प्रेमी से मिल जातें हैं,
कोई मिल के रोता होगा तो कोई बिछड़ के,
इन्हीं रंगो जैसा मैं भी तुझमें रंग जाना चाहता हूं,
रंग जाना चाहता हूं सात जन्मों के लिए,
रंगों की दुनिया अब कुछ ही दिनों में रंगीन हो जाएगी,
कुछ क्षण खुशियां मनाएंगी,
नाचेंगी, गाएंगीं अपनें प्रेमी तथा प्रेमिका को पाएंगीं।
मैं भी तुम्हें पाना चाहता हूं,
मैं भी तुम्हें हृदय से चाहता हूं तथा
मैं भी तुम्हारे साथ होली मनाना चाहता हूं।
    
"होली की हार्दिक शुभकामनाएं आप सभी को"
                  "अम्बुज मिश्र"

©ambuj mishra

होली बात गयी कि यूं तो मैं रंगों की गिनती भी भूल गया हूं! जब से तुम्हारे रंग में रंग गया हूं!! शायद! शायद लाल सातवें पे हो या फ़िर पहले पे, शायद बैगनी पहले पे हो या फ़िर सातवें पे, नारंगी ने पीला को छुपा लिया हो, नीला ने जामुनी तथा लाल ने बैगनी को, अगर होली खेलना किसी ने प्रारंभ किया होगा तो शायद रंगों ने ही किया होगा, क्यूंकि इन रंगो को एक साथ शायद ही देखना नसीब होता होगा, रंगों ने एक दूसरे से शायद प्रेम कर लिया हो, या फ़िर किसी ने किसी का दिल दुखा दिया हो, प्रेम में मिलने और हृदय से माफ़ी मांगने के लिए एक उत्सव इन लोगो ने चुना होगा जिसे लोग होली कहते हैं। इसमें सभी रंग एक में रंग जातें हैं, एक प्रेमी दूसरे प्रेमी से मिल जातें हैं, कोई मिल के रोता होगा तो कोई बिछड़ के, इन्हीं रंगो जैसा मैं भी तुझमें रंग जाना चाहता हूं, रंग जाना चाहता हूं सात जन्मों के लिए, रंगों की दुनिया अब कुछ ही दिनों में रंगीन हो जाएगी, कुछ क्षण खुशियां मनाएंगी, नाचेंगी, गाएंगीं अपनें प्रेमी तथा प्रेमिका को पाएंगीं। मैं भी तुम्हें पाना चाहता हूं, मैं भी तुम्हें हृदय से चाहता हूं तथा मैं भी तुम्हारे साथ होली मनाना चाहता हूं। "होली की हार्दिक शुभकामनाएं आप सभी को" "अम्बुज मिश्र" ©ambuj mishra

3 Love

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