घड़ी की सुइयाँ आगे बढ़ती रही पर समय थम गया था jab jab Tu chali jaati hai aisi nami chha jaati hai Jaise gir pade ho badal muj per a kash Dil per a jaati hai
.....k.c..
घड़ी की सुइयाँ आगे बढ़ती रही पर समय थम गया था तेरी महफिल में तुझको रुलाने आए हैं
नहीं करते हैं तुझसे मोहब्बत यह जताने आए हैं
अरे तूने तो दे दिया धोखा मुझको
मगर प्यार क्या होता है यह तुझे बताने आए है....
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