Gaurav udvigna

Gaurav udvigna Lives in Delhi, Delhi, India

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झुक जाएं तारे धरती पर , मेरी दुनिया जन्नत हो जाए मुमकिन हैं मेरी आंखों का हर ख़्वाब हकीकत हो जाए पर दिल को तुम्हारी चाहत का एहसास नहीं तो कुछ भी नहीं तुम पास नहीं तो कुछ भी नहीं! आकाश पे तारे हो ना हो आंखों में तुम्हारा चेहरा हो बेरंग हो दुनिया का मंज़र, बस चाहत का रंग गहरा हो मेरे आंगन में सावन बरसे, माना कि मेरी हसरत है पर तुम शबनम की बूंद हो जो, सदियों से मेरी अमानत हैं मेरे होंठो पर इस शबनम की गर प्यास नहीं तो कुछ भी नहीं तुम पास नहीं तो कुछ भी नहीं...!!! ©Gaurav udvigna

#lightning #hunarbaaz  झुक जाएं तारे धरती पर , मेरी दुनिया जन्नत हो जाए 
मुमकिन हैं मेरी आंखों का हर ख़्वाब हकीकत हो जाए
पर दिल को तुम्हारी चाहत का एहसास नहीं तो कुछ भी नहीं
तुम पास नहीं तो कुछ भी नहीं!

आकाश पे तारे हो ना हो आंखों में तुम्हारा चेहरा हो
बेरंग हो दुनिया का मंज़र, बस चाहत का रंग गहरा हो
मेरे आंगन में सावन बरसे, माना कि मेरी हसरत है
पर तुम शबनम की बूंद हो जो, सदियों से मेरी अमानत हैं
मेरे होंठो पर इस शबनम की गर प्यास नहीं तो कुछ भी नहीं 
तुम पास नहीं तो कुछ भी नहीं...!!!

©Gaurav udvigna

#lightning

15 Love

तेरे वृक्ष में डाल बहुत हैं पूछने वाले हाल बहुत हैं मेरा जीवन क्षण भंगुर हैं तेरे बचे अभी साल बहुत हैं, इक करदो उपकार बड़ा सा बिन शर्तों का प्यार ज़रा सा, अब इस दुविधा में नहीं रहना जो भी सच हो वो तुम कहना... फूटा घड़ा आशा का लेकर जंगल - जंगल मुझे ना फिरना मुझको तुम बस इतना कहना अभी तुम मेरे ही होना...!! ©Gaurav udvigna

#raindrops #Holi  तेरे वृक्ष में डाल बहुत हैं
पूछने वाले हाल बहुत हैं
मेरा जीवन क्षण भंगुर हैं
तेरे बचे अभी साल बहुत हैं,
       इक करदो उपकार बड़ा सा
बिन शर्तों का प्यार ज़रा सा,
अब इस दुविधा में नहीं रहना 
जो भी सच हो वो तुम कहना...
          फूटा घड़ा आशा का लेकर
जंगल - जंगल मुझे ना फिरना
मुझको तुम बस इतना कहना
अभी तुम मेरे ही होना...!!

©Gaurav udvigna

#raindrops

13 Love

#Fire  वो कितनी सुंदर थी

क्या बताएं वो कितनी सुन्दर थी!

तेज़ बरसात के महीने में
सनसनाती हुई हवा थी वो
होंठ से आ गिरी हथेली पर
कोई मासूम सी दुआ थी वो

सबके जैसी मगर अलग सबसे
एक थी वो हजारों - लाखों में
मंदिरों में जले दिए जैसे
वो उजाला था उसकी आंखों में

खनखनाती हुई हंसी उसकी 
जैसी घुंघरू हज़ार बजते हो
और माथे पे जुल्फ का गिरना
जैसे तोरण से द्वार सजते होंg

©Gaurav udvigna

#Fire

27 View

उसके हाथों में ऐसी गर्मी थी छू ले तो ग्लेशियर पिघल जाए खौल जाए बर्फ हिमालय की वादियां दूध सी उबल जाए जाने शकुंतलम के पन्नों से बिन बताए वो कब निकल आई कोई देख भी नही पाया, वस्त्र बादल के वो बदल आई उसके बाहों को रखके सिरहाने कोई सोए तो फिर जागे क्या कामनाओं के आखिरी तट पर बस वही तो हैं, उससे आगे क्या! ©Gaurav udvigna

#PhisaltaSamay #Quotes  उसके हाथों में ऐसी गर्मी थी
छू ले तो ग्लेशियर पिघल जाए
खौल जाए बर्फ हिमालय की
वादियां दूध सी उबल जाए

जाने शकुंतलम के पन्नों से
बिन बताए वो कब निकल आई
कोई देख भी नही पाया,
वस्त्र बादल के वो बदल आई

उसके बाहों को रखके सिरहाने
कोई सोए तो फिर जागे क्या
कामनाओं के आखिरी तट पर
बस वही तो हैं, उससे आगे क्या!

©Gaurav udvigna

वो कितनी सुंदर थी क्या बताएं वो कितनी सुन्दर थी! तेज़ बरसात के महीने में सनसनाती हुई हवा थी वो होंठ से आ गिरी हथेली पर कोई मासूम सी दुआ थी वो सबके जैसी मगर अलग सबसे एक थी वो हजारों - लाखों में मंदिरों में जले दिए जैसे वो उजाला था उसकी आंखों में खनखनाती हुई हंसी उसकी जैसी घुंघरू हज़ार बजते हो और माथे पे जुल्फ का गिरना जैसे तोरण से द्वार सजते हों ©Gaurav udvigna

#Quotes #Fire  वो कितनी सुंदर थी

क्या बताएं वो कितनी सुन्दर थी!

तेज़ बरसात के महीने में
सनसनाती हुई हवा थी वो
होंठ से आ गिरी हथेली पर
कोई मासूम सी दुआ थी वो

सबके जैसी मगर अलग सबसे
एक थी वो हजारों - लाखों में
मंदिरों में जले दिए जैसे
वो उजाला था उसकी आंखों में

खनखनाती हुई हंसी उसकी 
जैसी घुंघरू हज़ार बजते हो
और माथे पे जुल्फ का गिरना
जैसे तोरण से द्वार सजते हों

©Gaurav udvigna

#Fire

16 Love

मेरे मसले मेरे हालात ये मजबूरी हैं, मैं कैसे समझाऊं तुमको, कि तुम्हारे बिना गज़लें मेरी अधूरी हैं कोई तो ले आओ मेरी मोहब्बत को... उसके नाम का लिखा गया खत पढ़ना उसे ज़रूरी हैं!! ©Gaurav udvigna

 मेरे मसले मेरे हालात ये मजबूरी हैं,
मैं कैसे समझाऊं तुमको, कि तुम्हारे बिना गज़लें मेरी अधूरी हैं
कोई तो ले आओ मेरी मोहब्बत को...
उसके नाम का लिखा गया खत पढ़ना उसे ज़रूरी हैं!!

©Gaurav udvigna

मेरे मसले मेरे हालात ये मजबूरी हैं, मैं कैसे समझाऊं तुमको, कि तुम्हारे बिना गज़लें मेरी अधूरी हैं कोई तो ले आओ मेरी मोहब्बत को... उसके नाम का लिखा गया खत पढ़ना उसे ज़रूरी हैं!! ©Gaurav udvigna

12 Love

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